विधानसभा मे हुई बैकडोर नियुक्तियों पर बोले भाजपा विधायक विनोद चमोली ,पारदर्शी तरीके से होनी चाहिये थी नियुक्तिया।
देहरादून – विधानसभा में चारो और अब तक हुई नियुक्ति को लेकर होहल्ला मचा हुआ है ।जिसमे भाजपा के पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व कांग्रेश सरकार के समय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नियुक्तियों में अपनी सफाई दे रहे हैं ।लेकिन जो दलील पूर्व विधान सभा अध्यक्ष दे रहे हैं वो किसी के भी गले नही उतर रहे हैं आखिर उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री के रिस्तेदारो ,पीआरओ के लिये विधान सभा बनाई गयी है ।हर जगह जनता के उबाल को देखते हुए उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ विधायक विनोद चमोली ने विधानसभा में भर्तियों को लेकर उठ रहे सवालों पर चिंता जाहिर की है। विधायक विनोद चमोली ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष भी इस विषय पर चिंतित होंगे क्योंकि उन्हें पता है कि नियम क्या कहते हैं और जो सवाल उठ रहे हैं उन सवालों का किस प्रकार से राजनीतिक जीवन पर असर पड़ता है। विधायक विनोद चमोली ने कहा कि चाहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल का मामला हो या पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा की गई नियुक्तियों का मामला हो सभी नियुक्तियों पर एक पैमाना सेट होना चाहिए पारदर्शी तरीके से नियुक्तियां होनी चाहिए और निकट भविष्य के लिए एक ऐसे आयोग की स्थापना हो जो पारदर्शी तरीके से भर्तियां करा सके। भाजपा विधायक ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश के विधानसभा से ज्यादा उत्तराखंड के विधानसभा में कर्मचारियों की संख्या है तो वह चिंतनीय विषय है क्योंकि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य के लिए इतनी बड़ी संख्या राज्यहित के लिए सही नहीं है ।