-रामनगर- विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला जोन से एक दैनिक श्रमिक को बाघ उठा ले गया,घटना के बाद ढिकाला कैंपस में मौजूद अन्य कर्मचारियों ने 10 से हवाई फ़ायर कर बाघ को जंगल की ओर खदेड़ दिया। वहीं बाघ के हमले से श्रमिक बुरी तरह घायल होने के चलते श्रमिक ने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया।मृतक श्रमिक नेपाल का रहने वाला था,जिसका नाम 58 वर्षीय राम बहादुर पुत्र खड़क बहादुर बताया जा रहा है। श्रमिक पिछले 25 वर्षों से ढिकाला में दैनिक श्रमिक के पद पर तैनात था।वहीं पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।साथ ही कॉर्बेट प्रशासन ने वनकर्मियों की गश्त को बढ़ा दी है। साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है।

आपको बता दें कि ढिकाला ज़ोन पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता है।वहीं गुरुवार को ढिकाला कैंपस में लगी सौलर फ़ैन्सिंग के पास लगी झाड़ियो को काटने का काम चल रहा था। इसी बीच जंगल से आए एक बाघ ने दैनिक श्रमिक पर पीछे से हमला कर उसे जंगल में ले गया था।जिसमे श्रमिक की मौत हो गई थी। वहीं ढिकाला ज़ोन में हुई घटना से वनकर्मियों के साथ ही पर्यटकों में भी दहशत का माहौल बना हुआ है। बता दें कि जब टाइगर ने श्रमिक पर हमला करा उस वक्त आसपास पर्यटक सफारी का लुफ्त भी उठा रहे थे, जिससे पर्यटकों की भी चीख पुकार मच गई,वहीं मौके पर उस वक़्त मौजूद वनकर्मियों ने बाघ को खदेड़ने के लिए 10 हवाई फायर किया जिसके बाद बाघ श्रमिक को छोड़ क्षेत्र भाग गया।
वही कॉर्बेट प्रशासन बाघ को ट्रेंकुलाइज करने में जुड़ गया है।
वही 12 नवंबर को भी बाघ ने ढिकाला क्षेत्र में नेपाली मजदूर को बनाया था निवाला।
नेपाल मूल का मजदूर शिवा (उम्र 22 वर्ष) अपने परिजनों के साथ विभागीय कर्मचारियों की मौजूदगी में ढिकाला क्षेत्र के मचान संख्या एक में झाड़ी कटान कार्य कर रहा था. इसी बीच अचानक बाघ ने शिवा पर हमला बोल दिया. शिवा की चीख पुकार सुनकर साथ में मौजूद परिजन और विभागीय कर्मचारी उसे बचाने के लिए मौके पर दौड़े, लेकिन बाघ की दहाड़ सुनकर सभी पीछे हट गए.जिसमे इसकी भी जान चली गयी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here