UKSSSC पेपर लीक मामले मे 50 से ज्यादा संदिग्ध पुलिस की रडार पर|

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UKSSSC पेपर लीक मामले मे 50 से ज्यादा संदिग्ध पुलिस की रडार पर,अबतक पेपर लिंक में 83 लाख रुपये हो चुके हैं बरामद ।
देहरादून -जैसे जैसे Uksssc मामला आगे बढ़ रहा है कहि संदिग्ध पुलिस के हाथ चढ़ने वाले हैं ।आये दिन एसआईटी नये नये खुलासे करती आ रही है ।एसआईटी जांच में अबतक 14 को हिरासत में लिया जा चुका है और 50 संदिग्ध अभी भी एसआईटी के रडार पर चढ़े हुए हैं ।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा दिसंबर 2021 का पेपर लीक करने के आरोपियों को लगातार STF अरेस्ट कर रही है। 1 दिन पहले ही उत्तराखंड सचिवालय का एक अपर निजी सचिव भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा एक समीक्षा अधिकारी भी एसटीएफ की रडार पर बताया जा रहा है। वहीं इस संवेदनशील मामले में आज उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय सुभाष रोड पर डीजीपी अशोक कुमार ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि 4-5 दिसंबर 2021 को आयोजित हुई उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में अभी तक ₹83 कैश बरामद हो चुका है। मामले में अभी तक एसटीएफ 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि 50 से अधिक ऐसे पास हुए अभ्यर्थी पुलिस की रडार पर हैं जिन्होंने नकल या अनुचित माध्यम का प्रयोग कर परीक्षा उत्तीर्ण की है। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए विवेचना जारी है।

किसी भी तरह का कोई राजनीतिक दबाव पुलिस के ऊपर नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि ₹8300000 कैश के अलावा कई करोड़ रुपए के बॉन्ड पेपर समेत अन्य संपत्तियां पुलिस जफ्त कर चुकी है। कई और संदिग्ध लोग भी पुलिस के रडार पर है। एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि नेता हों या सफेदपोश नौकरशाह दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संवेदनशील मामले में निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं। किसी भी स्तर तक पुलिस मामले में दोषी आरोपियों को अरेस्ट करेगी। बताया कि इस परीक्षा के अलावा अगर किसी और भर्ती एग्जाम की भी पुख्ता सबूतों के साथ शिकायत आती है तो उसकी जांच भी की जाएगी। पत्रकारों के कई सवालों का हालांकि डीपीपी जवाब नहीं दे पाए या उन्होंने तोड़ मरोड़ कर जवाब दिया। पूर्व में हुई इसी तरह की परीक्षा की धांधली के मामले में आरोपियों के कोर्ट से बरी हो जाने के सवाल का वह गोलमोल जवाब दे गए। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मामले की विवेचना जारी है। किसी भी स्तर के अधिकारी अथवा पार्टी के नेता को बख्शा नहीं जाएगा। अब देखना होगा कि कोर्ट तक पहुंचते-पहुंचते कितने आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करवा पाएगी।

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