देहरादून- उत्तराखण्ड में आये दिन स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बंधित खबरे हमेशा चर्चाओं में रहती हैं कहि डॉक्टरों के अभाव तो कही एंबुलेंस सेवाओ का समय पर न मिलना आम बात हो गयी है ।यही नही उत्तराखण्ड के पहाड़ी जिलों स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में महिलाओं का गर्भवती होना भी अब एक अभिश्राप बनता जा रहा है।क्यों आये दिन पहाड़ी इलाकों में गर्भवती की मौत के मामलों में लगातार लापरवाही बढ़ती जा रही है।उत्तराखण्ड के पहाड़ी जिले उत्तरकाशी में एक ऐसा ही मामला है जिसमें एंबुलेंस के इंतजार में एक गर्भवती महिला की मौत हो गयी है। हालांकि प्रभारी सचिव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक को जांच के आदेश दिए हैं।
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट को प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रभारी सचिव ने आदेश दिए कि घटना की पुनरावृत्ति दोबारा न हो। इसके लिए 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा की व्यक्तिगत रूप से मॉनीटरिंग की जाए। जिससे आम लोगों को 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का लाभ मिल सके।