उड़ान योजना से पांच जिलों को हेलीकॉप्टर सेवा की मिली स्वीकृति
-डीजीसीए ने मुनस्यारी, चंपावत, बागेश्वर, लैंसडाउन और अगस्त्यमुनि में हेली सेवा को दी अनुमति
-घण्टों की दूरी मिनटों में होगी तय, इमरजेंसी सेवा के साथ पर्यटकों को बड़ी सुविधा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार देवभूमि में बेहतर एयर कनेक्टिविटी को लेकर प्रयासरत है। सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र ने उड़ान योजना के तहत 5 और डेस्टिनेशन पर हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी है। डीजीसीए की जरूरी औपचारिकता के बाद यहां अनुदान पर हेली सेवाएं शुरू की जाएगी। इसकी शुरुआत इस सप्ताह से मुनस्यारी और चंपावत से होगी।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी उड़ान योजना यानी “उड़े आम आदमी” का लाभ उत्तराखण्ड को भी मिल रहा है। योजना के तहत देहरादून से चिन्यालीसौड़, श्रीनगर, गौचर और अल्मोड़ा के लिए पहले से हेलीकॉप्टर सेवा चल रही है। जबकि पिथौरागढ़ के लिए देहरादून से 19 सीटर चार्टर विमान चल रहा है। अब योजना में नए क्षेत्रों को जोड़ने के लिए सरकार प्रयासरत है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में उड़ान योजना से हेलीकॉप्टर सेवाओं की स्वीकृति दिलाने को पत्र लिखा।था। इस पर राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग ने 5 नई डेस्टिनेशन चंपावत, मुनस्यारी, बागेश्वर, अगस्त्यमुनि और लैंसडाउन में जरूत को देखते हुए हेली सेवा शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया था। यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि डीजीसीए ने उड़ान योजना में पांच स्थानों के लिए स्वीकृति दे दी है। इनमें से अगस्त्यमुनि(रुद्रप्रयाग) में कुछ अड़चने थी, जिन्हें दूर किया जा रहा है। बाकी अन्य में सेवाएं जल्द शुरू होंगी। बताया कि देहरादून से चंपावत और मुनस्यारी में हेली सेवा इसी सप्ताह के 22 फरवरी को शुरू होनी जा रही है। बाकी अन्य डेस्टिनेशन को लेकर भी जल्द स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
पर्यटकों को मिलेगी बड़ी सुविधा
देवभूमि उत्तराखण्ड में धार्मिक और साहसिक पर्यटन के लिए वर्षभर पर्यटक आते रहते हैं। समय की कमी के कारण कई बार वह अधूरी यात्रा छोड़कर चले जाते हैं। इसके पीछे सड़क मार्ग से ज्यादा वक्त लगता है।।लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा से समय की बड़ी बचत होगी। खासकर मुनस्यारी, चंपावत और रुद्रप्रयाग जैसे जिलों में उड़ान योजना का लाभ स्थानीय लोग इमरजेंसी में तथा पर्यटक पर्यटन की सैरगाह में उठाएंगे।