भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान ।
भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा पद्धति व दर्शन मक्कूमठ में होंगे ।
ऊखीमठ! पंच केदारो में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गयी है! भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ आगमन पर श्रद्धांलुओ व ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला !
गुरूवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा विधि – विधान से शुरू होगी! भगवान तुंगनाथ की डोली के मक्कूमठ आगमन पर मेरठ के भक्तों द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया! मंगलवार को ब्रह्म बेला पर भनकुण्ड में विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस देवी – देवताओं का आवाहन किया तथा ठीक 10 बजे प्रातः भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई तथा भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों पर ग्रामीणों ने पुष्प, अक्षत्रो से भव्य स्वागत तथा राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी – देवताओं के निशाणो ने गंगा स्नान किया! भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ पहुंचने पर ग्रामीणों व भक्तों द्वारा लाल – पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी तथा अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियो से अर्ध्य लगाकर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की! भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान होने पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी द्वारा दान की परम्पराओं का निर्वहन किया तथा विद्वान आचार्यों ने अनेक पूजाये सम्पन्न कर आरती उतारी तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल के गर्भगृह में विराजमान हुई! भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर मेरठ निवासी बीरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में 16 सदसस्दीय टीम द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रतिभाग किया! जानकारी देते हुए मन्दिर समिति कार्यधिकारी आर सी तिवारी ने बताया कि अगले वर्ष से भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ से कैलाश रवाना होने तथा डोली के कैलाश से मक्कूमठ आगमन पर शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ मन्दिर को भव्य रूप से सजाने की कार्य योजना मन्दिर समिति द्वारा तैयार की जा रही है! वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मन्दिर समिति शीतकालीन गद्दी स्थलों के व्यापक प्रचार – प्रसार शुरू करने की तैयारी कर रही है जिससे शीतकालीन यात्रा में वृद्धि हो सके!