बिना प्रचार प्रसार के तहसील मुख्यालयों को छोड़ कर लगाए जा रहे हैं अन्य स्थानों पर तहसील दिवश ।
क्षेत्रीय जनता की नही दिख रही है तहसील दिवशो में रुचि ।
तहसील दिवश के नाम पर केवल दो तीन विभाग ही दिखते है बैठकों में ।
रुद्रप्रयाग ।शासन प्रशासन के दिशा निर्देशो पर तहसील मुख्यालयों को छोड़ कर दूरस्थ क्षेत्र की जनता की सुविधा के लिये दूरस्थ क्षेत्रो में तहसील दिवश लगाए जा रहे है ।लेकिन बिना प्रचार प्रसार के ग्रामीणों क्षेत्रो में तहसील दिवश का आयोजन किया जा रहा है ओर नाही जिला मुख्यालय के अधिकारी इन तहसील दिवशो में अपनी रुचि ले पा रहे है आलम यह है कि खानापूर्ति के लिये जेई,पंचायत मंत्री,उप राजस्व निरीक्षक ही इन बैठकों में सरकारी नुमाइंदे रहते है ।
दिसम्बर माह के पहले मंगलवार को उप जिलाधिकारी जखोली परमानन्द राम की अध्यक्षता में आज विकास खण्ड जखोली के राजकीय इंटर कॉलेज तैला सिलगढ़ के प्रांगण में तहसील दिवश आयोजन रखा गया था । जिसमें ग्रामीणों की संख्या बहुत ही नगण्य देखने को मिली है ।तहसील दिवश का आकलन इसी से लगाया जा सकता है केवल 7 शिकायते यंहा पर दर्ज की गयी जिसमे 4 को मौके पर निस्तारण किया गया ।इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन दूरस्थ क्षेत्र के नाम पर तहसील दिवशो का आयोजन खाना पूर्ति के लिये कर रहा है जबकि जिस स्थान पर तहसील दिवश का आयोजन किया गया उसके आप पास लगभग 20 हजार की आबादी के गांव आते है लेकिन ग्रामीणों को तहसील दिवशो की सूचना न होने से ऐसे आयोजनों में नही पहुंच पा रहे है ।जिसके कारण ये तहसील दिवश केवल शहर सपाटा तक ही सीमित रह गए है ।यही नही रुद्रप्रयाग में अधिकारियों के सामने उनके कर्मचारी किस अनुशासन से रहते है इसे भी देखिये कुर्सियों में पांव फैला कर बैठे हैं क्या इसी को तहसील दिवश कहते हैं दुर्भाग्य है रुद्रप्रयाग का यहां पर कोई अधिकारी है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि ।