वार्षिक ट्रीटमेंट-2022 प्लान में शामिल की गई योजना शासन से 99 करोड़ 33 लाख रुपये हुए मंजूर,

गुप्काशी- केदारनाथ आपदा के बाद से भूधंसाव से प्रभावित केदारघाटी के सेमी और भैंसारी गांव का भू-गर्भीय सर्वेक्षण के बाद ट्रीटमेंट किया जाएगा। साथ ही रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे का कुंड से गुप्तकाशी तक भी सुधारीकरण होगा। भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने वार्षिक ट्रीटमेंट प्लान-2022 के तहत इस कार्य को स्वीकृति दी है। साथ ही इसके लिए 99 करोड़ 33 लाख रुपये भी मंजूर किए हैं।

16-़17 जून 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से सेमी-भैंसारी गांव भूधंसाव का दंश झेल रहे हैं। यहां घर, खेत-खिलयान, आवासीय मकान, गौशालाएं भूधंसाव से दरारों से पटी हैं। ग्रामीण प्रतिवर्ष अपने घरों की मरम्मत कर रहे हैं। लेकिन मंदाकिनी नदी के तेज बहाव से निरंतर हो रहे भूधंसाव से खतरा बढ़ रहा है। यहां हल्की बारिश में भी ग्रामीण अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हैं। यहां रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे का भी पांच किमी हिस्सा बुरी तरह से बदहाल हो रखा है। भूधंसाव से सड़क उतार-चढ़ाव जैसी हो रखी है, जिस पर हल्की सी चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। लेकिन अब, इस समस्या का वैज्ञानिकों की राय से नई तकनीक के जरिए समाधान किया जाएगा। यहां पूरे प्रभावित क्षेत्र का चरणबद्घ भू-गर्भीय सर्वेक्षण कर तकनीकी के क्षेत्र में काम कर रही बहुराष्ट्रीय कंपनियों की मदद से भूधंसाव का ट्रीटमेंट किया जाएगा। जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड-लोनिवि द्वारा इस पूरे क्षेत्र का प्रारंभिक सर्वेक्षण किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि कुंड से गुप्तकाशी तक ट्रीटमेंट की स्वीकृति मिली है। योजना के तहत कई कार्य शामिल हैं, जिनका सर्वेक्षण कर चरणबद्घ तरीके से पूरा किया जाना है।

केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय से कुंड से गुप्तकाशी तक भूधंसाव जोन के स्थायी ट्रीटमेंट की योजना बनाई गई है, जिसे वार्षिक प्लान-2022 में शामिल किया गया है। साथ ही इस कार्य के लिए 99 करोड़ 33 लाख रुपये भी मंजूर किए हैं। इस योजना के तहत सेमी व भैंसारी गांव का भी ट्रीटमेंट होना है। जल्द ही मंत्रालय के आला अधिकारी व विशेषज्ञों के द्वारा इस क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।

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