रुद्रप्रयाग ।क्यूंजा घाटी के वीर सपूत 45 वर्षीय नायब सूबेदार गोपाल राम का बीते शुक्रवार ड्यूटी के दौरान हृदयगति रूकने से निधन हो गया था। सेना के जवान सोमवार सुबह उनके पार्थिव शरीर लेकर भणज गांव पहुंचे। जहाँ पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।

अरुणाचल प्रदेश के किपीटू पोस्ट पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए 45 वर्षीय नायब सूबेदार गोपाल राम पुत्र मन्धुलाल ग्राम भणज तहसील ऊखीमठ हाल निवास मड़गड अगस्त्यमुनी के असमय निधन से उनके पैतृक गांव भणज सहित सम्पूर्ण क्यूंजा घाटी में शोक की लहर छा गयी है। उनके निधन के बाद से ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। सोमवार को उनके पार्थिव शरीर को नायब सूबेदार फारूख खान के नेतृत्व में भणज गांव लाया गया। दोपहर 12 बजे उनके गांव भणज में उनके पार्थिव शरीर को अन्तिम दर्शनों के लिए रखा गया। सेना के जवान शहीद के शव को तिरंगे में रखकर उनके घर पर लाए थे। यहाँ रूद्रप्रयाग से पहुँची सैन्य टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में गाँव और आसपास के क्षेत्रों से भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ में शहीद के परिजन, नाते रिश्तेदार, मित्र और परिचित भी शामिल हुए। सभी ने तिरंगे में लिपटे हुए शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की।केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी, जिला पंचायत सदस्य सुमन नेगी, 6 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के मेजर सुरेश सुलहे, सुबेदार आरसी त्रिपाठी, सूबेदार ईसला, नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत, कुलदीप नेगी सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों व परिजनों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनके पैतृक घाट में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें सलामी दी गई। सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें नम आंखों से अन्तिम विदाई दी। उनकी अंत्येष्टि को उनके पुत्र अंकित ने मुखाग्नि दी।

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