(वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी की फेसबुक वाल से)

आज जनपद रुद्रप्रयाग का 26वां स्थापना दिवस जिला कांग्रेस कमेटी ने उत्साहपूर्वक मनाया। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद के सभागार में वक्ताओं ने जिला निर्माण के आंदोलन पर विस्तृत प्रकाश डाला और आंदोलन के कर्णधारों को नमन किया।

रुद्रप्रयाग जिला 18 सितंबर 1997 को बना था। रुद्रप्रयाग जिले के लोगों के 8 वर्ष के एकजुट संघर्ष और कुशल रणनीति के चलते उ. प्र. सरकार Oके राजस्व अनुभाग-5 द्वारा जारी अधिसूचना सं. 2867/1-5-97-323-97- रा.-5/दिनांक 18 सितंबर 1997 द्वारा इसका गठन किया गया।
इस अवसर पर तहसील और जिला आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे लेकिन दिवंगत हो चुके इंद्र सिंह रावत जी, श्रीधर प्रसाद खाली जी, पुष्कर सिंह कंडारी जी, प्रताप सिंह पुष्पवाण जी, लीला नन्द भट्ट जी, नारायण दत्त गैरोला वैद्य जी, लक्ष्मी प्रसाद भट्ट जी और जिला निर्माण समिति के प्रथम संयोजक वंशीधर डोभाल जी सहित सभी दिवंगत विभूतियों का स्मरण कर उन्हें श्रद्धाञ्जलि अर्पित करना उपयुक्त होगा।
जिला आंदोलन संघर्ष समिति के महामंत्री देवेंद्र झिंक्वाण यदि इस आंदोलन में डॉ. हरकसिंह रावत को शामिल नहीं करते तो जिला बनना सम्भव नहीं था। इसलिए इन दोनों नेताओं को धन्यवाद दिया गया और समारोह में उपस्थित श्री देवेंद्र सिंह झिंक्वाण का शाल व माला से सम्मान किया गया। वक्ताओं ने सभी आंदोलनकारियों, युवाओं, बहनों और भाइयों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और संकल्प लिया की हम सब मिलकर जिले के बहुमुखी विकास के लिए निष्ठापूर्वक कार्य करेंगे। तभी इस प्रकार के आयोजनों की सार्थकता होगी।
आयोजन के उपरान्त जिलाध्यक्ष श्री ईश्वर सिंह बिष्ट और महामंत्री श्री शैलेन्द्र भारती ने मेरे घर पहुँच कर जिला निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का उल्लेख कर शाल और माला पहनाकर सम्मान जताया।

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