रुद्रप्रयाग से सटे औंण गांव में पहाड़ी से विशाल बोल्डर गिरने के कारण भवन क्षतिग्रस्त
रात में ही ग्रामीणों ने घर को किया खाली, दहशत का बना है माहौल
गांव के नीचे चल रहा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का अंडर ग्राउंड कार्य
रेलवे कार्य में विस्फोट के प्रयोग से गांव में हो रही घटनाएं
औंण गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन से की विस्थापन की मांग
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव औंण में कल रात आठ बजे के करीब पहाड़ी से भारी बोल्डर गिरने के कारण एक आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया। पहाड़ी से इतना बड़ा बोल्डर गिरा कि उसने घर की पीछे की दिवार को पूर्ण रूप से ध्वस्त कर दिया। पहाड़ी से बोल्डर गिरने की आवाजे सुनने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। गनीमत यही रही कि उस दौरान परिवार के सदस्य दूसरे कमरे में खाना खाने की तैयारी कर रहे थे। पत्थर गिरने की आवाज सुनते ही ग्रामीणों को घर को खाली कर दिया। यदि ग्रामीण बोल्डर गिरने की आवाज सुनकर घर को खाली न करते तो जनहानी हो सकती थी। बोल्डर गिरने से मकान का पीछे का हिस्सा पूर्ण रूप से टूट गया है और मकान में रखा सामान भी मलबे में दब गया है। ग्रामीणों के खेत-खलिहानों को भारी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों का आरोप है कि वे पिछले 60 सालों से औंण गांव में रह रहे हैं। आज तक ऐसी कोई घटना देखने को नहीं मिली। छः माह से रेलवे का कार्य औंण गांव के नीचे चल रहा है। जब से रेलवे का कार्य शुरू हुआ है, तब से औंण गांव के लोग रात को सोये नहीं हैं। टनल निर्माण में ब्लाॅस्टिंग के समय औंण गांव में कंपन हो रही है। अब तक कई भवनों में मोटी-मोटी दरारें भी आ गई हैं, जबकि ऊपरी पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऐसे में ग्रामीण जनता भय के साये में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि औंण गांव में रह रहे 15 परिवारों की सुरक्षा को देखते हुए जल्द ही विस्थापन किया जाना चाहिए।वहीं मौके पर पहुंची राजस्व व आपदा प्रबंधन की टीम ने ग्रामीणों को राहत सामग्री वितरित की और फिलहाल प्रभावित परिवार को अन्यत्र रहने को कहा है। नायब तहसीलदार प्रताप सिंह ने कहा कि औंण गांव का निरीक्षण किया गया है। प्रभावित ग्रामीण को फौरी राहत दी गई है। अगर रेलवे निर्माण का कार्य कर रही कंपनी की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है तो मेघा कंपनी से भी प्रभावित ग्रामीण को मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी के टीम ने गांव का निरीक्षण किया है। विस्फोट के समय गांव में मशीन लगाई जायेगी, जिससे यह पता चल सकेगा कि विस्फोट के कारण गंाव में कितना नुकसान हो रहा है।
– घटना के बाद रेलवे कंपनी का कार्य कर रही मेघा कंपनी के जियोलाॅजिस्ट भी औंण गांव पहुंचे। जियोलाॅजिस्ट गोपाल शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर मुआयना किया गया है। उन्होंने कहा कि पत्थर गिरने की घटना से एक भवन को क्षति पहुंची है। इसकी जांच की जायेगी। उन्होंने कहा कि मकान के बगल से टनल गुजर रही है। जांच में देखा जायेगा कि टनल निर्माण से गांव को कितना नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2022 में गांव का प्री-कंस्ट्रक्शन सर्वे किया जा चुका है। उससे पहले और अब की स्थिति का पता चल सकेगा।