रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिले के गंधारी गांव निवासी सैनिक राकेश आर्य जम्मू के लेह में शहीद हो गया। उनके पार्थिव शरीर को बुधवार को गांव से मुख्यालय स्थित अलकनंदा-मंदाकिनी संगम पर लाया गया जहां नम आंखों से शहीद को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्रीय एवं स्थानीय लोग मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय राकेश आर्य को 31 दिसम्बर को अचानक सीने में दर्द हुआ और कुछ समय बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक से उनका निधन हुआ है। शहीद राकेश 6 गढ़वाल रेजीमेंट में तैनात था जबकि इससे पहले वह पैरा कमाण्डो में था। मंगलवार को सेना के जवानों द्वारा सेना के वाहन से लेह से शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव गंधारी लाया गया। जहां बुधवार सुबह उनके पार्थिक शरीर को गांव से फिर रुद्रप्रयाग नगर में अलकनंदा और मंदाकिनी संगम पर लाया गया। यहां 6 ग्रिनेडियर रेजीमेंट के जवानों द्वारा संगम पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। उनके दोनों भाईयों ने उन्हें मुखाग्नि दी। शहीद अपने पीछे पत्नी, दिव्यांग मां, दो बेटी एवं दो भाईयों को छोड़ गए हैं। बताया जा रहा है कि हाल में राकेश अक्टूबर माह में छुट्टी पर गांव आए थे जबकि 25 दिसम्बर को दोबारा ड्यूटी पर चले गए। इससे पहले प्रशासन की ओर से तहसीलदार मंजू राजपूत उनके पैतृक गांव गंधारी गई। इसके बाद वह अंतिम संस्कार में भी शामिल रही। इस मौके पर सीओ पौडी प्रेम लाल, रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिह, जिपं अध्यक्ष अमरदेई शाह, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, महामंत्री भारत भूषण भट्ट, पुलिस कर्मी एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रीय एवं स्थानीय जनता मौजूद थे।