बागेश्वर ।।राष्ट्रीय पुरानी पेंशन की मांग को लेकर जनपद रुद्रप्रयाग इकाई की टीम बागेश्वर में पहुंची । रुद्रपयाग की टीम के द्वारा सरयू व गोमती के पावन तट पर nps की प्रतियां जलाकर उनको विसर्जित किया, जिला अध्यक्ष अंकित रौथान जी ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि nps जैसे काले कानून को तुरंत वापस लेकर उत्तराखंड के कार्मिकों के हित में पुरानी पेंशन बहाल की जाय।
रूद्रप्रयाग जनपद के मुख्य संयोजक शंकर भट्ट जी ने कहा कि सरयू व गोमती के पावन तट से कुली बेगार और कुली बरदायश जैसे काले कानून व कुरीतियों का अंत हुआ था, उसी प्रकार nps भी आज के कर्मियों पर जबरदस्ती थोपा गया काला कानून है ,और इस पावन तट से हम सभी कार्मिक शपथ लेते हैं कि जब तक सरकार पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
Nopruf जखोली के अध्यक्ष प्रवीन घिगड़ियाल जी ने कहा कि हमारा संघर्ष उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली होने तक चलता रहेगा, इसी प्रकार हम ऐतिहासिक स्थलों से विरोध जताकर सरकार का ध्यान nps जैसी कुरीति पर आकृष्ट करना चाहेंगे।
इस अवसर पर बागेश्वर nopruf टीम के वरिष्ठ सदस्य दीवान सिंह कोश्यारी, गोविंद सिंह कोरंगा, एवम कही छोटे छोटे बच्चे भी उपस्थित रहे जो भविष्य में सरकारी सेवा में आने की चाहत रखते हैं।
Nopruf टीम का देर शाम रूद्रप्रयाग पहुंचने पर मंडलीय महासचिव नरेश भट्ट ज, जिला, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रणवीर सिंधवाल, महामंत्री अंकुश नौटियाल जी, प्रांतीय आईटी सेल प्रभारी अवधेश सेमवाल जी, ऊखीमठ अध्यक्ष कैलाश गार्गी, ऊखीमठ मंत्री अजय भट्ट, मंडलीय उपाध्यक्ष रश्मि गौड़, जनपद उपाध्यक्ष शशि चौधरी , नीलम बिष्ट, संयुक्त मंत्री उमेश गार्गी, संगठन मंत्री संदीप रावत , जिला उपाध्यक्ष अंकित रावत, रजत कुमार द्वारा स्वागत किया ।