रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के एडिट 7 जवाड़ी बाईपास में सुरंग के अंदर कंपनी स्थानीय युवक की दर्दनाक मौत हो गई। लोगों ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सुरंग में मजदूरों की सुरक्षा के प्रति कंपनी गंभीर नहीं है जिससे इस तरह की लगातार घटनाएं हो रही है। आक्रोशित लोगों ने घटना के बाद दो घंटे बदरीनाथ हाईवे जाम किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के तीखी नोक झोक भी हुई।
जानकारी के अनुसार गुरुवार मेगा कंपनी में कार्यरत भाणाधार रुद्रप्रयाग निवासी 37 वर्षीय सुनील गोस्वामी पुत्र बृजमोहन गोस्वामी गुलाबराय जवाडी बाईपास स्थित सुरंग के अंदर एक वाहन साफ कर रहा था कि इसी बीच विपरीत दिशा से आ रहे एक भारी ट्रक की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि टनल के अंदर सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे जिस कारण इस तरह का हादसा हुआ। घटना की खबर मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित होकर मौके पर पहुंच गए। करीब आधा घंटा टनल पर हंगामा और प्रदर्शन करने के बाद स्थानीय लोगों ने बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार हुई नोक झोक
मेगा कंपनी के काम करने वाले वाहन चालक और मजदूर भी समर्थन में प्रदर्शनकारियों के साथ सड़क पर बैठ गए। इस दौरान हाईवे के दोनो ओर वाहनों की लम्बी लाइनें लग गई। आक्रोशित लोगों ने रेलवे की कार्यदायी संस्था मेगा कंपनी के साथ ही पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काफी देर तक नारेबाजी के बीच पुलिस प्रदर्शनकारियों से हाईवे खोलने का आग्रह करती रही किंतु वह एक न माने। कई बार पुलिस ने जनता के बीच कहा सुनी हुई जबकि तीखी नोक झोक भी हुई। इस बीच रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, प्रशासन की ओर से एसडीएम दीपेंद्र नेगी, सीओ रुद्रप्रयाग प्रबोध घिल्डियाल, सीओ यातायात हर्षवर्द्धनी सुमन, तहसीलदार मंजू राजपूत, एसडीएम परमानंद, कोतवाल जयपाल नेगी मौके पर पहुंचे।
पीड़ित पक्ष के साथ कंपनी की वार्ता के बाद हुआ शव का पोस्टमार्टम उनके द्वारा भी प्रदर्शनकारियों से वार्ता की गई किंतु प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि जब तक रेलवे की कार्यदायी संस्थान मेगा कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित प्रमुख अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते वह तब तक जाम नहीं खोला जाएगा। काफी प्रयासों के बाद एक शिष्टमंडल द्वारा विधायक भरत सिंह चौधरी के नेतृत्व में अधिकारियों की मौजूदगी के बीच मेगा कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की गई। वार्ता में कंपनी द्वारा उचित मुआवजा देने की बात कही गई। इधर शिष्टमंडल वार्ता के लिए एक होटल में गया कि इसी बीच सांय 4 बजे जाम भी खोल दिया गया। प्रदर्शन करने वालों में सभासद लक्ष्मण सिंह कप्रवाण, संतोष रावत, शैलेंद्र भारती, विकास डिमरी, राजेंद्र नौटियाल, संजू, गणेश, मुकेश नौटियाल सहित बड़ी संख्या में मेगा कंपनी में कार्यरत वाहन चालक और मजदूर शामिल थे।
घटना के बाद पीड़ित परिवार और मेगा कंपनी के अधिकारियों की वार्ता हुई। जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ। प्रशासन, पुलिस और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुए समझौते में कंपनी द्वारा मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की बात कही गई। जबकि उन्हें बीमा आदि का भुगतान किया जाएगा। कंपनी के जनरल मैनेजर एचएन सिंह ने बताया कि मृतक वाहन चालक को कंपनी की ओर से उचित मुआवजा दिया जाएगा। इधर, प्रदर्शनकारियों की कंपनी से एक करोड़ मुआवजा देने की मांग थी।