गुलदार हुआ पिंजरे में कैद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस ।
दादी के साथ आगंन में खेल रही तीन वर्षीय मिष्टी को मारने वाला गुलदार पिजरें में हुआ कैद।
ड्रोन से की जा रही थी गुलदार की निगरानी,
वन विभाग ने 15 वनकर्मीमियों की टीम को लगा रखा था गांव में।
पिछले कई दिनों से गुलदार को पकडऩे के लिए वन विभाग की टीम चला रही थी सर्च अभियान ।
गांव में पांच पिंजरे लगाये हुए थे, रात को 2 बजे हुआ पिंजरे में कैद।
रुद्रप्रयाग। बीते सप्ताह अगस्त्यमुनि विकासखंड के ग्राम पंचायत गहड़ गॉव में 3 साल की मिस्टी दादी के साथ आंगन में खेल रही ।तभी गुलदार ने सांय 6 बजे के आस पास उस पर हमला कर उसे अपने जबड़े में घर से दूर तक घसीटे हुए ले गया। ग्रामीण उस समय खेतो में ही काम कर रहे थे और परिवार के लोंगो ने शेार मचाया तो गुलदार ने घर से 100 मीटर की दूरी पर बच्ची को घास के नीचे दबा कर भाग गया था ।नरभक्षी गुलदार की दहशत दूर करने व पकड़ने के लिए वन विभाग आपदा की टीम और पुलिस विभाग द्धारा गांव में सुरक्षा तैनात हुई ।गांव की सुरक्षा की दृष्टी को देखते हुए रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा 15 लोगों की टीम एक सप्ताह से लगातार गांव में गश्त लगा रही थी साथ ड्रोन व पिंजरा लगा कर निगरानी करने लगे।कल देर सांय गुलदार पिजंरे में कैद हो गया जिससे आज सुबह ग्रामीणों के सहयोग से वन विभाग की टीम द्धारा जिला मुख्यालय में लाया गया हैं ।गुलदार के पिंजरे में कैद होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ।गुलदार के आतंक से ग्रामीणों की कई दिनों से दैनिक दिनचर्या भी प्रभावित हो रही थी लोग 6 बजे ही अपनेअपने घरों से बाहर नही निकल पा रहे थे ग्रामीण को अपने बच्चों को स्कूली को स्कूल भेजना भी मुश्किल हो रहा था ।भले ही जो गुलदार पिंजरे में कैद हुआ वो वही नरभक्षी गुलदार है या नही ये तो वह विभाग ही बता पायेगा ।लेकिन गुलदार के पिंजरे में कैद की खबर से ग्रामीणों राहत की सांस ले रहे है।