रुद्रप्रयाग । महिला साहित्यिक सांस्कृतिक कला मंच तिलवाड़ा द्वारा फूलदेई पर्व पर फुलयारी कौथि का आयोजन किया गया ।महिला सांस्कृतिक कला मंच द्वारा तिलवाड़ा क्षेत्र के अतर्गत पड़ने वाले 10 महिला समहू व फुलयारी बच्चों के द्वारा विभिन्न पोशाक पहने हुए अपने अपने घोघा देवता के साथ तिलवाड़ा बाजार के एक छोर से झांकिया निकाल कर नगर पंचायत तिलवाड़ा कार्यलय परिसर सोड में इक्ठा होते हुए फुलयारी के माध्यम से नई पीढ़ी को जागरूक किया गया व फुलवारी कोथीं के माध्यम से अपने लोक परम्परा व लोक साहित्य संस्कृति को जीवंत रखने के लिये क्षेत्र में जागरूकता के माध्यम से समाज को एक नया सन्देश देना चाहते है। फुलयारी कोथी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्य शिक्षाधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी राजकीय प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह राणा व नगरपंचायत अध्यक्ष संजू जगवाण द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
मुख्यशिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी द्वारा गढ़वाली बोली में सभी सांस्कृतिक टीमो व फुलयारी बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा गया हम सभी लोग भलेही इस भौतिकवादी युग की आपादापी में बहुत आगे निकलने की होठ में अपनी पौराणिक संस्कृति को भूल रहे हो लेकिन फुलयारी जैसे महोत्सव हमे अपनी संस्कृति को सरक्षंण देने में सार्थक सिद्ध हो रही है ।सांस्कृतिक कला मंच द्वारा सुमाड़ी ,तिलवाडा, छतोली,मठियाना ,geed, रामपुर के बच्चों को पारितोषिक भी दिया गया ।महिला साहित्यिक सांस्कृतिक कला मंच की संयोजक विमला राणा द्वारा फुलयारी बच्चों को फूलदेई त्योहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी ऒर महत्व के बारे भी बताया गया कि बंसत ऋतु में खिलने वाले रंग विरंगे फूलो को लेकर बच्चे सुबह सुबह घरों में फूल डालकर समृद्वि का संदेश देते हैं ।आज हम लोग ही नही बल्कि हमारी सरकारें भी इस प्रकार के आयोजनों को करके बिलुप्त हो रही संस्कृति को सरक्षण दे रही है ।कार्य्रकम की सह सयोजक संगीता गोड ने भी बच्चों को फूलदेई के बारे में विस्तृत जानकारी दी।महिला सांस्कृतिक कला मंच के सभी सदस्यों ने कहा कि आने वाले समय मे फूलदेई महोत्सव को विस्तृत रूप दिया जाएगा

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