रुद्रप्रयाग।केदारनाथ धाम पैदल मार्ग से कण्डी के सहारे केदारनाथ धाम जा रही होशियारपुर पंजाब निवासी 4 वर्षीय बालिका कृतिका जिसे उसके परिजनों ने कण्डी (पिट्ठू) के माध्यम से भेजा गया था, पैदल मार्ग पर भीमबली से लैंचोली के बीच की कठिन चढ़ाई वाले क्षेत्र में बालिका के परिजन पीछे छूट गये। अपने परिजनों को न देखकर बालिका जोरों से दहाड़ मारकर रोने लगी। कण्डी वाले ने कुछ देर परिजनों का इन्तजार भी किया पर बालिका रोती रही। इस पर कण्डी वाला बालिका को लेकर चौकी लैंचोली पहुंचा और सारी बात बतायी। चौकी लैंचोली पर नियुक्त महिला आरक्षी ने बालिका को ढांढस बंधाया और बताया कि उसके मां पिता थोड़ी देर में आयेंगे। पुलिस कार्मिकों ने इस सम्बन्ध में सूचना अपने अन्य सहकर्मियों को भी दी गयी,
जिनके द्वारा लैंचोली की तरफ आ रहे श्रद्धालुओं से बालिका के बारे में पूछा गया। कुछ देर में एक व्यक्ति जो कि इस बालिका के ताऊ थे के पहुंचने पर पुलिस इनको अपने साथ चौकी ले गयी। जिनको देखकर बालिका की ऑंखें चमक गयी। पुलिस ने बालिका को उसके ताऊ के सुपुर्द किया गया और हिदायत दी कि कम से कम किसी को तो कण्डी वाले के साथ चलना चाहिए था या फिर कण्डी वाले को अपनी क्षमता के अनुसार चलाते जिससे कि बालिका की नजर अपने परिवार पर रहती। बालिका के ताऊ महेश शर्मा जी ने उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का “ऑपरेशन मुस्कान” बिछड़े श्रद्धालुओं को मिलवाने में मददगार साबित हो रहा है।