केदारनाथ उपचुनाव के लिए तारीख का ऐलान हो चुका है। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों अब चुनावी मोड में नजर आ रही है। चुनाव को लेकर भाजपा कांग्रेस का क्या कहना है

मंगलवार को केंद्रीय चुनाव आयोग ने केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया। 20 नवंबर को केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी। 22 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी… ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के अंदर अब तैयारी तेज होने लगी हैं । भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन से केदारनाथ सीट खाली हुई है। ऐसे में भाजपा के ऊपर मनोवैज्ञानिक दबाव भी है कि उसे अपनी सीट को फिर से जितनाहै। बद्रीनाथ और मंगलौर में हुई विधानसभा उपचुनाव में हार भाजपा के लिए बहुत बड़ी है … ऐसे में इस बार केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा को हर हालत में जितना होगा। चुनावी तैयारियों के बीच भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती बड़ी इसलिए भी है इस बार उप चुनाव में दावेदार तो बहुत है सूची भी लंबी है .. लेकिन उसमें जिताऊ कौन होगा ये देखने वाली बात है और उसी के लिए राजनैतिक दल मंथन भी कर रहे है। भाजपा के पास दिवंगत विधायक की पुत्री ऐश्वर्य रावत है जिनके पास मां की विरासत और उनके नहीं रहने की सिंपैथी, पूर्व विधायक आशा नौटियाल जिनका अपना वोट बैंक है उस क्षेत्र में मौजूद है, तीसरे नंबर पर कुलदीप रावत जो 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय होकर चुनाव लड़े थे और दूसरे नंबर पर रहे थे, राज्यमंत्री चंडीप्रसाद भट्ट भी दावेदारों की सूची में नाम लिखवा चुके है,इसी प्रकार से कांग्रेस में भी पूर्व विधायक मनोज रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत,  प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का नाम भी चर्चाओं में है। इसलिए सियासी दल दावेदारों में भी जिताऊ कैंडिडेट की तलाश कर रहे है। चुनावी कार्यकर्म घोषित हो चुका है जिसमें 22 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी । इसलिए सियासी दलों की चिंता और बढ़ गई है।

चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है हमारी तैयारी पूरी है। आज या कल में प्रत्याशियों का पैनल केंद्र को भेजा जाएगा … इसके बाद केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड प्रत्याशी का चयन करेगा … जो भी प्रत्याशी होगा सभी लोग उसके साथ लगकर चुनाव जीतने में काम करेंगे। महेंद्र भट्ट का कहना है कि राज्य सरकार ने केदारनाथ आपदा से लेकर पुनर्निर्माण में काफी कार्य किए हैं आम जनता राज्य की पुष्कर धामी सरकार को पसंद करती है,केदारनाथ भाजपा की सीट है,इसलिए भाजपा इस सीट को फिर जीतेगी।

केदारनाथ उप चुनाव को लेकर कांग्रेस भी जोश में नजर आ रही है। कांग्रेस का कहना है कि पिछले दो उपचुनाव जीतकर कांग्रेस ने प्रदेश में रिकॉर्ड बनाया प्रदेश में पहली बार राज्य सरकार उप चुनाव हारी है। ऐसे में कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ केदारनाथ विधानसभा का उपचुनावलड़ेगी। सरकार ने केदारनाथ धाम और केदार घाटी की अवहेलना की है कोई विकास नहीं किया इसलिए जनता इस बार कांग्रेस को चुनेगी

केदारनाथ चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस जीत का दावा कर रहे हैं…. भाजपा जहां केदारनाथ सीट को खुद की सीट बताते हुए जीत का दावा के रही है,वहीं कांग्रेस का कहना है कि जिस तरीके से बद्रीनाथ और मंगलौर उपचुनाव पार्टी ने जीता है इस रणनीति के तहत कई मुद्दों को बुनकर केदारनाथ सीट भी कांग्रेस जीतेगी ऐसे में देखना ही होगा कि आखिरकार जब केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव के नतीजे आते हैं तो कौन सा दल चुनाव जीतने में कामयाब होता है।

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