दिवंगत विधायक शैलारानी के धर्मपुत्र के तौर पर पार्टी से मेरी भी टिकट की दावेदारी: जयदीप
कहा, तीन दशक तक शैलारानी के साथ गिलहरी के रूप में काम किया

बोले, भाजपा संगठन के लिए समर्पित भाव से काम करता रहूंगा
रुद्रप्रयाग। जयदीप बर्त्वाल ने दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के धर्मपुत्र के तौर पर केदारनाथ विस उप चुनाव के लिए भाजपा से टिकट की दावेदारी की है। कहा कि, भाजपा की परिपाटी रही है कि उप चुनाव में परिवार को तरजीह दी जाती है, ऐसे में भावनात्मक व धर्मपुत्र के नाते मैं भी अपनी दावेदारी कर रहा हूं। साथ ही, पार्टी जिसे भी अपना प्रत्याशी चुनती है, उसके लिए भी समर्पित भाव से कंधा से कंधा मिलाकर काम करुंगा।

यहां आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा नेता व हेमवती नंदन बहुगुणा विवि श्रीनगर गढ़वाल के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जयदीप बत्र्वाल ने कहा कि केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत का निधन लापरवाही के कारण हुआ। उन्हें, जिस देखरेख की जरूरत थी, वह उन्हें नहीं दी गई। साथ ही उनके आखिरी समय में मुझे उनसे मिलने नहीं दिया गया। यहां तक कि मेरे खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई। उन्होंने कहा कि केदारनाथ की पूर्व विधायक शैलारानी रावत के ऑपरेशन की तिथि तय करने मेदांता अस्पताल गए थे, वहां चिकित्सकों से विचार-विमर्श के बाद लौटते समय जाखण पुलिस द्वारा फोन कर बताया गया कि उनके खिलाफ शिकायती पत्र मिला है। कहा कि, मुझ पर धमकाने के आरोप लगाए गए है। उन्होंने कहा कि, आखिरी समय में मुझे शैलारानी रावत, जो मेरी अम्मा थी, मुझे उनसे मिलने नहीं दिया गया। साथ ही मुझसे उनकी चिता को मुखाग्नि देने का अधिकार भी छीना गया। कहा कि, भले ही मेरा उनके साथ खून का रिश्ता नहीं था, पर बीते तीन दशक तक मैने एक धर्मपुत्र के तौर पर मैं उनके साथ एक साए के रूप में रहा हूं। कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में अगर भाजपा ऐश्वर्य को टिकट देती है तो भी वह समर्थन करेगे। साथ ही अन्य किसी को भी टिकट दिया जाता है, तब भी वह पार्टी के साथ रहेंगे, पर भाजपा की जो परिपाटी रही है, उसे देखते हुए वह भी भावनात्मक रूप से एक धर्मपुत्र के नाते केदारनाथ विस उप चुनाव में पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं
मां ने प्यार से सबकुछ मांग लिया, बेटी तकरार में चली

दिवंगत विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत के धर्मपुत्र जयदीप बर्त्वाल ने कहा कि वह तीन दशक तक साए की तरह शैलारानी रावत के साथ रहे। उनके हर सुख-दुख से लेकर सभी जगहों पर शामिल हुआ। मां ने जो कहा, एक पुत्र के तौर पर वह सभी फर्ज निभाए, पर आज उनके निधन के बाद बेटी की तकरार से आहत हूं। कहा कि, मां ने प्यार में मुझसे सबकुछ मांगा, जो मैने खुशी-खुशी दिया और आज बेटी तकरार कर रही है, जो सही नही है।

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