देश के सुप्रसिद्ध धाम केदारनाथ में व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों द्वारा आहूत पूर्ण बंदी का आज व्यापक असर दिखाई दिया। शनिवार सुबह से केदारनाथ धाम में सभी दुकान, लाॅज, होटल बंद रहे। व्यापारियों ने अपने सभी व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगाते हुए सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन और नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित और व्यापारियों ने क्रमिक अनशन पर बैठकर सरकार के खिलाफ आन्दोलन का बिगुल बजा दिया है।
श्री केदार सभा और केदारनाथ व्यापार संघ ने ऐलान किया है कि केदारपुरी में सभी दुकान 24 घंटे तक बंद रहेंगी इसका आगाज आज सुबह से ही सभी ने कर दिया।
श्री केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि चार सूत्रीय मांग को लेकर शनिवार से क्रमिक अनशन प्रारम्भ हो गया है। चार सूत्रीय मांग में वर्ष 2013 की आपदा में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त भवन स्वामियों को भू स्वामित्व दिया जाए। मंदिर चबूतरा बनाने में जिन भवन स्वामियों की जमीने अधिग्रहित की गई है उन्हे प्राथमिकता के आधार पर भूस्वामित्व के साथ भवन मिले। तीर्थ पुरोहित के साथ किए गए अनुबंधो के अनुसार भवन जल्द तैयार कर सौंपा जाए और चौथी मांग केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में लगाऐ कथित सोने की उच्चस्तरीय जांच की जाए।
केदारनाथ व्यापार संघ अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी कहते है कि केदारनाथ में आपदा से प्रभावित तीर्थ पुरोहितों को 2013 से भूमिधारी अधिकार के तहत भवन अभी तक नहीं मिल पाए हैं और उसके साथ ही जो भवन खड़े हैं उनसे भी छेड़छाड़ की जा रही है, जिससे हक हकूकधारियों और व्यापारियों में भारी आक्रोश है। होकर तीर्थ पुरोहितों ने पूरे केदारनाथ धाम से लेकर यात्रा पड़ाव तक सभी दुकान प्रतिष्ठान बंद कर दिए हैं। आज सुबह से क्रमिक अनशन प्रारम्भ कर दिया गया है, सरकार हमारी मांगों पर सकारात्मक रूख नही दिखाती है तो 18 सितंबर से भूख हड़ताल की शुरुआत कर दी जाएगी।
श्री केदार सभा के उप मंत्री अंकित सेमवाल, कोषाध्यक्ष प्रवीण तिवारी, व्यापार संघ महामंत्री संदीप सेमवाल कहते है केदारनाथ धाम में 2013 की आपदा के बाद पुनर्निर्माण को लेकर तमाम अनुबंध किए गए लेकिन तब से लेकर आज तक उन्हें भवन नहीं मिले हैं। इसके साथ ही जो भवन खड़े हैं, उनको भी तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। वही धाम में चल रहे कार्यों में उनकी कोई राय नहीं ली जा रही है तीर्थ पुरोहितों के इस ऐलान के बाद केदारनाथ धाम में आ रहे तमाम यात्रियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है प्रसाद से लेकर खाने-पीने और ठहरने तक की दिक्कतें लोगों को हो रही है आज सुबह से ही सभी दुकान बंद है मंदिर प्रांगण से लेकर यात्रा पड़ावों पर सभी तीर्थ पुरोहित और व्यापारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में जुटे हुए हैं और जो भी तीर्थ पुरोहित या व्यापारी अपनी दुकान को खोल रहा है उसको बंद करने का भी काम किया जा रहा है सभी को सूचित किया गया है कि सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन पर रहे और लगातार तमाम व्यापारी और तीर्थ पुरोहित वहां प्रदर्शन भी कर रहे हैं यह दुकान आज सुबह 7:00 से शाम 6:00 बजे तक पूरी तरह से बंद रहेंगी।इससे पहले 2013 की आपदा के दौरान भी तीर्थ पुरोहित अपनी कुछ मांगों को लेकर आंदोलन किया था, उस दौरान भी तीर्थ पुरोहितों ने बाजार बंद किया था और अब फिर से केदारनाथ धाम बंद किया गया है।शनिवार सुबह प्रारम्भ हुए क्रमिक अनशन में श्री केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, कोषाध्यक्ष प्रवीण तिवारी, उपमंत्री अंकित सेमवाल, केदारनाथ व्यापार संघ अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी, मंत्री संदीप सेमवाल समेत प्रदीप शर्मा, प्रदीप शुक्ला, अजय जुगरान, विष्णु दत्त रूवाड़ी, अंकुश शुक्ला, लक्ष्मण प्रसाद तिवारी, संतोष त्रिवेदी, हरीश शुक्ला समेत बड़ी संख्या तीर्थ पुरोहित और व्यापारी शामिल हुए।