जोशीमठ भू धंसाव से पर्यटन को भारी नुकसान औली के नेशनल विंटर गेम के आयोजन पर भी छाए संकट के बादल।
जोशीमठ में हो रहे भू धसांव के कारण उत्तराखंड पर्यटन को भी काफी नुकसान हुआ है औली में हर साल होने वाले विंटर गेम्स का आयोजन खटाई में पड़ गया है सरकार एजेंसियों के आकलन और उनके रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसके आधार पर औली में होने वाले विंटर गेम्स पर फैसला लिया जाएगा।
जोशीमठ आपदा के चलते उत्तराखंड पर्यटन को भी काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है चार धाम यात्रा सर्दियों में बंद हो जाती है और औली में विंटर गेम्स की शुरुआत हो जाती है राज्य सरकार ने औली में होने वाली स्कीइंग को बढ़ावा देने के लिए काफी निवेश किया है और कई योजनाओं पर काम भी किया जा रहा है लेकिन इस साल जोशीमठ में आई आपदा ने सभी तैयारियों पर पानी फेर दिया है, इस साल औली आने वाले पर्यटकों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे उन्होंने जोशीमठ आपदा को देखते हुए अपने रजिस्ट्रेशन को कैंसिल कराना शुरू कर दिया है, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटकों से पंजीकरण को रद्द ना करने की अपील की है पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि स्थानीय लोग विंटर गेम्स कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार किसी ठोस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसके बाद ही विंटर गेम्स को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा।
उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ आपदा के बाद पलटन डेस्टिनेशंस को कैरिंग कैपेसिटी के हिसाब से ही पर्यटकों को अनुमति देने की पैरवी की है। जबकि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटको के कैंसिल हो रहे पंजीकरण को लेकर मीडिया रिपोर्ट को भी जिम्मेदार माना है पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि जोशीमठ को लेकर मीडिया में इस तरह की रिपोर्ट आई है उससे पर्यटन को काफी नुकसान हुआ है।