देहरादून: देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित हुए भव्य दशहरा मेले में व्यवस्थाएं धड़ाम रहीं। पुलिस की विफलता से चारों ओर धक्का-मुक्की और भगदड़ का माहौल रहा। इसके अलावा जाम ने अलग रुलाया। इस बीच पुलिस ने अपनी खीज पत्रकारों पर उतार दी।
एसओजी में तैनात उप निरीक्षक हर्ष अरोड़ा ने हिंदुस्तान समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश सती के साथ अभद्रता और दुर्व्यवहार किया। पत्रकार को भीड़ के सामने धकियाते हुए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए मैदान से बाहर का रास्ता दिखाया।
पत्रकार ओम सती ने कहा कि वह पत्रकार हैं और मेला कवर करने आए हैं, इस पर दारोगा हर्ष आरोड़ा उन्हें कहते हैं कि बड़ा पत्रकार बन रहा है, निकल यहां से और धक्का मार-मारकर किनारे ले जाते हैं।
उपनिरीक्षक हर्ष अरोड़ा वही पुलिस वाले हैं, जिनका कुछ समय पूर्व गढ़ी क्षेत्र में एक बुजुर्ग को पीटने का वीडियाे वायरल हुआ था। भूमाफिया से नजदीकी और कई नेताओं के संरक्षण के कारण भी दारोगा हर्ष अरोड़ा अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। कहा जाता है कि उनकी करतूतों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ज्यादा बवाल होने पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा कुछ दिन के लिए लाइन हाजिर कर दिया जाता है। हालांकि, इस बार पत्रकारों के कड़े विरोध के बाद दरोगा हर्ष अरोड़ा को निलंबित कर दिया गया है।
मामले की सूचना मिलने पर एसएसपी अजय सिंह ने पहले दरोगा को लाइन हाजिर करने के निर्देश दिए। इसके बाद बड़ी संख्या में पत्रकार डीजीपी अशोक कुमार से मिलने पहुंचे। पत्रकारों की नाराजगी को देखते हुए डीजीपी के निर्देश पर एसएसपी ने दरोगा हर्ष अरोड़ा को निलंबित कर दिया और सीओ डालनवाला को मामले की जांच कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।