श्रीनगर-जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की गतिविधियां देख नजर आता है कि उन्होंने अपना फोकस और पैटर्न दोनों बदल दिये हैं। आतंकी अब कश्मीर की जगह जम्मू पर फोकस कर रहे है, साथ ही ये हाई वैल्यू टारगेट पर अटैक कर रहे हैं, ताकि सुर्खियां बटोरी जा सकें। सोमवार शाम जम्मू-कश्मीर के डोडा में सेना और आंतकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए। एक पुलिस कर्मी की भी मौत हुई है। यानी कुल 5 लोगों की जान गई है। ये मुठभेड़ अबतक जारी है, और पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस का ये साझा ऑपरेशन था। सूचना है कि डोडा के घने जंगलों में कुछ आतंकी छिपे हो सकते हैं। पिछले कुछ दिनों में जम्मू में ऐसी आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं और आतंकी संगठन नाम बदलकर हमलों की जिम्मेदारी ले रहे हैं। डोडा हमले की जिम्मेदारी भी ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने ली है।
शहीद हुए राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों में कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बृजेंद्र, सिपाही अजय शामिल हैं। इनमें से सिपाही अजय सिंह राजस्थान के झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के भैसावता कलां के रहने वाले थे। सेना इलाके में हेलिकॉप्टर, ड्रोन से आतंकियों की तलाश कर रही है। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने ली है। संगठन ने दावा किया है कि उनके हमले में आर्मी के कैप्टन समेत 12 जवान मारे गए हैं, जबकि 6 घायल हैं।
भारतीय सेना ने ट्वीट किया, “सीओएएस जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक बहादुर कैप्टन ब्रिजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने जवाबी कार्रवाई करते हुए कर्तव्य की पंक्ति में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।” -क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए डोडा में आतंकवादी अभियान, दुख की इस घड़ी में भारतीय सेना शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी चीफ से बात की—
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी चीफ से मुठभेड़ की जानकारी ली है। जम्मू डिवीजन के डोडा में 34 दिन में यह पांचवां एनकाउंटर है। इससे पहले 9 जुलाई को एनकाउंटर हुआ था। यहां 26 जून को एक और 12 जून को 2 हमले हुए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों-आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें 3 आतंकी मारे गए थे।