दिनांक 25/26 सितम्बर 2022 की रात्रि दो बजे के लगभग थाना अगस्त्यमुनि पुलिस को डायल 112 के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी कि गबनी गांव के पास किसी व्यक्ति को चोट लगी है, जो कि सड़क किनारे पड़ा है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अगस्त्यमुनि अधीनस्थ पुलिस बल के मौके पर पहुंचे वहां पर कुल 03 व्यक्ति पड़े हुए हालत में मिले थे, करीब जाने पर ज्ञात हुआ कि इन पर काफी चोट भी लगी थी और इनके शरीर से खून भी बह रहा था। पुलिस द्वारा तत्काल इन तीनों को सी0एच0सी0 अगस्त्यमुनि लाया गया, जहां पर डॉक्टरों द्वारा इनमें से 02 व्यक्तियों को मृत घोषित किया गया। तथा तीसरे व्यक्ति को हायर सेन्टर के लिए रैफर कर दिया गया था। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ था कि ये तीनों युवक गौरीकुण्ड से अपने खच्चरों को लेकर वापस अपने घर को जा रहे थे। प्रथम दृष्टतया ये लोग पुलिस को सड़क पर पड़े हालत में मिले थे जबकि इनके खच्चर सुरक्षित थे।
घटनास्थल की परिस्थितियों के अनुसार इन पर किसी अज्ञात वाहन द्वारा इन पर टक्कर मारी गयी थी, तथा वह वहां से भाग निकला था।
दिनांक 26 सितम्बर की प्रातःकाल थाना अगस्त्यमुनि पुलिस द्वारा परिजनों की उपस्थिति में मृतकों का पंचायतनामा भरकर शवों को पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भिजवाया गया तथा परिजनों की तहरीर के आधार पर प्रकरण में थाना अगस्त्यमुनि पर मु0अ0सं0 35/2022 धारा 279, 337, 338, 304 ए भा0द0वि0 बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी।
चूंकि इस घटनाक्रम में मृत हुए 02 व्यक्ति तथा बुरी तरह घायल हुआ 01 व्यक्ति अपने परिवार के कमाऊ एवं जिम्मेदार व्यक्ति होने तथा इनके परिवार पर अकस्मात ही इस प्रकार की विषम परिस्थितियों के आ जाने से स्वयं पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा इस केस में व्यक्तिगत तौर पर रुचि लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग के पर्यवेक्षण में टीम का गठन करते हुए विवेचक सहित विवेचना के निस्तारण हेतु गठित टीम को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
उक्त घटना क्रम रात्रि का होने के कारण व किसी के भी द्वारा घटना के तत्काल बाद घटना की सूचना नहीं दी गई थी। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर भी कोई सामने नहीं आया जिसे कि, इस घटना का अंदेशा भर भी रहा हो। गठित टीमों द्वारा क्षेत्र के सीसीटीवी द्वारा घटना का समय पता लगाया गया व उस दौरान दुर्घटना स्थल से गुजरने वाले वाहनों को तलाश किया गया व आस-पास के लोगों से पूछताछ की गई सी0सी0टी0वी0 में दिख रहे सदिग्ध वाहन मैक्स को पकड़ा गया। जिसमें बैठे तीनों व्यक्तियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उनके द्वारा दिनांक 25/09/2022 की रात की घटना को नशे की स्थिति में होने के कारण होना बताया व घटना के बाद अपने-अपने घर पहुंचकर अगले दिन तीनों द्वारा उक्त वाहन मैक्स यूके 13 टीए 0012 को फाटा के पास ठीक करवाया व घटना से सम्बन्धित वाहन के साक्ष्यों को मिटाया। घटना के दिन वाहन चलाने वाले चालक नीरज के पास डी0एल0 न होने के कारण मुकदमा उपरोक्त में 304 व 201 भादवि की बढ़ोत्तरी की गई। पुलिस द्वारा घटना के खुलासे हेतु जनपद पुलिस द्वारा निरन्तर अथक प्रयासों व विभिन्न स्थानों पर लगे लगभग 80 सी0सी0टी0वी0 कैमरों के फुटेज जो (देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा व सोनप्रयाग के बीच) संदिग्ध वाहनों को ट्रैस किया गया तथा रात्रि में गुजरने वाले लगभग 10 से 15 वाहन चालकों से पूछताछ की गई व 70 से 80 अन्य लोगों से भी घटना के सम्बन्ध में पूछताछ की गई। परिणति यह रही कि जनपद पुलिस द्वारा निरन्तर अथक प्रयासों से इस घटना को कारित करने वाले व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालांकि जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा इस ब्लाइंड केस का खुलासा तो कर ही दिया है, परन्तु जो 02 लोग इस दुनियां में नहीं रहे व 01 व्यक्ति जो कि जिन्दगी व मौत के बीच में झूल रहा है, इनकी इस हालात के जिम्मेदार कहीं न कहीं हमारे समाज में रह रहे लोग भी हैं। वर्तमान समय में जनपद रुद्रप्रयाग में श्री केदारनाथ धाम यात्रा चल रही है, निश्चित ही जनपद क्षेत्रान्तर्गत कई वाहनों का आवागमन हो रहा है। यात्री वाहनों को छोड़ भी दें तो निश्चय ही स्थानीय वाहन भी इस मार्ग से गुजरे होंगे पर किसी ने जहमत नहीं उठायी कि ये लोग सड़क किनारे पड़े हैं तो इनको देख लिया जाये। देख नहीं पाये तो एक कॉल पुलिस को ही मिला देते। कुछ लोगों ने तो यहां तक बताया कि उन्होने देख भी लिया था पर उन्हें लगा कि शराब के नशे में लेटे होंगे। भई कहां चली गयी मानवता???
कम से कम यदि इतना ही महसूस हो गया था कि ये शराब के नशे में लेटे होंगे तो जहमत तो उठा देते कि साहब न जाने कौन लोग अमुक स्थान पर शराब पिये लेटे हैं, शायद हम (पुलिस) इन तक पहुंच जाते। यदि समय पर सूचना मिलती तो शायद ये लोग जिन्दा भी रह सकते थे। समाज को भी समझना होगा कि जितनी अपेक्षा वे पुलिस से रखते हैं वे भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन अवश्य करें। पुलिस भी समाज का अभिन्न अंग है, आप किसी की मदद नहीं कर सकते तो पुलिस तक सूचना ही दे देते। हमने इन लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया है, और अपनी प्रभावी विवेचनात्मक कार्यवाही करते हुए साक्ष्य भी मा0 न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे पर जो कुछ इनके परिवार पर गुजर रही उसकी भरपायी कैसे होगी इसके लिए वो लोग भी उतने ही जिम्मेदार हैं, जिन्होंने इन लोगों को सड़क पर पड़ा देख लिया पर किसी को कुछ बताया नहीं।
समाज का अधिकांश हिस्सा एक भीड़ के रूप में एकत्र तो हो जायेगा घटना के घटित होने के बाद पर ऐसी घटनायें हों ही न इसके लिए कुछ करने की सोचेगा भी नहीं। हर कार्य सरकार या सरकारी नुमाइंदों के हाथों में नहीं बल्कि हमारे हाथों में है। इस घटनाक्रम में कुछेक लोगों की इन्सानियत तो वास्तव में मर सी गयी थी, जो यह समझकर आगे बढ़ गये कि झांझी कहीं के लेटे पड़े हैं।
कुछेक लोगों के इस मध्य सोशल मीडिया में कमेंन्ट्स और पोस्ट चल रहे थे कि पुलिस तो लोकल लोगों को ही परेशान करेगी। बाहर से आने वाले यात्रियों को तो रोकती भी नहीं। इनकी जानकारी के लिए बता दें कि बाहर से जो भी वाहन आता है जो कि ग्रीन कार्ड यानि कि यात्रा करने विषयक हरेक नियमों का पालन करने हेतु बाध्य रहता है, हमें भी कोई शौक नहीं कि अनावश्यक परेशान करें। हम लोग अपना हरेक कार्य पूरी ईमानदारी से करते हैं और करते आयेंगे। पहले तो ऐसा घटनाक्रम होना नहीं चाहिए, पर हो भी गया तो समाज में रहने के नाते हरेक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि दूसरे पर लांछन लगाने से पहले वह भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन अवश्य करे।
इस केस के खुलासे में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस पूरे गर्व के साथ कह सकती है कि, उनको दिन रात एक करके इस केस की जिस तह तक जाना पड़ा वहां तक गये और इस घटना के गुनाहगारों को पकड़ लाये हैं। बाबा केदार की बरबस कृपा इसी प्रकार से जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस पर बनी रहे यही आशा करते हैं।
गिरफ्तार व्यक्तियों का विवरण-
1 नीरज सिंह नेगी पुत्र श्री कलम सिंह नेगी, ग्राम नाला, थाना गुप्तकाशी, जिला रुद्रप्रयाग (उम्र 27 वर्ष)
2 उत्तम लाल पुत्र श्री सोहन लाल निवासी मस्ता, नाला, थाना गुप्तकाशी, जिला रुद्रप्रयाग (उम्र 26 वर्ष)
3 अमित शाह पुत्र श्री किशोरी लाल निवासी नारायणकोटि, थाना गुप्तकाशी, जिला रुद्रप्रयाग (उम्र 28 वर्ष)
तददिवस को घायल व्यक्ति का विवरण (वर्तमान समय में देहरादून में उपचाराधीन) –
धर्मेन्द्र निवासी मूसाढुंग, जिला रुद्रप्रयाग
तददिवस को घटना में मृतकों का विवरण –
1 मदन पुत्र मोहन सिंह निवासी मूसाढुंग, जिला रुद्रप्रयाग
2 हरवीर पुत्र पूरण सिंह निवासी मूसाढुंग, जिला रुद्रप्रयाग
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम का विवरण-
1- प्रभारी निरीक्षक श्री योगेन्द्र सिंह गुसाई थाना अगस्त्यमुनि।
2- उपनिरीक्षक ललित मोहन भट्ट थाना अगस्त्यमुनि।
3- उपनिरीक्षक सुरेश कुमार सिंह थाना अगस्त्यमुनि।
4- उपनिरीक्षक सतेन्द्र सिंह नेगी एसओजी रुद्रप्रयाग।
5- उपनिरीक्षक दिनेश सती- कोतवाली रुद्रप्रयाग।
6- आरक्षी अजय कुमार- थाना अगस्त्यमुनि।
7- आरक्षी रविन्द्र सिंह-एसओजी रुद्रप्रयाग।
8- आरक्षी राहुल-एसओजी रुद्रप्रयाग
9- आरक्षी पंकज राणा।
10-आरक्षी अनूप लिंगवाल
11- आरक्षी चालक संतोष सिंह।
इस सम्पूर्ण पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक रूद्रप्रयाग द्वारा ₹ 10000/- नगद पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी है।