चमोली- जो बोले सोनिहाल” वाहे गुरु जी के उद्घोष के बीच आज दोपहर एक बजे शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे उच्च हिमालई तीर्थ श्री हेमकुंड साहिब के कपाट, ठीक 12 बजे पढ़ी जाएगी साल की अंतिम अरदास.कपाट बंदी को लेकर गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आज बृहस्पतिवार दोपहर 12 :30 बजे हेमकुंड साहिब स्थित गुरुद्वारे में इस वर्ष की अंतिम पवित्र अरदास पढ़ी जाएगी।श्री हेमकुंड साहिब धाम के कपाट आज बृहस्पतिवार 10 अक्तूबर को इस शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. जिसके लिए श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.बृहस्पतिवार (आज) दोपहर साढ़े 12 बजे हेमकुंड साहिब स्थित गुरुद्वारे के दरबार साहिब में इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी। जिसके बाद दरबार साहिब से गुरु साहिब जी के पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र गुरुग्रंथ साहिब जी को सचखंड में सोवित कर दिया जाएगा। ठीक दोपहर एक बजे हेमकुंड साहिब जी के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
वहीं इस बार पुणे के जत्थेदार भाई सुरिंदरपाल सिंह के संगत द्वारा दरबार साहिब में इस वर्ष की अंतिम शबद कीर्तन का पाठ किया जायेगा। इस मौके पर सेना के गढ़वाल स्काउट और पंजाब के बैंड की मधुर संगीत भी सप्त श्रृंग की चोटियों में गुंजायमान होंगे. श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया, कि इस बार कपाट बंद होने के पावन अवसर पर करीब 2,500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा कुशलता से चली और पिछले साल की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ा है। इस साल (बुधवार तक) 1 लाख 83 हजार 219 श्रद्धालओं ने मत्था टेका।