नरसिंह मंदिर में गरुड़छाड मेले का आयोजन

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जोशीमठ/ विनय उनियाल। चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने मैं अब महज तीन दिन शेष रह गए है। ऐसे मैं कपाट खुलने की तैयारियां भी शरू हो गई है। तिल तेल गाडू घड़ा जोशीमठ के नरसिंह मंदिर पहुच गया है। कल सुबह नरसिंह मंदिर मैं पूजा अर्चना के बाद तेल कलश गाडू घड़ा और बद्रीनाथ धाम के पुजारी रावल पाण्डुकेश्वर के लिये रवाना होंगे।

बता दे कि भू बैकुंठ बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की परंपराएं प्रारंभ हो चुकी है। इसी कड़ी में जोशीमठ के नरसिंह मंदिर स्थित देव पूजाई समिति के भवन में गरुड़ छाड़ मेले का आयोजन किया गया।

गुरुवार को आयोजित हुए इस धार्मिक मेले के दौरान नारायण गरुड़ संग एक कई किलोमीटर लंबी रस्सी के सहारे 6 माह बाद एक बार फिर अपने भक्तों को दर्शन देने उनके बीच पहुंचे। उपस्थित पांडे पुरोहितों ने 25 प्रकार के दीपको से नारायण की आरती उतारी।बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल बताते हैं, कि प्रतिवर्ष यात्रा शुरू होने से पहले इस मेले का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथ किया जाता है।

कहते हैं, कि 6 माह की शीतकालीन कपाट बंदी के बाद नारायण से एक बार फिर अपने भक्तों के बीच उपस्थित होने व दर्शन देने का आग्रह किया जाता है। जिसके बाद नारायण अपने वाहन गरुड़ संग भक्तों के बीच पुनः उपस्थित होते हैं। व बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल के साथ पांडुकेश्वर होते हुए धाम के लिए रवाना हो जाते हैं। मान्यता है, कि यदि गरुड़ और नारायण दोनों ही रस्सी के सहारे बिना रुके नीचे उतर आते हैं तो यात्रा निर्बाध और निर्विघ्न संपन्न होती है।

भुवन उनियाल ने कहा कि इस वर्ष गरुड़ और नारायण दोनों ही बहुत तेजी से रस्सी के सहारे नीचे उतरे हैं। इस वर्ष यात्रा निर्विघ्नं और निर्बाध संपन्न होगी। इस मेले के दौरान देवपूजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूरी, बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदिरि, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर सिंह पवार आदि कई पंडित पुरोहित व भक्त गण मौजूद रहे।

मान्यता है, कि इस मेले के दौरान जो भी निसंतान जोड़ा नारायण को रस्सी से नीचे आने के दौरान अपनी गोद में पकड़ता है। उसके घर में निश्चित ही संतान रत्न की प्राप्ति होती है।

कहते हैं, कि नारायण उन जोड़ों को संतान रत्न का वर देते हैं जो नारायण को इस मेले के दौरान अपनी गोद में पकड़कर पूजन अर्चन आदि करें। गुरुवार को आयोजित हुए इस मेले के दौरान जोशीमठ के रहने वाले कमल रतूड़ी ने अपनी पत्नी के साथ नारायण को अपनी गोद में पकड़ा व पूरी आस्था के साथ नारायण का पूजन अर्चन आदि किया कहते हैं कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि नारायण उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करेंगे।

इस अवसर पर बद्रीनाथ के पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, भगवती प्रसाद नम्बूरी, उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी, प्रभारी तहसीलदार रवि साह, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, स्वामी मुकुन्दनन्द, आदि मौजूद रहे।

 

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