गैरसैण-

उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र 21 अगस्त से 23 अगस्त तक भराडीसैण स्थित विधानसभा भवन में आयोजित किया जाएगा,सत्र में प्रतिभाग करने को लेकर बड़ी संख्या में नेता और बड़े अधिकारी ग़ैरसैण पहुँचेंगे।ऐसे में स्थानीय प्रशासन के द्वारा अधिकारियों को गैरसैण में रहने और खाने की व्यवस्थाओं को दूरस्त किया जा रहा हैं।इसी बीच खंड शिक्षा अधिकारी गैरसैण का एक आदेश सोसल मीडिया पर वाईरल हो रहा हैं,जिसमें की बीईओ के द्वारा गैरसैण के सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्यों को सत्र के दौरान अधिकारियों की व्यवस्थाओं के लिए दो जोड़ी बिस्तरो की व्यवस्था करने के आदेश दिये गये हैं।पत्र में यह भी लिखा हैं की विगत वर्षों की भाँति व्यवस्था करनी होगी,यानी पहले भी ऐसा होता रहा हैं,लेकिन बिस्तरो का भुगतान किस मद से किया जाएगा,इसका कोई उल्लेख नहीं हैं,जिससे अध्यापक अपने आप को असहज महसूस कर रहें हैं,भाकपा मालें के प्रदेश सचिव इंद्रेश मैखुरी ने ने बीईओ का वाईरल पत्र अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर टिप्पणी लिखी हैं।उन्होंने लिखा कि अफ़सरों के पहाड़ चढ़ने का बोझ भी शिक्षकों के ऊपर ही आया हैं,लिखा कि पहले सुना था,जनगणना से लेकर सरकारी योजनाओं का कार्य सरकारी अध्यापकों के ही ज़िम्मे होता था,लेकिन अब बिस्तरो की व्यवस्था शिक्षकों के ज़िम्मे दे दी हैं लेकिन वह किस मद से बिस्तरो के भुगतान की व्यवस्था करेंगे,इसको लेकर शिक्षा विभाग के द्वारा स्पष्ठ नहीं किया गया हैं।

बाद में वायरल आदेश की सोशल मीडिया पर वायरल से खड़ शिक्षाधिकारी गैरसैण के द्वारा पूर्व आदेश को निरस्त कर नए आदेश में कार्यलय लिपिक की त्रुरटी बस कह कर पला झाड़ दिया।

 

 

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