जोशीमठ/ विनय उनियाल। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य और राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने गुरुवार को ज्योतिरमठ में हुई पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर में लोगों को दर्शन का समय कम मिल रहा है। कहा कि मंदिरों में तीर्थयात्री कम और पर्यटक ज्यादा आ रहे है। उन्होंने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर में चल रहे पुनर्निर्माण और मास्टर प्लान के कार्यों को जरूरत बताया। और कहा कि मंदिरों के मूल स्वरूप में बदलाव न कर धामों में सुविधाओं को विकसित करने के लिए सरकार अच्छा कार्य कर रही है। राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि लगभग साढ़े तीन लाख रामभक्तों ने राममंदिर के लिए अपनी कुर्बानी दी है। जिसके परिणामस्वरूप अदालत ने भी मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय दिया। देशभर में मंदिर-मस्जिद पर चल रहे विवाद पर कहा कि देशभर में 3 लाख पचास हजार मंदिरों को तोड़कर मस्जिद और इस्लामिक धार्मिक स्थलों का निर्माण किया गया है।
शंकराचार्य ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने सरकार से 2 नाली भूमि आयुर्वेद अस्पताल के नाम पर लीज में ली थी और उस पर आश्रम बनाकर अपने आपको ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य बताने लगे। कहा कि अब वह फिर जोशीमठ में अस्पताल के लिए जमीन की तलाश कर रहे है। पहले वह यह बताएं कि जो भूमि आयुर्वैदिक शोध संस्थान के नाम पर ली गई थी उसमें कितना बड़ा आयुर्वैदिक शोध संस्थान बनाया गया व कितने लोगों का इलाज किया जा रहा है।