देहरादून रजिस्ट्रार ऑफिस में बैनामों से छेड़छाड़ मामला, पुलिस के हत्थे चढ़ा नामी वकील, अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार। देहरादून पुलिस ने मामले के मास्टरमाइंड केपी सिंह के अधिवक्ता कमल विरमानी को गिरफ्तार किया है. कमल विरमानी फर्जीवाड़े में उसका पूरा साथ देता था देहरादून से कमल विरमानी को हिरासत में लिया गया था. पूछताछ के बाद कमल विरमानी को गिरफ्तार किया गया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर
रजिस्ट्रार ऑफिस के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपए की जमीनों की खरीद फरोख्त करने के मामले में देहरादून के नामी वकील कमल विरमानी को कोतवाली पुलिस ने देर रात क्रॉस रोड मॉल के बाहर हिरासत में लिया. जिसके बाद कमल विरमानी से पूछताछ की गई. पूछताछ में संतोषजनक जवाब न मिलने के बाद पुलिस ने कमल विरमानी को गिरफ्तार किया. वकील कमल पर 281/2023 धारा 420/120बी/467/468/47 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. अभी तक इस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 9 आरोपियों की गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही और भी नाम सामने आए हैं, जिनके खिलाफ सबूत इकट्ठे कर दबिश दी जा रही है
देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही इस फर्जी मामले में अब तक करीब 10 करोड़ रुपए का लेनदेन और पौने दो एकड़ जमीन पर फर्जीवाड़ा सामने आया है. जल्द ही और आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. इसके लिए एसआईटी की टीम जांच कर दबिश देने का काम कर रही है.
15 जुलाई को संदीप श्रीवास्तव सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जिलाधिकारी द्वारा 3 गठित समिति की जांच रिपोर्ट में अज्ञात आरोपियों की मिलीभगत से धोखाधड़ी की नियत से आपराधिक षड्यंत्र रचकर रजिस्ट्रार कार्यालय और उप रजिस्ट्रार कार्यालय में अलग-अलग बैनामों में छेड़छाड़ की गई है. इस संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा पंजीकृत होने के बाद एसएसपी ने मामले के खुलासे के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है.
एसआईटी ने रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी लेते हुए रिंग रोड से संबंधित 50 से अधिक रजिस्ट्रियों का अध्ययन कर संबंधित लोगों से पूछताछ की. पूछताछ में कुछ प्रॉपर्टी डीलर के नाम सामने आए. प्रॉपर्टी डीलरों से पूछताछ में कई लोगों के नाम आने के बाद गठित टीम ने कई संदिग्धों के विभिन्न बैंक अकाउंट चेक किए, जिसमें करीब 10 करोड़ रुपयों का लेन-देन होना पाया गया. इन लोगों द्वारा बनाए गए दस्तावेजों को रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त करने पर करीब पौने दो एकड़ भूमि पर फर्जीवाड़े का होना भी पाया गया.
एसआईटी की टीम ने मामले में पहले मक्खन सिंह, सतोष अग्रवाल, दीप चंद अग्रवाल (जमीन खरीदने वाले) और रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्त डालचंद, वकील इमरान अहमद, रोहताश सिंह (रजिस्ट्रार ऑफिस में तैनात पीआरडी जवान), राजस्व अभिलेखागार में नियुक्त विकास पांडे, रिकॉर्ड रूम में नियुक्त अजय सिंह क्षेत्री को गिरफ्तार कर चुकी है. सभी वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार में निरुद्ध हैं. इन लोगों से विस्तृत पूछताछ में कई अन्य लोगों के नाम भी आए थे. एसआईटी द्वारा आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. एसआईटी द्वारा मुखबिर की सूचना पर शनिवार देर रात क्रॉस रोड मॉल के बाहर से एक अन्य आरोपी अधिवक्ता कमल विरमानी को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया.