सीईओ कार्यालय में धरने पर बैठे गेस्ट टीचरों का आंदोलन खत्म
मुख्य शिक्षा अधिकारी के आश्वासन के बाद माने गेस्ट टीचर,
एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही नहीं होने पर पुनः आंदोलन करेंगे गेस्ट टीचर
हड़ताल के चलते बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हो गई थी चैपट,
मई और जून माह का नहीं मिला माध्यमिक अतिथि शिक्षकों को वेतन
रुद्रप्रयाग। मई और जून माह के मानेदय को लेकर बरती गई शिक्षा विभाग की लापरवाही के खिलाफ माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म हो गयी है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के एक सप्ताह के भीतर मांग पर कार्यवाही के आश्वासन के बाद गेस्ट टीचर धरने को समाप्त करते हुए अपने-अपने स्कूलों को लौट गए हैं।
दीर्घावधि अवकाश का मानदेय देने समेत कई मांगों लेकर चल रहा माध्यमिक अतिथि शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सीईओ के आश्वासन के बाद स्थगित हो गयी है। शिक्षकों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही न होने पर फिर से आंदोलन शुरू किया जाएगा। गत 7 जुलाई को माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आशीष जोशी के नेतृत्व में अतिथि शिक्षकों ने सीईओ कार्यालय पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। सोमवार को भी शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। संघ के अध्यक्ष आशीष जोशी ने कहा कि मई माह का अपूर्ण एवं जून माह का मानदेय का भुगतान को लेकर लगातार विभाग से पत्राचार किया गया, लेकिन शिक्षा विभाग पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। संघ ने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी अगस्त्यमुनि, जखोली, ऊखीमठ की ओर से जून के मानदेय भुगतान के लिए स्पष्ट रूप से मना किया गया है, जिससे शिक्षकों का मानदेय भुगतान न होने पर उनके परिवार पर रोजी रोटी का संकट खडा हो गया है। सोमवार को अतिथि शिक्षकों ने सीईओ वीपी सिमल्टी से वार्ता की, जिसमें दीर्घावधि के मानेदय भुगतान संस्थाध्यक्षों के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को छात्र हित में आनलाइन शिक्षण, गृह कार्य एवं प्रोजेक्ट के आधार किया जाए। कार्य बहिष्कार पर उपस्थित अतिथि शिक्षकों के उक्त दिनों को आकस्मिक अवकाश में घोषित करते हुए माह जुलाई का पूर्ण मानदेय भुगतान किया जाए। उक्त मांगों पर सीईओ के आश्वासन देने के बाद गेस्ट शिक्षकों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है। शिक्षकों नेे कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है, तो माध्यमिक शिक्षकों को विवश होकर पुन आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा।वहीं सीईओ विनोद सिमल्टी ने कहा कि अतिथि शिक्षकों की मांग पर कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के मानदेय को लेकर शासन स्तर पर पत्राचार किया जायेगा और नियमों के तहत उनका भुगतान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन दिनों तक अतिथि शिक्षकों ने हड़ताल की, उन दिनों के लिए उन्हें अतिरिक्त समय छात्रों को देना होगा।