रूद्रप्रयाग //विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत धारकोट में ग्रामीणों द्वारा प्रति 3माह के अंतराल में गांव में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है ,इस वर्ष भी धारकोट निवासियों के द्वारा नवरात्रि,रामलीला का मंचन सहित अन्य धार्मिक कार्यों का भी संपादन किया जाता रहा है।ग्रामीणों के द्वारा गांव की खुशहाली व विश्वकल्याण के लिए इस प्रकार कार्यक्रम किए जाते है ।ग्रामीणों के द्वारा 3तीन वर्षो के अंतराल में गांव में पांडव नृत्य का आयोजन किया जाता है ।जिसमे गांव के व्यक्तियों द्वारा  पांडवों के अलग अलग व्यक्तियों द्वारा पात्रता निभाई जाती है , 8 दिसंबर से पांडव नृत्य का शुभारंभ किया गया है ।पांडव नृत्य में ग्रामीणों द्वारा नर अवतार के रूपो में पांडवों को पूजा व नृत्य करवाया जाता है जो प्रति दिन ,दिन व रात्रि के समय अस्त्र शस्त्रों के साथ नृत्य करने की परंपरा को जीवंत रखे हुए है ।पांडव नृत्य को देखने के लिए दूरदराज के ग्रामीण भी धारकोट गांव में पहुंच कर पांडव नृत्य का आनंद ले रहे है पांडव पशवो के द्वारा घर घर जा कर भी लोगो को खुशहाली संपन्नता का आशीष ग्रामीणों को दिया जाता है। पांडव नृत्य को देखने के लिए प्रवासी व गांव की धियानीयो का गांवों में पहुंचने का शिलशिला लगातार जारी हैं पांडव देवताओं को अपने अपने तरीके से चढ़ावा भी चढ़ाया जा रहा है गांवों इस प्रकार के आयोजन भाईचारा व एकता को रखने में सार्थक होते है ।पांडव नृत्य के संयोजक कृपाल सिंह पंवार व अध्यक्ष नागेंद्र सिंह पंवार का कहना की पूर्व की वर्षो की भांति इस वर्ष भी 19दिसंबर को यहा पर भव्य चक्रब्यूह का मंच किया जाना है जिसमे क्षेत्रीय जनता के साथ साथ सभी जनप्रतिनिधि भी पांडव नृत्य में शामिल होगे।17 दिवसीय पांडव नृत्य का समापन गेंडा कोथिक के साथ24 दिसंबर को किया जाएगा।

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