श्री बाबा केदार बालक छात्रावास के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए पर्यटन मंत्री।
रुद्रप्रयाग ।।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकल्प “उत्तंराचल देवीय आपदा पीड़ित सहायता समिति” द्वारा श्री बाबा केदार बालक छात्रावास गुप्तकाशी के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रतिभाग करते हुए
“उत्तंराचल देवीय आपदा पीड़ित सहायता समिति” द्वारा संचालित श्री बाबा केदार बालक छात्रावास, गुप्तकाशी के वार्षिकोत्सव में प्रतिभाग कर रहे छात्र-छात्राओं, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के नौनिहालों और समाज को संस्कारवान बनाने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक का हमेशा अग्रणी रहा है। छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन काबिले तारीफ है।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रान्त सेवा प्रमुख पवन कुमार ने कहा कि आरएसएस ही नहीं बल्कि पूरे हिन्दू समाज के रक्त में हमेशा से ही निस्वार्थ सेवा भाव रहा है। श्री बाबा केदार बालक छात्रावास गुप्तकाशी आरएसएस का सेवाभाव है कि यहां पढ़ने वाले गरीब निराश्रित बच्चे स्वाभिमान व स्वाबलंब से पूर्ण हों। विशिष्ठ अतिथि केदारघाटी के प्रसिद्ध उद्योगपति कुशाल सिंह नेगी ने छात्रावास में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के पठन पाठन के लिए 1 लाख 25 हज़ार रुपये देने की घोषणा की। दैवीय आपदा पीड़ित सहायता समिति के अध्यक्ष डी0एस0 पुजारी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर विभाग प्रचारक शरद, जिला कार्यवाहक जगदीश जग्गी, विभाग कार्यवाहक पहलाद पुष्पवाण, कोषाध्यक्ष मदन सिंह नेगी, सचिव लक्ष्मण सिंह बिष्ट, क्षेत्र पंचायत प्रमुख स्वेता पांडेय, बीकेटीसी के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, केदारनाथ नगर पंचायत अध्यक्ष देव प्रकाश सेमवाल, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कुवरी बर्तवाल, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सत्येंद्र बर्तवाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष गुप्तकाशी विनोद देवशाली, भाजपा मंडल अध्यक्ष सतेराखाल गंभीर बिष्ट, गजपाल रावत, अंजना रावत, राय सिंह राणा, योगेंद्र नेगी, विजयपाल नेगी, जयंती कुर्मांचली, प्रकल्प प्रमुख वीरेंद्र सिंह बिष्ट, प्रदीप राणा, आशीष कंडारी सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधी व भाजपा कार्यकर्ता व नौनिहाल मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अरुण चमोली व तेज प्रकाश त्रिवेदी ने संयुक्त रूप से किया।