उत्तरकाशी -जिला अस्पताल में भर्ती एक छात्र की अचानक मौत हो गई। छात्र की मौत होने पर डिग्री कॉलेज उत्तरकाशी के छात्रों और परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर बवाल काटा। अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए गुस्साए परिजन व छात्रों ने डॉक्टरों पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार पुरोला के रामा गांव निवासी 19 वर्षीय मोहित कुमार पुत्र सुरपाल बीती शुक्रवार आधी रात करीब 12 बजे पेट दर्द की शिकायत पर एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात को आपातकालीन में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, लेकिन सुबह करीब दस बजे छात्र की स्थिति गंभीर होने पर उसने दम तोड़ दिया। मोहित रामचंद्र उनियाल राजकीय महाविद्यालय उत्तरकाशी में बीए प्रथम वर्ष का छात्र बताया जा रहा है। उसकी मौत की खबर लगते ही डिग्री कॉलेज के छात्र बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में एकत्रित हुए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया।
मामले पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष राणा ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगायें हैं मनीष ने बताया कि छात्र की जान बच सकती थी लेकिन डाक्टरों की घोर लापरवाही से छात्र की जान गयी है।
अस्पताल में छात्रों सहित परिजनों ने डॉक्टरों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वह गंभीर स्थिति में था तो डॉक्टरों को उसे हायर सेंटर रेफर करना चाहिए था, लेकिन ऐसा करने की बजाय डॉक्टरों ने उसे ग्लूकोज और इंजेक्शन लगाकर इतिश्री कर ली और सुबह तक भी कुछ कहने को तैयार नहीं थे। परिजनों ने संबंधित डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की और देर शाम तक भी पोस्टमार्टम नहीं करवाया।अस्पताल पहुंचे छात्रनेता अमरीकन पुरी ने बताया कि मोहित को कॉलेज में फुटबॉल खेलते वक्त चोट लगी थी और पिछले दो तीन दिन से लगातार अस्पताल में इलाज के लिए जा रहा था। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टरों ने उसके स्वास्थ्य को हल्के में लिया।