जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर शासन प्रशासन से लेकर  पर्यवरण विद अनिल जोशी ने भी जताई चिंता ।

जोशीमठ भूधसाव को लेकर अधिकारियों ने जमाया जोशीमठ में डेरा।

चमोली ।।,जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर जिला प्रशासन की 6 टीमें घर-घर जाकर सर्वे करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने मे जुटी है। अभी तक 34 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। जिसमें से 29 परिवारों को प्रशासन ने शिप्ट किया जबकि पांच परिवार अपने आप शिफ्ट हुए है। सर्वेक्षण का कार्य अभी भी जारी है। प्रभावित परिवारों के लिए जिला प्रशासन द्वारा राशन किट तैयार करायी गई है। राहत शिविरों में विद्युत, पेयजल, शौचालय की समुचित व्यवस्था की गई है। नगरपालिका, गुरुद्वारा, जीआईसी, आईटीआई तपोवन, प्राथमिक विद्यालय जोशीमठ आदि स्थानों पर प्रभावित परिवारों को रखा गया है।वहीं दूसरी ओर ज्योतिर्मठ ज्योतिष्पीठ में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी के निर्देशन में ज्योतिष्पीठ के प्रभारी मुकुलानंद जी द्वारा प्रभावितों के लिये‌ भोजन की व्यवस्था की गयी‌ है।

इस घटना पर पर्यावरण विद डॉ अनिल जोशी ने भी चिंता जताई है। इस पूरे मामले को लेकर पर्यावरणविद डॉक्टर अनिल जोशी ने कहा कि आज से लगभग 20 साल पहले पैनी,हेलंग अण्णमठ,जोशीमठ की धरती पर भू धसाव की स्थिति देखी जा रही थी, वहीं आज ये साफ भी हो गया कि इसके पीछे का कारण बेतहाशा विकास कार्य किया जाना है,,उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण और हाइड्रो प्रोजेक्ट के साथ ही अनेकों निर्माण कार्य की वजह से ही इस क्षेत्र में भू धसाव की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अब सरकार को चाहिए कि प्रभावित लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएं ताकि लोग सुरक्षित रह सकें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here