जिला पंचायत रुद्रप्रयाग को वर्ष 2013 की आपदा में परिसंम्पतियो के नुकसान अब तक नही मिला मुआवजा ।।4 करोड़ रुपये का हुआ था जिलापंचायत रुद्रप्रयाग को नुकसान ।
केदारनाथ यात्रा में गौरीकुंड से संचालित होने वाले घोड़े, खच्चर ,डंडी की प्रीपेड व्यवस्था पूर्व की भांति खुद करना चाहती है जिलापंचायत।
2013 से प्रीपेड का संचालन कर रही प्राइवेट कम्पनी ।जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की समस्याओं को लेकर प्रभारी मंत्री व पंचायतीराज मंत्री से की मुलाकात ।
रुद्रप्रयाग जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने देहरादून मे जिला प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा और पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की। उन्होंने मुख्य रूप से केदारनाथ यात्रा वर्ष 2012 से पूर्व की भंाति जिला पंचायत को प्रीपेड व्यवस्था वापस सौंपने की मांग की। उन्होंने कहा जिले में संचालित हो रही विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ यात्रा में प्रीपेड व्यवस्था को बाहरी राज्यो की निजी कम्पनियों को सौंपा गया है ।जबकि यह व्यवस्था वर्ष 2013 से पूर्व जिलापंचायत रुद्रप्रयाग स्वयम किया करती थी ।जिससे यात्रा से जिलापंचायत को अच्छी आमदनी प्राप्त होती थी ।लेकिन निजी कम्पनी को प्रीपेड व्यवस्था जाने से जिलापंचायत को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है ।
इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2013 की आपदा मे क्षतिग्रस्त हुई जिला पंचायत की परिसम्पतियो 4 करोड़ रुपये नुकसान आंकलन का भुगतान अभी तक नही हुआ ।जबकि आपदा ग्रस्त हुई पेयजल ,विधुत,गढ़वाल विकास निगम आदि कहि विभागों को नुकसान की भरपाई स्वयम उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किया गया था ।लेकिन जिला पंचायत की 4 करोड़ नुकसान पत्रावली शासन को भेजी गयी थी। लेकिन शासन ने आज तक जिला पंचायत रूद्रप्रयाग को एक भी पैसा उन सम्पतियों का नहीं दिया है ।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में जिलापंचायत को जो भी नुकसान हुआ है इसमें उस समय के अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों जबाबदेहि बनती थी। उनकी कमी के कारण जिला पंचायत 2013 की आपदा का पैसा नहीं मिल पाया। आने वाले समय मे जिलापंचायत की आय बढ़ाने के लिये केदारनाथ यात्रा रूट पर बारिश से बचने के लिए आवश्यकतानुसार रेन सेल्टर बनाने तथा जिला पंचायत अध्यक्ष का आवास निर्माण सहित कहि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दोनों कैबिनेट मंत्रियों से वार्ता हुई ।