भारत-नेपाल सीमा पर बादल फटने से काली नदी का जलस्तर बढ़ा ,खोतिया गांव हुआ जलमग्न।

0
881

पिथौरागढ़ ।।भारत नेपाल सीमा पर बादल फटने की सूचना ।
नेपाल से आने वाली काली नदी का जलस्तर बढ़ने से खोतिया गांव हुआ जलमग्न ।
जिला प्रशासन ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन।

उत्तराखंड।

भारत नेपाल सीमा तय करने वाली काली नदी में बीती रात अचानक पानी बढ़ गया जिसकी वजह से धारचूला और उसके आसपास के गांवों में बसे लोगो के घर जलमग्न हो गए और कई मकान ताश के पत्तो की तरह ढहकर नदी में समा गए,मिली जानकारी के मुताबिक काली नदी में पहाड़ी से टूटकर एक बड़ा बोल्डर आ गिरा था जिस वजह से पानी का बहाव एकाएक रुक गया,और नदी में बोल्डर के पीछे की ओर पानी इक्कठा होने लगा,कुछ समय बाद जब बोल्डर पर प्रेशर पड़ा तो बोल्डर हट गया और इक्कठा हुआ पानी बाढ़ में तब्दील हो गया,जलस्तर बढ़ने से तेज़ रफ़्तार और भारी मात्रा में नदी का पानी बहने लगा जिसकी वजह से काली नदी के किनारे बसे गांवो के घरों को खासा नुकसान हुआ है। धारचूला के ग्वालगांव में तबाही का मंजर नज़र आ रहा है हर जगह मलबा भर गया है गाड़िया मोटरसाइकिल मलबे में दब गई। नेपाल के खोतिला गांव में भी नदी के बढ़े हुए जलस्तर से आपदा आ गयी इमारतें भरभरा कर नदी में समागयीं। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नही है।आपको बता दें कि काली नदी के कहर से धारचूला को बचाने के लिए इसी वर्ष तटबंध निर्माण के लिए सरकार ने 76 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी,जिसमे से 17 करोड़ मार्च में अवमुक्त किये गए थे,सिंचाई विभाग द्वारा निविदा पर ठेकेदार को कार्य सौंपा गया था। राहत और बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है साथ ही स्थानीय प्रशासन और लोग भी राहत का काम कर रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here