रुद्रप्रयाग । उतर पदेश के समय से पशुपाल विभाग के द्वारा विकासखण्ड जखोली के खलियान बाँगर में भेड़ प्रजजन केंद्र की स्थापना की हुई है और उत्तराखण्ड के इन 22 सालो के अंतर्गत भी यंहा पर 100 से 1000 भेड़ो के लिये भवन व भाड़े बनाये गए हैं ।इस भेड़ प्रजजन केंद्र पर आस्ट्रेलियन प्रजाति से लेकर बिभिन्न किस्म के भेड़ो को यंहा रखा जाता था।लेकिन पिछले एक साल से खलियान भेड़ प्रजजन केंद्र बिना भेड़ो के बिरान पड़ा हुआ है जबकि पशुपालन विभाग के द्वारा भेड़ो की रेख देख के लिये यंहा पर पशुप्रसार अधिकारी व अन्य कर्मचारीयो की नियमित नियुक्ति की हुई है ।
यही नही कर्मचारियों के लिये आवास कलोनी के साथ साथ करोड़ो रूपये का स्ट्रेक्चर को भी यंहा पर खड़ा किया हुआ है ।लेकिन भेड़ो के होने से यंहा पर बने कमरे धूल फांक रहे है ।विकास खण्ड जखोली के खलियान भेड़ प्रजजन केंद्र को सन 60 के दशक में खोला गया था इस भेड़ प्रजनन केंद्र को 300 नाली भूमि पर बनाया गया है पिछले तीन वर्षों से यहां पर उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा भेड़ों और विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लियेभवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन पिछले सात आठ महिनों से यह संस्थान बिना भेड़ों के खाली पड़ा हुआ हैं विभाग ने क्यो इस भेड़ केंद्र को इतने लंबे समय से खाली रखा है इसे लेकर यंहा तैनात कर्मचारी नही बता पा रहे है ,
जहां सदैव ढेड़ सौ से अधिक भेड़ों से यह सीप फार्म भरा रहता था वर्तमान में विरान पड़ा हुआ हैं इस भेड़ प्रजजन केंद्र से भेड़ो की रेख देख के लिये पांच स्थानीय व्यक्ति को भी रखा गया था ।लेकिन आठ माह से केंद्र में भेड़ न होने से इन लोगो का भी रोजगार छीन चुका है ।
वर्ष 2003 में इस भेड़ प्रजनन केंद्र की दुर्दशा व विभागीय उदासीनता की समस्या को भी यंहा की जनता व क्षेत्र प्रतिनिधि समय समय अपने अपने माध्यमो से उठाते आये है राज्य गठन से पूर्व चार दशक से अधिक समय तक यह सीप फार्म क्षेत्रीय लोगों के लिए नौकरी रोजगार के साथ ही पशु पालकों और काश्तकारों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुआ करता था लेकिन वर्तमान समय पूर्व के तीन वर्षों से यहां पर सरकार द्वारा करोड़ों की लागत से भवनों निर्माण कार्य किया जा रहा है लेकिन जिस उद्देश्य को लेकर संस्थान को बना था आज उसका लाभ होता दिखाई नही दे रहा हैं । क्षेत्रीय जनता का प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी व रुद्रप्रयाग विधानसभा के विधायक श्री भरत सिंह चौधरी से आग्रह करते हैं कि इस भेड़ प्रजनन केंद्र को बहु उद्देशीय फार्म के रूप में विकसित किया जाय ताकि क्षेत्रीय पशु पालकों, किसानों और क्षेत्रीय काश्तकारों को भी इसका लाभ मिल सके ।