रुद्रप्रयाग:17 अगस्त 2023 से प्रारंभ हुआ पातबीड़ा अनुष्ठानिक महोत्सव वीरवार को भगवती नंदा के डाली कौथिग और कैलाश विदाई के साथ सकुशल संपन्न हो गया। अनुष्ठान के अंतिम दिवस तल्ला नागपुर के क्वीली गांव में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। गांव का कोई भी ऐसा कोना नहीं दिखा जहां पर भक्तों की भीड़ न हो। 9 दिनों तक चले इस कार्यक्रम को क्वीली कुरझण और बड़कोटी कि ग्रामीणों द्वारा आयोजित किया गया।

‌अनुष्ठान के अंतिम दिवस डाली कौथिग के दिन पूरे रुद्रप्रयाग जनपद से श्रद्धाल भारी संख्या में क्वीली के नंदा देवी मंदिर पहुंचे। इससे पूर्व बुधवार को गांव के नजदीकी सेड़मा तोक से डाली कोथिग के लिए विशाल चीड़ के वृक्ष को क्षेत्र वासियों के सहयोग से मंदिर तक पहुंचाया गया। आयोजन समिति के द्वारा जिस स्थान से चीड़ के वृक्ष को धार्मिक मान्यताओं के मध्येनजर इस कौथिग के लिए लाया गया उसके स्थान पर पर्यावरण संरक्षण के मध्येनजर लगभग पांच फलदार वृक्षों को रोपा गया। भारी बारिश भी नंदा भक्तों के हौसले को नहीं डगमगा पायी। देवी के दिव्य वृक्ष को जंगल से मंदिर तक लाने के लिए पूरे क्षेत्र से लगभग पांच हजार श्रद्धालु पहुंचे थे। सभी भक्तों हेतु आयोजन समिति की तरफ से भंडारा भी आयोजित किया गया।ख़ाली कौथिग के दिन सुबह सवेरे ही तीनों गांव के ग्रामीणों और पूरे क्षेत्र के लोगों द्वारा भेंट किए गए फलों और श्रृंगार सामग्री से पूरे वृक्ष का श्रृंगार किया गया। इसके पश्चात हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में दिव्य वृक्ष को राशियों की सहायता से खड़ा किया गया। भगवती नंदा के पश्वा पर देवी अवतरित हुई और लगभग 80 फीट ऊंचे पेड़ पर चढ़कर अपने पूरे मायके क्षेत्र के दर्शन किए एवं अपने मैतियों को सुख संपन्नता और कुशलता का आशीर्वाद दिया। हजारों धियाणियों ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों की मौजूदगी में भगवती नंदा के कैलाश विदाई का यह माहौल और गांव की बुजुर्ग रामचन्द्रजी देवी, श्री देवी ब्यासा देवी, सरोज पुरोहित के करूणामयी नन्दा जागरों से माहौल अत्यंत गमगीन हो गया। भावुकता से भरा हुआ यह मेला विशेष कर धियाणियों को समर्पित है। मेले में दूर-दूर से पहुंची हुई और बुजुर्ग धियाणियों एक दूसरे के गले लग कर खुद मिटाते हुए दिखे।
मीडिया प्रभारी पंकज पुरोहित ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक लगभग दस हजार लोग इस पल की साक्षी बने। श्रद्धालुओं के लिए कोटेश्वर के महंत शिवानंद गिरि जी महाराज के द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। समिति के कोषाध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद पुरोहित द्वारा इस पूरे कार्यक्रम को निर्विघ्न रूप से संपन्न करने हेतु जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग, जल संस्थान रुद्रप्रयाग, बिजली विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, एसडीआरएफ, नगर पंचायत तिलवाड़ा, नगर पंचायत अगस्तमुनि,नगर पालिका रुद्रप्रयाग सहित सभी सहयोग कर रहे विभागों, ग्राम वासियों एवं संपूर्ण क्षेत्र वासियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
सत्रह वर्षों बाद आयोजित हुई पातबीड़ा में इस बार बहुत जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। इस प्रकार धियाणी मिलन का यह धार्मिक उत्सव सकुशल संपन्न हो गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष, समिति उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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