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Sunday, December 22, 2024
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी डामटा में यमुनाघाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह में प्रतिभाग किया

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*- स्थानीय लोगों ने पारंपरिक ढंग से मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया*

*-मुख्यमंत्री ने मेले में जुटे ग्रामीणों के साथ पारंपरिक लोक नृत्य में भी थिरके*

*-मुख्यमंत्री ने यमुनाघाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह के आयोजन के लिए पांच लाख रूपये की धनराशि देने सहित अनेक घोषणाएं की*

*उत्तरकाशी, ।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के डामटा में आयोजित यमुनाघाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह के आयोजन के लिए पांच लाख रूपये की धनराशि देने के साथ ही मुगरसंती पट्टी के पैंसठ गांव के आराध्य रूद्रेश्वर महाराज के डांडा देवराणा मेला को राजकीय मेले के कैलेण्डर में सम्मिलित करने और टीकरा टॉप में खेल मैदान व हेलीपैड का निर्माण कराने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डामटा क्षेत्र में पॉलीटेक्नीक संस्थान की आवश्यकता का आकलन कर उचित निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज यमुनाघाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह में प्रतिभाग करने डामटा पहॅुंचे थे। सूरत स्टेडियम डामटा कांडी में आयोजित इस समारोह में हजारों की संख्या में जुटे स्थानीय लोगों ने पारंपरिक ढंग से मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मेले में जुटे ग्रामीणों के साथ रवांई-जौनसार-जौनपुर क्षेत्र के पारंपरिक लोक नृत्य में भी हिस्सा लिया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उपस्थित जन समुदाय को इस समारोह के आयोजन एवं लोक पर्व इगास बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने तथा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस समारोह के जरिए महत्वपूर्ण एवं सराहनीय प्रयास किया है। राज्य सरकार इस तरह के प्रयासों को निरंतर प्रोत्साहन देगी। मुख्यमंत्री ने इस समारोह के आयोजन हेतु पॉंच लाख रूपये देने की घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने तथा राज्य की समृद्ध परंपराओं के संरक्षण व संवर्द्धन पर विशेष ध्यान दे रही है। खेलों से संबंधित अवस्थापनाओं एवं सुविधाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। युवाओं की प्रतिभा व कौशल के विकास, खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रोत्साहन हेतु इस बार के बजट में डेढ हजार करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि का अलग से प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने का गौरव मिला है। इससे राज्य में खेल गतिविधियों को नई ऊंचाई मिलेगी और राज्य के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाग को उजागर करने का बेहतर अवसर मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनाघाटी क्षेत्र के मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक महत्व के चलते इस क्षेत्र में पर्यटन एवं तीर्थाटन के विकास की विपुल संभावनाएं हैं। जिन्हें साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार ने यमुना घाटी क्षेत्र के धार्मिक क्षेत्रों को विकसित कर श्रीकृष्ण यमुना तीर्थ सर्किट विकसित करने का बीड़ा उठाया है। जिसके तहत यमुना नदी के तटों पर विभिन्न प्रकार के घाट बनाकर विशेष आरती की व्यवस्थाएं की जाएंगी। इस तरह के प्रयासों से इस क्षेत्र में आजीविका के नये अवसर पैदा होंगे और आर्थिकी को भी संबल मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि इस क्षेत्र के विकास को सरकार ने प्राथमिकता दी है और मुख्यमंत्री घोषणा के तहत इस क्षेत्र के लिए सर्वाधिक घोषणाएं की गई हैं। चारधाम ऑल वेदर रोड के तहत इस क्षेत्र की सड़कों के चौडीकरण के लिए राज्य सरकार विशेष प्रयास कर रही है। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी से वार्ता के बाद डामटा से आगे यमुनोत्री मार्ग के चौड़ीकरण कार्य हेतु टेंडर की प्रक्रिया संपन्न करा ली गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनाघाटी क्षेत्र में रेलवे लाईन के निर्माण के बावत भी केन्द्र सरकार से आग्रह किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्यहित में सरकार ने अनेक ऐतिहासिक व कठोर फैसले लिए हैं। उत्तराखंड में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया गया है और समान नागरिक संहिता बनाई गई है। अवैध अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई कर पांच हजार एकड़ से अधिक जमीन से अवैध कब्जा हटाया गया है। राज्यभर में यह अभियान पूरी सख्ती के साथ निरंतर जारी रहेगा। सरकारी व निजी संपत्ति को नुकासान पहॅुचाने वाले दंगाईयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उनसे नुकसान की भरपाई करने का कानून बनाया गया है। श्री धामी ने कहा कि इन्हीं ऐतिहासिक फैसलों की कड़ी में अब सशक्त भू-कानून लाने की तैयारी की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर राज्य के विकास एवं बेहतरी के लिए जारी संदेश के अनुरूप राज्य को देश का श्रेष्ठ व विकसित राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार जन सहयोग से प्रतिबद्धता से काम करेगी।

इस अवसर पर पुरोला क्षेत्र के विधायक दुर्गेंश्वर लाल ने राज्य सरकार के निर्णयों एवं योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में राज्य विकास के नये आयाम छू रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के एतिहासिक कार्यों से इस क्षेत्र की तस्वीर बदली है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी एसएल सेमवाल, अपर जिलाधिकारी देवानंद शर्मा, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भंडारी, मेला समिति के अध्यक्ष बचन सिंह चौहान, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र राणा, चमन सिंह चौहान, सुलोचना गौड़, दयाराम थपलियाल सहित अनेक जन-प्रतिनिधि एवं मेला आयोजन समिति के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में सशक्त भू कानून को लेकर हरिद्वार में उमड़ा प्रदर्शनकारियों का जनसैलाब, मोहित डिमरी ने की 26 नवंबर से त्रिवेणी घाट पर भूख हड़ताल की घोषणा।

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हरिद्वार- उत्तराखण्ड में स्थायी मूल निवास-1950 और सशक्त भू कानून लागू करने की मांग को लेकर हरिद्वार की सड़कों पर आज रविवार को प्रदर्शनकारियों का जनसैलाब उमड़ आया। ऋषिकुल से हर की पैड़ी तक निकली स्वाभिमान रैली में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। रैली के साथ-साथ पैदल चल रहे मोहित डिमरी ने हरकी पैड़ी पहुंच कर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए घोषणा की कि मूल निवास-1950 और मजबू भू कानून की मांग को लेकर 26 नवंबर से ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट ने भूख हड़ताल प्रारंभ की जायेगी। जो तब तक जारी रहेगी, जब तक उत्तराखण्ड में सशक्त भू कानून लागू नहीं हो जाता। उन्होंने यह कि कहा कि सशक्त भू कानून का जो ड्राफ्ट सरकार के पास है उसे जनता के बीच सार्वजनिक किया जाय।

मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी, सह संयोजक लूशुन टोडरिया, सचिव प्रॉंजल नोडियाल, गढ़वाल मंडल संयोजक अरूण नेगी के नेतृत्व में ऋषिकुल से शिवमूर्ति, बाल्मीकि चौक, पोस्ट आफिस से अपर रोड होते हुए स्वाभिमान रैली हर की पैड़ी पहुंच कर जलसभा में परिवर्तित हो गयी। रैली में शामिल प्रदर्शनकारी ‘‘ सुन ले दिल्ली देहरादून, हमे चाहिए भू कानून’’, ‘‘गुड़, गन्ना, गंगा को बचाना है, मजबूत भू कानून लाना है’’, ‘‘जल, जंगल, जमीन हमारी, नहीं चलेगी, धौंस तुम्हारी’’ जैसे जोशीले नारे लगा रहे थे। रैली में चल रही महिलाएं और युवा परंपरागत वादयंत्रों की थाप पर आन्दोलन के जनगीत गा कर लोगों में जोश भर रहे थे। बारह बजे ऋषिकुल से आरंभ हुई रैली को हरकी पैड़ी पहुंचते-पहुंचते करीब दो घंटे का समय लग गया। जहां समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अनेकों बलिदान एवं संघर्षों के बाद हमे उत्तराखण्ड राज्य मिला है लेकिन हमारे राज्य के जल, जमीन, जंगलों पर पूंजीपति और बाहरी लोग कब्जा कर रहे हैं। हमारे संसाधनों की खुली लूट की जा रही है। उत्तरखण्ड की भावी पीढ़ी का भविष्य अंधकार हो रहा है। डिमरी ने कहा राज्य के मूल निवासियों और कई दशकों से यहां निवास कर रहे लोगों के बच्चों को सरकारी गैर सरकारी नौकरियों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जबकि बाहरी से आये लोग फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर हमारे हकों पर डाका डाल रहे हैं। उन्होने कहा कि अपने ही राज्य में मूल निवासियों के सामने आज पहचान का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में बाहरी लोगों के राज्य में आने से यहां सांस्कृतिक परंपराओं पर भी खतरा मंडरा रहा है। जिससे आने वाली पीढ़ी का भविष्य भी सुरक्षित नहीं है।

मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि हरिद्वार से गुरूकुल नारसन तक के किसान और दशकों से व्यवसाय कर कर लोग भी उत्तराखण्ड के मूल निवासी हैं। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधन वाले उत्तराखण्ड में बाहरी लोगों का आगमन होने के कारण खेतीबाड़ी करने वाले उत्तराखण्ड के किसान भूमिधर से भूमिहीन हो रहे हैं। उनको बहला फुसला कर उनकी बेशकीमती जमीनों को बाहरी लोग नेता और नौकरशाहों के सिंडीकेट के साथ मिलकर कौड़ियों कर भाव खरीदकर उनको उनकी जड़ों से दूर कर रहे हैं। डिमरी ने कहा कि यहां के कल कारखानों में उत्तराखण्ड के युवाओं और मूल निवासियों को रोजगार नहीं मिल पा रहे हैं। स्वाभिमान रैली के आरंभ होने से पूर्व ऋषिकुल में भी अनेक नेताओं ने प्रर्दशनकारियों को संबोधित किया।
रैली में रूड़की, पथरी, लालढांग, श्यामपुर, नवोदयनगर, शिवालिकनगर, टिहरी विस्थापित कालोनी, सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों ने भाग लिया। महिलाओं और युवाओं ने भी रैली में बढ़ चढ़ कर सहभागिता की। इस दौरान वे ‘सुन लो दिल्ली देहरादून, ले के रहेंगे भू कानून’, जैसे जोशीले नारे लगा रहे थे। महिलाएं उत्तराखण्ड की परंपरागत वेशभूषा में नृत्य करती हुई चल रही थी। कई छोटे-छोटे बच्चें भी भू कानून, मूल निवास और राजधानी गैरसैण लिखी तख्तियां लिए हुए रैली के साथ-साथ चल रहे थे।

मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति ने नेतृत्व में आयोजित इस रैली को पहाड़ी महासभा, उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति हरिद्वार, उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संघर्ष समिति हरिद्वार, कुमाऊँनी एकता परिषद शिवालिकनगर, उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संघर्ष समिति रूड़की, पर्वतीय बंधु समाज समिति नवोदक नगर, जिला/शहर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव पराशर, महामंत्री संजीव नैयर, सैनी सभा हद्विार के सम्राट सैनी, रोड़ धर्मशाला के अध्यक्ष सेवाराम, सिडकुल ट्रांसपोर्ट ऐसोसियेशन के अध्यक्ष सुधीर जोशी, सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी कल्याणकारी समिति के प्रेमलाल साह, व्यापार सभा हरकी पैड़ी, भारती किसान यूनियन के अध्यक्ष पद्म सिंह रोड़, पूर्व सैनिक संगठन में अध्यक्ष दिनेश सकलानी, उदय भारत सिवित सोसाइटी की हेमा भंडारी, राजेन्द्र चौटाला, सहित बड़ी संख्या में विभिन्न संस्थाओं और लोगों ने समर्थन दिया था।

  • रैली में प्रमुख रूप् से पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष तरूण व्यास, महासचिव जसवंत सिंह बिष्ट, कोषाध्यक्ष मयंक पोखरियाल, अतोल गुसांई, जय किशन न्यूली, डॉ. हरिनारायण जोशी, गंगादत्त मिश्रा, सुभाष पुरोहित, भगवती पंत, संजय नैथानी, प्रकाश चन्द जोशी, जे0पी0 जुयाल, एसपी बौठियाल, शिवरामपुरी, तेजसिंह रावत, अंजु उप्रेती, सरोजनी जोशी, मंगली रावत, सुषमा कोटनाला, निशा जोशी, भुवनेश पाठक, दीपक नौटियाल, महावीर नेगी, मुकुल जोशी, हर्ष प्रकाश काला, कमला बमोला आदि शामिल रहे।

केदारनाथ विधान सभा के उपचुनाव के प्रचार के दौरान पूर्व विधायक व भाजपा प्रत्याशी आशा नोटियाल ने कहा मैंने तल्लानागपुर क्षेत्र के पेयजल संकट के निस्तारण को सड़क से सदन तक किया संघर्ष।

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रुद्रप्रयाग। केदारनाथ ​विधानसभा उप चुनाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने तल्लानागपुर के गांवों का भ्रमण कर जनता से संवाद किया और जनसमर्थन मांगा। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार की उपल​ब्धियां और क्षेत्र में हो रहे और प्रस्तावित विकास कार्यों को लेकर भी ग्रामीणों से चर्चा की। कहा कि तल्लानागपुर क्षेत्र के पेयजल संकट को दूर करने के लिए उन्होंने सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया। साथ ही जब 2002 व 2007 में विधायक चुनी गईं, तब क्षेत्र के लिए 33 करोड़ की तल्लानागपुर पेयजल योजना भी स्वीकृत कराई, जिससे वर्तमान में 96 ब​स्तियां लाभांवित हो रही हैं। साथ ही इस योजना के दूसरे चरण में चोपता क्षेत्र के गांवों को पर्याप्त जलापूर्ति के लिए कार्य चल रहा है।

केदारनाथ विस उपचुनाव में कांग्रेस मारेगी हैट्रिक : महारा

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने किया केदारनाथ विस के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण – सूरज नेगी

केदारनाथ विस उपचुनाव में कांग्रेस मारेगी हैट्रिक : महारा

जगह जगह हुआ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष महारा का भव्य स्वागत

केदारनाथ उपचुनाव को धार देने के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में विस केदारनाथ के ग्रामीण क्षेत्रों में जन सभाएं व बाजारों में जन संपर्क कर कांग्रेस जनों के साथ व्यापक प्रचार प्रसार किया।

कार्यक्रम को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सूरज नेगी ने बताया कि, केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जनपद के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ विस उपचुनाव को धार देने को तीन दिवसीय दौरा किया। बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने अगस्त्यमुनि व विजयनगर में पार्टी के चुनावी कार्यालयों का उद्घाटन किया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र रूमसी व जगोठ गांवों में जनसभा को संबोधित कर राज्य में भाजपा सरकार की विफलताओं को गिनाकर कांग्रेस को जिताने का आवाह्न किया। महारा ने राज्य सरकार पर चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थानीय लोगों के व्यवसाय को उजाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा जनता उपचुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने जा रही है।वहीं उन्होंने तल्लानागपुर के फलासी व क्यूड़ी की जनसभाओं में केंद्र सरकार व राज्य सरकार को कटघरे के खड़ा करते हुए कहा कि राज्य में वर्तमान सरकार के चलते बेरोजगारी चरम पर है, अपराधियों का बोलबाला है। अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हुए हैं, और कानून व्यवस्था चौपट है। वहीं फसल को जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं। अग्निवीर योजनाओं से नौजवानों का भविष्य चौपट होने वाला है। जबकि व्यापारियों को व्यापार में भारी घाटा उठाना पड़ रहा है, राज्य खनन व शराब माफियाओं की गिरफ्त में है। और सरकार चैन की नींद सो रही है। उन्होंने जनता से इस चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देकर कांग्रेस को विजयी बनाने की अपील की। इससे राज्य की सरकार पर जनहित के कार्यों को आगे बढ़ाने का दबाव डाला जा सके।

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण महारा का अगस्त्यमुनि, विजयनगर, रूमसी, जगोठ, दुर्गाधार, फ़लासी, चोपता, क्यूडी में पार्टी कार्यकर्ताओं व स्थानीय जनता द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इस दौरान पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह साजवान, बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, ब्लॉक प्रमुख विजया देवी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवान, चमोली जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, प्रदेश सचिव लक्ष्मण रावत, पीसीसी सदस्य बीरेंद्र बुटोला व कुलदीप कंडारी, जिला महामंत्री दीपक भंडारी, विजयपाल जगवान, ब्लॉक अध्यक्ष हरीश गुसाईं , संपन्न नेगी, डॉ. योगम्बर नेगी, किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीप राणा, सूरबीर जगवान, भूपेंद्र राणा, प्रमोद बिष्ट, गोविंद सिंह साजवान, विजय चमोला, मोहन रौतेला, दीपक नेगी, शूरवीर जगवान, देवेंद्र भंडारी, अखिलेश दास, संतोष रावत, अजय झिंकवान, दिनेश लाल, प्रकाश लाल, योगेश्वर नेगी, देवेश्वर नेगी, रणजीत सिंह करासी सहित कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यक्रमों मे भाग लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंडवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामना दी।

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*उत्तराखण्ड में चल रहा विकास का महायज्ञ: प्रधानमंत्री*

*धामी सरकार की जमकर की सराहना, कहा उत्तराखंड की नीतियां देश के लिए बन रही उदाहरण*

*9 अंक को शक्ति का प्रतीक बताते हुए प्रधानमंत्री ने किए नौ आग्रह, पांच उत्तराखंडवासियों से और चार उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से*

  1. *प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंडवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामना दी*

देहरादून। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंडवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार के युग में उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है। उन्होंने प्रदेश की धामी सरकार की प्रशंसा करते हुए, राज्य के सर्वागीण विकास के लिए प्रदेशवासियों और यहां आने वाले पयर्टकों से नौ आग्रह भी किए हैं।

*विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड का संकल्प*

शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस रैतिक परेड को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से उत्तराखंड का रजत जयंती वर्ष शुरु हो रहा है, अब हमें उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य के लिए अगले 25 वर्ष की यात्रा शुरू करनी है। उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि देश भी 25 वर्षों के लिए अमृत काल में है, विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड के संकल्प को इसी कालखंड में पूरा होते देखेगा।

*यह दशक उत्तराखंड का दशक, बाबा केदार के चरणों में बैठकर किए गए इस विश्वास को उत्तराखंड ने सही साबित किया*

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का भी सफल आयोजन हुआ है, उन्हें पूरा विश्वास है कि हमारे प्रवासी उत्तराखंडवासी राज्य के विकास यात्रा में ऐसी ही बड़ी भूमिका निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों को अपनी आशाओं, आकांक्षाओं के अनुरूप अलग राज्य प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक प्रयास करना पड़े, यह प्रयास तब पूरे हुए, जब केंद्र में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में सरकार बनी। बेहद खुशी की बात है कि अब हम सब उत्तराखंड को अपने सपनों को साकार करते हुए देख पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने खूब सारा प्यार और अपनत्व दिया है, हम भी इसी भावना के साथ देवभूमि की सेवा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ साल पहले उन्होंने बाबा केदार के चरणों में बैठकर विश्वास व्यक्त किया था कि यह दशक उत्तराखंड का दशक साबित होने जा रहा है, और उत्तराखंड ने उनके विश्वास को सही साबित किया है। आज उत्तराखंड विकास के नए रिकॉर्ड बना रहा है, पिछले साल एसडीजी इंडेक्स में उत्तराखंड को पहला स्थान मिला है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अचीवर्स और स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर कैटेगरी हासिल हुई है। बीते डेढ़ दो वर्षों में उत्तराखंड की विकास दर में सवा गुना से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है। इस साल जीएसटी कलेक्शन में 14 प्रतिशत की उछाल दर्ज हुई है। 2014 में राज्य की प्रतिवर्ष आय सवा लाख रुपए सालाना थी, जो आज बढ़कर 2 लाख 60 हजार हो चुकी है, 2014 में उत्तराखंड राज्य का सकल घरेलू उत्पादन यानि स्टेट जीडीपी एक लाख 50 हजार करोड़ के आस- पास थी। जो अब बढ़कर तीन लाख पचास हजार करोड़ हो गई है। यह आंकडे बता रहे हैं कि उत्तराखंड में कैसे युवाओं के लिए नए अवसर बन रहे हैं, कैसे औद्योगिक तरक्की हो रही है।

*डबल इंजन सरकार का सही अर्थ उत्तराखंड में नजर आ रहा*

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में 2014 से पहले पांच प्रतिशत से कम घरों में नल से जल आता था, आज यह बढ़कर करीब 96 प्रतिशत हो गया है। 2014 से पहले उत्तराखंड में सिर्फ छह हजार किमी की पीएमजीएसवाई सड़क बनी थी, आज इन सड़कों की लंबाई 20 हजार किमी से अधिक हो गई है। उत्तराखंड ने लाखों शौचालयों का निर्माण करने के साथ ही हर घर बिजली और उज्जवला गैस योजना के तहत लाखों गैस कनेक्शन देकर हर वर्ग का ध्यान रखा है। डबल इंजन सरकार का सही अर्थ उत्तराखंड में नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को केंद्र से मिलने वाला अनुदान अब दोगुना हो गया है। डबल इंजन की सरकार ने उत्तराखंड को एम्स का सेटेलाइट सेंटर, देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर की सौगात दी है, साथ ही यूएसनगर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने की भी योजना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड में केंद्र सरकार के दो लाख करोड के प्रोजेक्ट चल रहे हैं, कनेक्टिविटी योजनाओं को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को 2026 तक पूरा किए जाने की तैयारी है। राज्य के 11 स्टेशन को अमृत के रूप में विकसित किया जा रहा है। देहरादून – दिल्ली एक्सप्रेस वे बनने से देहरादून से दिल्ली का सफर ढाई घंटे में हो जाएगा।

*उत्तराखंड में चल रहा विकास का महायज्ञ*
पीएम ने जोर देकर कहा कि इस समय एक तरह से उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है, इससे पलायन पर रोक लग रही है। सरकार विकास के साथ विरासत को भी संजोने में जुटी हुई है। केदारनाथ धाम का भव्य और दिव्य पुर्ननिर्माण किया जा रहा है, बदरीनाथ मास्टर प्लान के कार्य तेजी के साथ चल रहे हैं। इसी तरह मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 पौराणरिक मंदिरों को विकसित किया जा रहा है। ऑल वेदर रोड से चारधाम यात्रा को सुगम किया जा रहा है, पर्वत माला के तहत धार्मिक और पयर्टन स्थलों को रोपवे से जोड़ा जा रहा है।

*सीमाओं पर स्थित गांव हमारे लिए देश के पहले गांव*

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सीमांत के गांवों को पहला गांव मानते हुए, कार्य कर रही है, इसी क्रम में माणा गांव की यात्रा के दौरान उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना की शुरुआत की। इसके तहत उत्तराखंड में करीब 50 गावों का विकास किया जा रहा है।

*पर्यटन और श्रद्धालु की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि*

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले की रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तराखंड में इस साल छह करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु आए हैं, 2014 से पहले चारधाम यात्रियों की संख्या 24 लाख तक ही पहुंच पा रही थी, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 54 लाख को छू गया है। इससे होटल से लेकर होम स्टे वालों को, टैक्सी से टैक्सटाइल वालों को लाभ मिला है। बीते वर्षों में पांच हजार से अधिक होम स्टे का रजिस्ट्रेशन हुआ है।

*उत्तराखंड की नीतियां देश के लिए उदाहरण बन रही*

यूनिफार्म सिविल कोड यानि सैकुलर सिविल कोड
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड ऐसे निर्णय ले रहा है, जो देश के लिए उदाहरण बन रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड ने गहन अध्ययन के बाद यूनिफार्म सिविल कोर्ड लागू किया, जिसे वो सही मायने में सैकुलर सिविल कोड मानते हैं। आज पूरा देश यूसीसी पर चर्चा करते हुए, इसकी जरूरत महसूस कर रहा है। इसी तरह उत्तराखंड ने युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए नकल विरोधी कानून लागू करते हुए, माफिया पर सख्त कार्यवाई की है। उत्तराखंड के ऐसे कई कार्य दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण बन रहे हैं।


*प्रधानमंत्री के नौ आग्रह*

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज 9 नवंबर है, 9 का अंक शुभ माना जाता है, यह शक्ति का प्रतीक होता है। इसलिए आज वो उत्तराखंड के लोगों से 5 और यहां आने वाले पयर्टकों के सामने 4 यानि कुल 9 आग्रह करना चाहते हैं।

*01 – बोली भाषा का संरक्षण*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपकी गढ़वाली, कुमांउनी, जौनसारी सहित सभी बोलियां बेहद समृद्ध हैं, इनका संरक्षण बेहद जरूरी है। इसलिए उत्तराखंड के लोग आने वाली पीढ़ियों को अपनी बोली भाषा जरूर सिखाएं, उत्तराखंड की पहचान के लिए भी यह जरूरी है।

*02 – एक पेड़ मां के नाम*
पूरा देश जानता है कि उत्तराखंड के लोग प्रकृति और पर्यावरण के प्रेमी होते हैं। उत्तराखंड तो गौरा देवी की भूमि है, यहां हर महिला मां नंदा का रूप है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि हम प्रकृति की रक्षा करें। इसके लिए एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधारोपण करें, क्लामेंट चेंज से लड़ने के लिए भी यह बेहद जरूरी है।

*03 –स्वच्छ जल*
उत्तराखंड में नौलों -धारों की पूजा किए जाने की परंपरा है। इसलिए आप सभी अपने नौलों, धारों को संरक्षित करते हुए, पानी की स्वच्छता के सभी अभियानों को गति देने का प्रयास करेंगे।

*04 – गांव से जुड़ाव*
उत्तराखंड के लोग अपने गांव में आना जाना बनाते हुए, जड़ों से जुड़े रहें। खासकर रिटायरमेंट के बाद गांव में समय जरूर बिताएं, इससे गांवों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे।

*05 – तिबारी वाले घरों को संवारें*
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लोग अपने गांव में पुराने तिबारी वाले धरों को बचाने और संरक्षित करने के लित भी आगे आएं। पुराने घरों को होम स्टे में बदलकर, आय का साधन बना सकते हैं।

*पयर्टकों से अपील*
*06 – सिंगल यूज प्लास्टिक से बचें*
पर्यटक के रूप में आप जब भी आप हिमालय की गोद में जांए, स्वच्छता को सबसे उपर रखें इस सोच के साथ जाएं कि पहाड़ में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना है।

*07 – वोकल फॉर लोकल*
पहाड़ों में घूमने फिरने के दौरान वोकल फॉर लोकल याद रखें, अपनी यात्रा का कम से कम पांच प्रतिशत खर्च स्थानीय उत्पादों को खरीदने में करें।

*08 – यातायात के नियम अपनाएं*
आप जब भी पहाड़ों पर जाएं, वहां के ट्रैफिक नियमों का पालन करें, सावधान रहें, हर किसी का जीवन अमूल्य है।

*09- तीर्थों की मर्यादा का पालन करें*
धार्मिक स्थलों पर स्थानीय रीति -रिवाजों और नियम कायदों का पालन करते हुए, वहां की मर्यादा का ध्यान रखें। इस बारे में उत्तराखंड के लोगों की मदद ले सकते हैं।

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की कई अहम घोषणाएं।

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*वर्ष 2030 तक 50 से अधिक आबादी वाले गांवों में पहुंचेगी सड़क*

*राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की कई अहम घोषणाएं*

*सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को साथ लेकर एक समग्र नीति बनायी जायेगी*

*राज्य में आपदा के कारण मार्ग एवं पुलों के बह जाने की दशा में यातायात को तुरन्त सुचारू करने के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे*

*उत्तराखण्ड राज्य में महिलाओं का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए महिला नीति को यथाशीघ्र अधिसूचित किया जाएगा*

*युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक विशिष्ट ’’युवा नीति’’ बनाई जाएगी*

*आगामी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनकों पुरस्कार हेतु नियत धनराशि के बराबर की धनराशि राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी*

*उत्तराखण्ड से बाहर देश के दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासियों के लिए प्रतिवर्ष नवंबर माह में ’’राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस’’ आयोजित किया जायेगा*

*प्रतिवर्ष जनवरी माह में विदेशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए ’’अन्तराष्ट्रीय उत्तराखण्डी प्रवासी दिवस’’का आयोजन किया जाएगा*

*सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कान्ट्रैक्टर एवं अभियन्ताओं का उत्तरदायित्व निर्धारित करने के लिए विशेष प्रक्रिया बनाई जायेगी*

*महिलाओं को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की देखभाल हेतु ’’मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा प्रोत्साहन सहायता’’ प्रदान करने के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य में 50 एवं उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को 2030 तक सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को साथ लेकर एक समग्र नीति बनायी जायेगी।

शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस पर कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई अहम घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आपदा के कारण मार्ग एवं पुलों के बह जाने की दशा में यातायात को तुरन्त सुचारू करने के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे। उत्तराखण्ड राज्य में महिलाओं का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए महिला नीति को यथाशीघ्र अधिसूचित किए जाने के साथ ही युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक विशिष्ट ’’युवा नीति’’ भी बनाई जाएगी। इसी तरह आगामी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनकों पुरस्कार हेतु नियत धनराशि के बराबर की धनराशि राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से बाहर देश के दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासियों के लिए प्रतिवर्ष नवंबर माह में ’’राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस’’ आयोजित किया जायेगा, इसी तरह प्रतिवर्ष जनवरी माह में विदेशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए ’’अन्तराष्ट्रीय उत्तराखण्डी प्रवासी दिवस’’का आयोजन किया जाएगा। सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कान्ट्रैक्टर एवं अभियन्ताओं का उत्तरदायित्व निर्धारित करने के लिए विशेष प्रक्रिया बनाई जायेगी। महिलाओं को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की देखभाल हेतु ’’मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा प्रोत्साहन सहायता’’ प्रदान करने के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन की शुरुआत राज्य स्थापना दिवस शुभकामनाएं देने के साथ ही गत दिनों अल्मोड़ा जिले में हुई बस दुर्घटना में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद करते हुए कहा कि अटल जी के प्रधानमंत्रित्व काल में ही उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना का सपना साकार हुआ। और अब उत्तराखण्ड राज्य आज प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का एक अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है। मोदी जी के मार्गदर्शन के चलते सभी क्षेत्रों में उत्तराखण्ड का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। शहर से लेकर सुदूर पर्वतीय गांवों तक सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, विभिन्न जनपदों के लिए हेली सेवाएँ प्रारंभ करने के साथ ही विभिन्न एयरपोर्ट्स और हेलीपोर्टस को विकसित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के जरिए शीघ्र ही पहाड़ में रेल पहुंचने का सपना साकार होने जा रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना करने के साथ ही एम्स ऋषिकेश के सैटेलाइट सेंटर का निर्माण भी किया जा रहा है। उत्तराखण्ड पर्यटन, कृषि, बागवानी और उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसकी वजह से राज्य में वृहद स्तर पर व्यवसाय, स्वरोजगार और नौकरियों के अवसर सृजित हो रहे हैं। सरकार ने औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति सहित अनेकों नई नीतियां बनाकर राज्य में पूंजी निवेश के अवसरों को बढ़ाने का कार्य किया है। इसी प्रकार ऊधमसिंह नगर के खुरपिया में शीघ्र ही एक ’’इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी’’ स्थापित होने जा रही है। इसलिए वो दिन दूर नहीं जब हम प्रदेश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाकर राज्य से पलायन की समस्या को भी जड़ से खत्म कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने उत्तराखण्ड का विकास सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश के हित में कई कठोर एवं ऐतिहासिक निर्णय भी लिए हैं। इसी क्रम में यूसीसी का कानून पास किया गया, साथ ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और धर्मांतरण रोधी कानून के साथ ही दंगा रोधी कानून लागू किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जहां एक ओर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर प्रदेश भर में 5000 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने का कार्य किया है। वहीं सरकारी नौकरियों में राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत एवं महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी किया है। राज्य सरकार ने दंगारोधी कानून बनाकर और खाद्य पदार्थों में थूकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर ये बता दिया है कि हम देवभूमि की महान संस्कृति से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार अब शीघ्र ही राज्य में एक सख्त भू कानून लाकर राज्य के मूल स्वरूप के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए जा रहे इन अभूतपूर्व कार्यों, निर्णयों एवं प्रयासों के सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। नीति आयोग द्वारा जारी सतत् विकास के लक्ष्यों के इंडेक्स में उत्तराखण्ड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। हमारे प्रदेश को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में एचीवर्स तथा स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी प्राप्त हुई है। एक वर्ष के भीतर बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज से प्रारंभ होने जा रहा राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दृष्टि से ऐतिहासिक वर्ष साबित होने जा रहा है। सरकार उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मूल मंत्र के साथ निरंतर कार्य करती रहेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष के ’’उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार’’ से सम्मानित भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधाकर एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुड़ियाल को पुरस्कार के लिए शुभकामनाएं दी।
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रुद्रप्रयाग जनपद वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, भगवान तुंगनाथ की डोली रोके जाने पर रुद्रप्रयाग जनपद में हुई कार्रवाई,

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रुद्रप्रयाग।

रुद्रप्रयाग जनपद वन विभाग की बड़ी कार्रवाई,

भगवान तुंगनाथ की डोली रोके जाने पर रुद्रप्रयाग जनपद में हुई कार्रवाई,

उप प्रभागीय वनाधिकारी, रुद्रप्रयाग उप वन प्रभाग, वन क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि, सहित 6 कर्मियों को किया गया ट्रासंफर ,

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी बधाई एवं शुभकामना।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के 24 वर्ष पूर्ण होने और रजत जयन्ती वर्ष के शुभारम्भ अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों एवं देश के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखण्ड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेई को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया है।

मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा राज्य आंदोलन के मूल में उत्तराखण्ड के समग्र एवं संतुलित विकास की अवधारणा रही थी। इस भावना को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पारदर्शिता, जन सहभागिता और नई कार्य संस्कृति के साथ विकास की नई गाथा लिखने की उल्लेखनीय पहल की गई है। प्रदेश की मातृशक्ति, युवा शक्ति और पूर्व सैनिकों की अहम भागीदारी से सशक्त उत्तराखण्ड के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम अग्रसर हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप राज्य, तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है।वर्ष 2023-24 के एस.डी.जी. इंडेक्स में उत्तराखण्ड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में राज्य को एचीवर्स तथा स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी प्राप्त हुई है।उन्होंने कहा कि गत वर्ष जी-20 की तीन बैठकों के आयोजन का अवसर मिलना एक उपलब्धि है, जो प्रधानमंत्री जी का देवभूमि उत्तराखण्ड के लोगों की क्षमता और प्रतिभा पर अटूट विश्वास का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में 38वें नेशनल गेम्स हमारे राज्य में होने जा रहे हैं। राष्ट्रीय खेल महाकुम्भ के लिये उत्तराखण्ड तैयार है। उन्होंने कहा कि हमने पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया था। जल्द ही हम इसे प्रदेश में लागू करने जा रहे हैं। ऊधमसिंहनगर के किच्छा में एम्स का सैटेलाईट सेंटर बनने से एक बड़ी आबादी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का भव्य और दिव्य पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हुआ है। बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य गतिमान हैं। इसी प्रकार मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में 16 पौराणिक मंदिर क्षेत्रो को विकसित किया जा रहा हैं। ऑल वेदर रोड़ से चार धाम यात्रा को सुगम किया गया है। दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर केवल दो से ढ़ाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही पहाड़ में रेल का सपना साकार होने जा रहा है। जौलीग्रान्ट और पंतनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए कार्य गतिमान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोपवे कनेक्टिविटी का भी विस्तार किया जा रहा है। पर्वतमाला परियोजना के तहत राज्य के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को रोपवे से जोड़ा जा रहा है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया है। सुरकंडा देवी मंदिर में रोपवे का शुभारम्भ किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने के लिये हमारी सरकार ने निवेश अनुकूल वातावरण बनाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिये पर्यटन, आयुष, वेलनेस, आईटी और सौर ऊर्जा सहित सर्विस सेक्टर पर विशेष फोकस किया गया है। सीमांत क्षेत्रों के लिये मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की गई है। वाईब्रेंट विलेज योजना से उत्तराखण्ड के सीमावर्ती गांवों का विकास हो रहा है। वोकल फॉर लोकल पर आधारित एक जनपद दो उत्पाद योजना से स्थानीय आजीविका के अवसर बढ़ाये जा रहे हैं। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नई सौर ऊर्जा की नीति लाई गई है। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में आवेदनों के डिस्पोजल में उत्तराखण्ड देश में सबसे आगे है। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के प्रति भी लोगों की रूचि बढ़ी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू कर प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया गया है। पिछले 03 वर्षों में सरकारी सेवाओं में लगभग 18 हजार 500 भर्तियां की जा चुकी हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। टोल-फ्री नम्बर 1064 भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए उपयोगी साबित हो रहा है। अपणि सरकार पोर्टल, सीएम हेल्पलाईन 1905, सेवा का अधिकार, ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था से सुशासन की परिकल्पना साकार हो रही है। जनता से जुड़ी योजनाओं के सरलीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को बहुआयामी पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करने पर काम किया जा रहा है। आध्यात्मिक, धार्मिक और सामान्य पर्यटन के साथ ही एडवेंचर टूरिज्म, इको टूरिज्म और रूरल टूरिज्म पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी की वेड इन उत्तराखण्ड की अपील के बाद, उत्तराखण्ड की वैडिंग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान बन रही है। हमारी सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड की पहचान फिल्म शूटिंग के डेस्टिनेशन के रूप में बनी है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरूआत करने में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति का सम्मान हमारी परम्परा रही है। प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण के साथ ही सहकारी समितियों में भी राज्य की महिलाओं के 33 प्रतिशत पद आरक्षित रखे जाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, लखपति दीदी योजना और मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना सहित अनेक योजनाएं महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बना रही हैं। हमारी सरकार ने उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों को पेंशन में वृद्धि के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों और पात्र आश्रितों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का निर्णय लिया है। आंगनबाड़ी और आशा बहनों के मानदेय में बढ़ोत्तरी के साथ ही प्रदेश के लोक कलाकारों का मानदेय भी दोगुना किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के मूल स्वरूप को बनाये रखने के लिये राज्य में जबरन धर्मांतरण के विरूद्ध कठोर कानून बनाया गया है। प्रदेश में अब दंगा करने वाले दंगाईयों से ही सारे नुकसान की भरपाई का कानून लागू किया गया है। राज्य की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिये निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में लगभग 5 हजार एकड़ सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र को ध्येय वाक्य मानकर हम आगे बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास में देवभूमि की देवतुल्य जनता का आशीर्वाद हमें प्राप्त होता रहे, इसके लिये हम निरन्तर प्रयासरत हैं। रजत जयंती वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो यह हमारा संकल्प है।

केदारनाथ विधानसभा के उप चुनाव के प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कहा क्षेत्र का विकास सरकार व उनकी पहली प्राथमिकता ।

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रुद्रप्रयाग। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने ल्वारा-नागजगई क्षेत्र के दर्जनों का गांवों में चुनाव प्रचार अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने भी भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगे।
शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी ने खेड़ा, तुलंगा, ल्वाणी, सल्या, ल्वारा, फलीपसालत, तिनसोली, देवली भणिग्राम, लंबगौंडी, नागजगई, फेगू एवं बरम्वाडी के गांवों का भ्रमण किया। उनके साथ चल रहे भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, ब्लाक प्रमुख श्वेता पांडे, भाजपा नेता कुलदीप रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, कुलदीप नेगी के आजाद ने भी भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। इस मौके पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि सरकार क्षेत्र के विकास के प्रति गंभीर है। क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई है। क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो यही सरकार व उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने प्रदेश सरकार के विकास कार्यो को आधार बनाकर ग्रामीणों से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व देश एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे है। कहा कि मुख्यमंत्री ने गुप्तकाशी-जखोली मोटरमार्ग व तिनसोली एवं फेगू-नागजगई मोटरमार्ग डामरीकरण की स्वीकृति प्रदान की गई है। जबकि राइंका नागजगई में कला वर्ग के पदों की स्वीकृति दी गई है। भाजपा नेता कुलदीप रावत ने कहा कि क्षेत्र के विकास करने में सिर्फ भाजपा ही सक्षम है। क्षेत्र के लिए कई विकास की घोषणाएं हो चुकी है। निकट भविष्य में इनका लाभ प्रत्यक्ष रुप से जनता को मिलेगा। उन्होंने सभी को एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर पार्टी प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की। इस मौके पर महिला मोर्चा की प्रदेश मीडिया प्रभारी नेहा शर्मा, जिला प्रभारी ऋषि कंडवाल, बीर सिंह रावत, मंडल अध्यक्ष राय सिंह राणा, मंडल महामंत्री सुबोध बगवाडी, वरिष्ठ भाजपा नेता देवप्रकाश सेमवाल, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सविता भंडारी, महामंत्री किरन शुक्ला, जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा प्रदीप राणा, छात्र नेता यशवंत सिंह, विपिन सेमवाल, पूर्व जिपंस केशव तिवारी, मंडल प्रभारी रघुवीर सिंह बिष्ट, लवीश राणा, रक्षित बगवाड़ी, कमला बगवाड़ी, सरस्वती देवी आदि मौजूद थे।

उत्तरकाशी जिले में बीते दिनों हिन्दू संगठनों पर हुई लाठीचार्ज की गाज एडीएम रजा अब्बास और डिप्टी एसपी प्रशांत कुमार पर गिरी ,दोनो का हुआ तबादला।

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उत्तरकाशी-उत्तराखंड में शासन स्तर पर बड़ी कार्रवाई हुई है उत्तरकाशी जिले में तैनात दो बड़े अधिकारियों को जनपद से हटा दिया गया है.बीते दिनों उत्तरकाशी जिले में मस्जिद को हटाने को लेकर विवाद बढ़ गया। जिसको लेकर 24 अक्टूबर को बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा हिंदूवादी संगठन के ऊपर लाठी चार्ज का मामला सामने आया था। जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी.वहीं अब शासन स्तर पर उत्तरकाशी जिले के दो बड़े अधिकारियों को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिसके मुताबिक अपर जिलाधिकारी पीसीएस रजा अब्बास को उत्तरकाशी जिले से हटा कर कार्मिक एवं सतर्कता विभाग उत्तराखंड शासन से अटैच किया गया है। वही उत्तरकाशी जिले के एक और अधिकारी डिप्टी एसपी प्रशांत कुमार को भी जिले से हटाकर पुलिस मुख्यालय से अटैच किया गया है।

बीते 24 अक्तूबर को मस्जिद के खिलाफ जनाक्रोश रैली के दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई थी, जब प्रदर्शनकारी तय मार्ग से जाने की बजाए दूसरे मार्ग से जाने पर अड़ गए थे। उत्तरकाशी बवाल मामले में एडीएम रजा अब्बास और सीओ प्रशांत कुमार पर गाज गिरी है। दोनों को शासन ने देहरादून संबद्ध करने के आदेश जारी किए हैं। जनाक्रोश रैली आयोजक संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संगठन की ओर उक्त दोनों अधिकारियों के तबादले की मांग की जा रही थी

बता दें कि बीते 24 अक्तूबर को मस्जिद के खिलाफ जनाक्रोश रैली के दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई थी, जब प्रदर्शनकारी तय मार्ग से जाने की बजाए दूसरे मार्ग से जाने पर अड़ गए थे। इस दौरान ढाई घंटे तक गतिरोध के बाद पथराव और लाठीचार्ज की घटना हुई, जिसमें 9 पुलिसकर्मी सहित कुल 27 घायल हुए। कई घायलों का आज भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।बुधवार को घटना के बाद पहली बार सीएम पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंचे थे और शाम को लौट गए थे। इसके बाद देर शाम को एडीएम और सीओ को देहरादून संबद्ध किए जाने के आदेश जारी हो गए। अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास को जहां कार्मिक एवं सतर्कता विभाग में संबद्ध किया गया। वहीं, सीओ प्रशांत कुमार को पुलिस मुख्यालय संबद्ध किया गया है। हालांकि जनाक्रोश रैली के दौरान एडीएम रजा अब्बास मौके पर भी नहीं थे, लेकिन आयोजक संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संगठन ने उनके दूसरे समुदाय का होने पर अन्य अधिकारियों को भ्रमित करने का आरोप लगाया। वहीं सीओ प्रशांत कुमार रैली के दौरान उसी बेरिकेडिंग पर तैनात थे, जहां पथराव और लाठीचार्ज की घटना हुई थी।