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Saturday, December 21, 2024
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सड़क हादसे में उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार  समेत दो लोगों की मौत हो गई।

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ऋषिकेश 

देर रात दुखद खबर सामने आई ,

सड़क हादसे में उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार  समेत दो लोगों की मौत हो गई।

उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष  त्रिवेंद्र सिंह पंवार  का सड़क दुर्घटना में निधन होने पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक जताया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह पंवार जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ।

ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों, समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

हादसा इंद्रमणि बडोनी चौक ऋषिकेश में हुआ।

जहां एक बेकाबू ट्रक ने सड़क किनारे खड़े कई वाहनों को टक्कर मार दी।

इस दुर्घटना में त्रिवेंद्र सिंह पंवार  सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए।

घायलों को एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने त्रिवेंद्र पंवार को मृत घोषित कर दिया।

बताया जा रहा है कि अन्य लोग भी हादसे के शिकार हुए हैं।

त्रिवेंद्र पंवार एक पूर्व राज्यमंत्री के बेटे की शादी में शामिल होने यहां पहुंचे थे, इसी दौरान यह हादसा हो गया।

26 नवंबर से भूख हड़ताल करेंगे मोहित डिमरी,भूमि कानूनों में हुए संशोधनों को रद्द करने की मांग।

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निवेश के नाम पर दी गई जमीनों का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग

देहरादून -मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति संविधान दिवस 26 नवंबर से शहीद स्मारक देहरादून में भूख हड़ताल शुरू करने जा रही है। संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

आज प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मू, निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार मजबूत भू-कानून को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। सरकार बजट सत्र में भू-कानून लाने की बात कर रही है, लेकिन किस तरह का भू-कानून सरकार लाएगी, स्थिति स्पष्ट नहीं है। कहीं ऐसा तो नहीं हर बार की तरह भू-माफिया के पक्ष में सरकार कानून लाए आए।

उन्होंने कहा कि 2018 के बाद भूमि कानूनों में हुए सभी संशोधनो को अध्यादेश के जरिये रद्द किया जाय। भूमि कानून की धारा-2 को हटाया जाए। इस धारा की वजह से नगरीय क्षेत्रों में गांवों के शामिल होने से कृषि भूमि खत्म हो रही है। 400 से अधिक गांव नगरीय क्षेत्र में शामिल हुए हैं और 50 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि को खुर्द-बुर्द करने का रास्ता खोल दिया गया। साथ ही भूमि कानून के बिल को विधानसभा में पारित करने से पूर्व इसके ड्राफ्ट को जनसमीक्षा के लिए सार्वजनिक किया जाए। निवेश के नाम पर दी गई जमीनों का ब्यौरा और इससे मिले रोजगार को सार्वजनिक किया जाय। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 250 वर्ग मीटर से अधिक जमीन खरीदी है, उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाय। कहा कि मूल निवासियों का चिन्हीकरण होना चाहिए और इस आधार पर 90% नौकरियों और सरकारी योजनाओं में मूल निवासियों की भागेदारी होनी चाहिए।

समिति के महासचिव प्रांजल नौडियाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार भू कानून और मूल निवास पर अपनी मंशा साफ करे। मूल निवास की परिभाषा और भू कानून में हुए बदलावों पर सरकार तुरंत प्रभाव से कार्यवाही करे अन्यथा जनता इन मुद्दों पर समिति के नेतृत्व में सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने को कमर कस चुकी है। महिला मंच की उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट ने कहा की राज्य आंदोलन में महिलाओं ने सर्वोच्च बलिदान देकर इस राज्य के सपने को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाई और अगर सरकार आंदोलनकारियों के अपेक्षाओं के अनुरूप भू कानून में हुए बदलावों को तुरंत प्रभाव से रद्द नहीं करती है तो महिलाएं समिति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के विरुद्ध संघर्ष में शामिल रहेगी।

वरिष्ठ राज्य आंंदोहरी मोहन सिंह रावत ने कहा 42 शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देकर इस राज्य के निर्माण का सपना साकार किया, लेकिन आज राज्य की स्थिति बद से बदतर हो गई है। ज़मीन के कानून खुर्द बुर्द किये गए और मूल निवासियों के अधिकार छीने गए।
उन्होंने कहा कि सभी राज्य आंदोलनकारी समिति के साथ खड़े हैं और अगर जल्द ही सरकार ने भू कानून पर अपनी मंशा स्पष्ट नहीं की तो फिर इस भूख हड़ताल में राज्य निर्माण का एक-एक आंदोलनकारी शामिल रहेगा।

मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने एक संस्थान को अवैध रूप से दी गई जमीन के मामले को भी उठाया। उन्होंने कहा कि इसमें पूर्व मुख्यमंत्री की संलिप्तता होने से कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि हिमालयीय आयुर्वेदिक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान को आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय के लिए तहसील ऋषिकेश की ग्राम फतेहपुर की करोड़ों रुपए की करीब 20 हैक्टेयर भूमि निःशुल्क दी गई है। जबकि भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 की धारा 132 में स्पष्ट प्रावधान है कि चारागाह, बंजर, नदी और सार्वजनिक उपयोग की भूमि को व्यावसायिक हित के लिए पट्टे या लीज पर नहीं दी जा सकती है। यह सीधे-सीधे भूमि कानून का उल्लंघन है। इस सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला दिया है कि बंजर और नदी श्रेणी की भूमि को संरक्षित किया जाना जरूरी है। इसमें किसी तरह की व्यावसायिक गतिविधि अवैध है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के सगे-सम्बंधी इस संस्थान के ट्रस्टी हैं। अपने प्रभाव के कारण उन्होंने जमीन ली है। यह जमीन तब ली गई, जब तिवारी सरकार थी और भाजपा नेता ने अपने रसूख से जमीन संस्थान के नाम दर्ज करवाई। बाद में भी भूमि संस्थान के नाम दर्ज होती रही है। इस तरह अन्य कई संस्थाओं, स्कूल, हॉस्पिटल, हॉस्टल सहित अन्य व्यावसायिक गतिविधियों की भी जांच होनी होनी चाहिए।

आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ आयेंगे उत्तराखंड

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आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ आयेंगे उत्तराखंड,

प्रतिनियुक्ति से वापस आयेंगे आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ,

एडीजी एस एस बी में प्रतिनियुक्ति पर है दीपम सेठ,

उत्तराखंड कैडर के आई पी एस अधिकारी है दीपम सेठ,

1995 बैच के आई पी एस अधिकारी है दीपम सेठ,

सूत्रों की माने तो उत्तराखंड के नए डीजीपी होंगे दीपम सेठ,

भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल सर्वाधिक 23814 मत प्राप्त कर विजय रही,कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 5622 मतों से किया पराजित।

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रुद्रप्रयाग-

07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन 2024 की मतगणना प्रक्रिया दोपहर करीब 1ः30 बजे समाप्त हो गई। 13 राउंड में चली मतगणना प्रक्रिया के बाद भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को कुल 23814 मत प्राप्त हुए जिसमें ईवीएम के माध्यम से 23130 तथा 684 डाक मतपत्र प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को कुल 18192 मत प्राप्त हुए जिसमें ईवीएम से 18031 तथा 161 डाक मतपत्र से प्राप्त हुए। इस तरह भाजपा अधिकृत प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 5622 मतों के अंतर से पराजित किया।इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह चौहान 9311 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे जबकि उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी आशुतोष भंडारी 1314 मतों के साथ चौथे, निर्दलीय प्रत्याशी आरपी सिंह 493 पांचवें तथा पीपीआई (डी) के प्रदीप रोशन 483 मतों के साथ छठे स्थान पर रहे। अंतिम दो स्थान पर रहे प्रत्याशियों से अधिक कुल 834 मत नोटा के पक्ष में रहे। पोस्टल बैलेट के 262 निरस्त मत निरस्त किए गए। कुल ईवीएम के माध्यम से 53513 मत प्राप्त हुए। डाक मतपत्र 1190 तथा विधान सभा उप निर्वाचन 54700 मत प्राप्त हुए।

जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने मतगणना सहित पूरी निर्वाचन प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी मतगणना ऑब्जर्वर, मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायकों,कार्मिकों,अधिकारी-कर्मचारियों एवं सुरक्षा बलों सहित सभी नोडल अधिकारियों, सहायक नोडल अधिकारियों एवं निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित करने में लगे सभी कार्मिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया बंधुओं का भी आभार व्यक्त किया। रिटर्निंग अधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को विजय प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराया।

इस अवसर पर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुक्ता मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्याम सिंह राणा, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष चंद्र घिल्डियाल, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

जनता के लिए खुलेगा देहरादून के राजपुर रोड स्थित ‘राष्ट्रपति आशियाना’।

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*जनता के लिए खुलेगा देहरादून के राजपुर रोड स्थित ‘राष्ट्रपति आशियाना’*

*राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्देश पर जनता के लिए खोलने की तैयारी शुरू*

*राष्ट्रपति सचिवालय में अपर सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने देहरादून पहुंचकर की उच्च स्तरीय बैठक*

देहरादून। देहरादून के राजपुर रोड पर स्थित एतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना आगामी अप्रैल माह से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्देश पर शनिवार को राष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने देहरादून पहुंच, राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर, आशियाना में जनता के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्देश पर अब देहरादून स्थित 186 साल पुराने, राष्ट्रपति आशियाना को आम लोगों के लिए खोला जा रहा है। 21 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस परिसर का इस्तेमाल अभी राष्ट्रपति बाडीगॉर्ड (पीबीजी) द्वारा किया जा रहा है। परिसर को आम जन के लिए खोलने से पहले आवश्यक तैयारी के लिए शनिवार को आशियाना परिसर में राष्ट्रपति सचिवालय में अपर सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने उच्च स्तरीय बैठक मे उत्तराखंड सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। तय किया गया कि आम लोग परिसर के मुख्य भवन तक प्रवेश कर सकेंगे। इस दौरान लोगों को राष्ट्रपति आशियाना के साथ ही भारतीय सेना की 251 साल पुरानी रेजीमेंट पीबीजी के इतिहास और इसके 186 साल पुराने अस्तबल से रूवरू होने का भी मौका मिलेगा।
सैर के मध्य लोग परिसर के खूबसूरत बाग, कैफेटिरिया का भी आनंद उठा सकेंगे। बैठक में परिसर को आम जन के लिए खोलने से पहले बिजली, पानी, पार्किंग की सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। बैठक में पीबीजी के सीओ कर्नल अमित बेरवाल, ओएसडी स्वाति शाही के साथ ही उत्तराखंड शासन के सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पांडे, डीएम देहरादून स्वीन बंसल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित हुए। इससे पहले राष्ट्रपति के निर्देश पर हैदराबाद स्थित राष्ट्रपति नीलायम और मशहोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास को भी आम लोगों के लिए खोला जा चुका है।
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केदारनाथ में फिर खिला कमल, कांग्रेस को 5,622 वोटों से हराकर भाजपा प्रत्याशी आशा नोटियाल ने जीत की दर्ज।

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अगस्त्यमुनि। केदारनाथ उपचुनाव में एक बार फिर से कमल खिला है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत को हराकर शानदार जीत दर्ज की है। भाजपा के लिए यह जीत खास मायने रखती है, क्योंकि केदारनाथ की पवित्र भूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए गए विकास कार्यों पर जनता ने अपनी मुहर लगाई है। आशा नौटियाल को 23,814 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मनोज रावत को 18,192 वोट मिले। इस प्रकार आशा नौटियाल ने 5,622 वोटों से जीत हासिल की है।

केदारनाथ में भाजपा की जीत के बाद से भाजपा में खुशी की लहर है। मुख्यमंत्री आवास में जश्न का माहौल है और भाजपा नेता मुख्यमंत्री को बधाई देने के लिए उनके आवास पर पहुंच रहे हैं। इस ऐतिहासिक जीत के बाद, सीएम धामी ने समस्त केदारनाथवासियों और भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इस जीत को भाजपा कार्यकर्ताओं की निष्ठा, अथक परिश्रम और जनता के अटूट विश्वास का प्रतीक बताया।

केदारनाथ विधान सभा का उप निर्वाचन सुव्यवस्थित एवं शांतिपूर्ण ढंग से हुआ संपन्न जिसमें 57.64 फीसदी रहा मतदान प्रतिशत।

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कुशलतापूर्वक एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने निर्वाचन कार्य में तैनात सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों, सुरक्षा बलों सहित सभी मतदाताओं का किया आभार*

*मतदान के बाद सभी पोलिंग पार्टियां लौटी वापस*

*भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक विनोद शेषन की निगरानी में स्ट्रांग रूम किया गया है सील*

*स्ट्रांग रूम में तीन लेयर सुरक्षा व्यवस्था जिसमें पुलिस और अर्धसैनिक बलों तथा तीसरी आंख की भी रहेगी निगरानी*

07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन कुशलतापूर्वक एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कर लिया गया है। जिसमें 173 पोलिंग बूथ बनाए गए थे तथा मतदान संपन्न कराने के उपरांत सभी पोलिंग पार्टियां सकुशल पहुंच चुकी हैं तथा निर्वाचन सामग्री एवं ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। जिसमें 166 पोलिंग पार्टियां देर सायं तक ही लौट गई थी तथा दूरस्थ क्षेत्र की 07 पोलिंग पार्टियां आज वापस लौटी हैं तथा अंतिम पहुंचने वाली पोलिंग पार्टी तोषी पोलिंग बूथ की थी जो लगभग 12ः15 बजे अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में पहुंची।
ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा गया है तथा स्ट्रांग रूम को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक विनोद शेषन की निगरानी में स्ट्रांग रूम सील किया गया। इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कौंडे, रिटर्निंग अधिकारी अनिल कुमार शुक्ला सहित भाजपा एवं कांग्रेस प्रत्याशियों के अभिकर्ता मौजूद रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि 07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन सफलता पूर्वक एवं निष्पक्ष ढंग से संपादित किया गया है तथा सभी पोलिंग पार्टियां सकुशल वापस पहुंच गई हैं तथा ईवीएम मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच में स्ट्रांग रूम में रखा गया है तथा प्रेक्षक की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम सील किया गया है। उन्होंने निर्वाचन कार्य में तैनात सभी जोनल, सेक्टर, नोडल, पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं अर्द्धसैनिक बलों, पुलिस जवानों, परिवहन विभाग, खाद्य विभाग सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी का आभार किया। उन्होंने कहा कि सभी ने अपने दायित्वों का निर्वहन कुशलता के साथ किया जो बधाई के पात्र हैं। इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ विधान सभा के मतदाताओं का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने बढ़चढकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
उन्होंने यह भी कहा कि 23 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए सभी तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई हैं तथा मतगणना कार्मिकों की तैनाती कर दी गई है तथा मतगणना हेतु 14 टेबिल लगाई जाएंगी जिसके लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कौंडे ने बताया कि केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन शांतिपूर्ण ढंग से संपादित कर लिया गया है तथा ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है जिसके लिए तीन लेयर सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई जिसमें आईटीबीपी, अर्द्धसैनिक बल एवं पुलिस के जवान के साथ ही सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से भी सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रहेगी।
07-केदारनाथ उप निर्वाचन में कुल 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ है। जिसमें कुल मतदाताओं की संख्या 90 हजार, 875 मतदाता थे जिनमें 45 हजार 956 महिला मतदाता तथा 44 हजार 919 पुरुष मतदाता शामिल हैं। 20 नवंबर को हुए मतदान में कुल 53 हजार 513 मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। जिसमें 28 हजार 345 महिला मतदाता तथा 25 हजार 168 पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया।
नोडल अधिकारी पोस्टल बैलेट राहुल चौबे ने अवगत कराया है कि पोस्टल बैलेट के माध्यम से 712 कार्मिकों एवं दिव्यांग एवं 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि अब तक 284 ईटीपीबीएस के पोस्टल बैलेट प्राप्त हो चुके हैं।

*निर्वाचन प्रक्रिया को सफलता पूर्वक संपादित कराने में परिवहन एवं खाद्यान्न विभाग की रही महत्वपूर्ण भूमिका*

नोडल अधिकारी परिवहन संगीता भट्ट ने अवगत कराया है कि 07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन में जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में 450 छोटे-बड़े वाहन अधिग्रहण किए गए हैं जो विभिन्न विभागीय अधिकारियों तथा निर्वाचन कार्य में उपयोग में लाए गए तथा 205 छोटे-बड़े वाहनों में जीपीएस का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही 184 वाहन निर्वाचन पोलिंग पार्टियों को उपलब्ध कराए गए तथा 30 छोटे-बड़े ट्रक भी निर्वाचन कार्य में लगाए गए हैं।
नोडल अधिकारी खानपान केएस कोहली ने अवगत कराया है कि जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में निर्वाचन कार्य में तैनात किए गए अधिकारियों एवं सभी कार्मिकों को समय-समय पर आयोजित प्रशिक्षण एवं निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों एवं कार्मिकों को उचित जलपान एवं भोजन की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, रिटर्निंग अधिकारी 07-केदारनाथ अनिल कुमार शुक्ला, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, अधिशासी अभियंता ग्रामीण मीनल गुलाटी, सिंचाई खुशवंत सिंह चौहान, होम्योपैथिक अधिकारी दीपा बिष्ट, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट, भाजपा प्रत्याशी के अभिकर्ता श्रीनंद जमलोकी, कांग्रेस प्रत्याशी के अभिकर्ता हरीश गुसांई सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

शीतकाल के लिए बंद हुए द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट, भगवान मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली तथा देव निशानों ने प्रथम पड़ाव गौंडार के लिए किया प्रस्थान।

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रुद्रप्रयाग-पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट आज बुधवार प्रातः शुभ मुहूर्त में विधि- विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गये है। इस अवसर पर मंदिर को सजाया गया था।कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली तथा देव निशानों ने स्थानीय वाद्य यंत्रों ढोल- दमाऊं सहित बाबा मद्महेश्वर के जय उदघोष के साथ प्रथम पड़ाव गौंडार को प्रस्थान किया इस अवसर पर ढाई सौ से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।श्री मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होने के अवसर पर अपने संदेश में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी।बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर प्रसन्नता जताई है। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि 18 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन किये।

कपाट बंद से एक दिन पहले श्री मद्महेश्वर मंदिर में यज्ञ-हवन किया गया था। आज 20 नवंबर प्रात: साढ़े चार बजे मंदिर खुल गया था। प्रातः कालीन पूजा के पश्चात श्रद्धालुओं ने भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन किये,उसके बाद मंदिर गर्भगृह में कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हुई। भगवान मद्महेश्वर जी के स्वयंभू शिवलिंग को श्रृंगार रूप से समाधि स्वरूप में ले जाया गया। शिवलिंग को स्थानीय पुष्पों, फल पुष्पों , अक्षत से ढक दिया गया।इसके बाद पुजारी टी गंगाधर लिंग ने प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान उपस्थिति में शुभ मुहूर्त में मंदिर के कपाट बंद किये। कपाट बंद होने के बाद मंदिर समिति कर्मचारियों तथा श्रद्धालुओं के साथ मंदिर की परिक्रमा भगवान मद्महेश्वर जी की डोली ने पुरातन वर्तनों तथा सामग्री का निरीक्षण किया।हक-हकूकधारी भगवान मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली के साथ प्रथम पड़ाव गोंडार को प्रस्थान हुए।बीकेटीसी मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि 20 नवंबर बुधवार को कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली रात्रि विश्राम हेतु गौंडार पहुंचेगी। 21 नवंबर को राकेश्वरी मंदिर में प्रवास तथा 22 नवंबर को गिरिया प्रवास करेगी 23 नवंबर को गिरिया से चलकर भगवान मद्महेश्वर जी की चलविग्रह डोली अपने देव निशानो के साथ शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में विराजमान हो जायेगी।इसी के साथ श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान मद्महेश्वर जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जायेगी।

उल्लेखनीय है कि 23 नवंबर को ही मुख्य रूप से मद्महेश्वर मेला भी आयोजित होता है बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन हेतु पहुंचते हैं।प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान तथा ओंकारेश्वर मंदिर प्रभारी रमेश नेगी ने बताया कि मद्महेश्वर मेले के लिए श्री ओंकारेश्वर मंदिर मंदिर उखीमठ को फूलों से सजाया जा रहा है।आज कपाट बंद होने के अवसर पर प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान,पुजारी टी गंगाधर लिंग, मंदिर समिति कर्मी दिनेश पंवार सहित गौंडार गांव के हक-हकूकधारी तथा वन विभाग के कर्मचारी एवं श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन हेतु आज 166 पोलिंग पार्टियां क्रीड़ा मैदान अगस्त्यमुनि से हुई रवाना।

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अगस्त्यमुनि।07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन को सुव्यवस्थित, सफलतापूर्वक एवं निष्पक्ष ढंग से संपादित कराने के लिए आज 166 पोलिंग पार्टियां अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान से जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहवार की देखरेख में उनके गंतव्य के लिए रवाना हो गई। रवाना होने से पूर्व सभी पोलिंग पार्टियों को निर्वाचन सामग्री उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहवार ने जानकारी देते हुए बताया कि 07-केदारनाथ विधान सभा में तैनात कार्मिकों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विधान सभा में दिव्यांग बूथ सहित बुजुर्ग, युवा व यूनिक बूथ तैयार किए गए हैं जिसमें संबंधित क्षेत्र अथवा गांव के मतदाताओं से कल होने वाले मतदान में अनिवार्य रूप से मतदान करने की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि 07-केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन हेतु कुल 173 मतदान बूथ हैं जिसमें बीते सोमवार को 07 पोलिंग पार्टियों को उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया था। इसके साथ ही आज सभी मतदान बूथों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि आज प्रातः 7 बजे से ही पोलिंग पार्टियों को निर्वाचन संबंधी आदेश व सामग्री उपलब्ध करा दी गई थी तथा परीक्षण के बाद रूट प्लान के अनुसार सभी पोलिंग पार्टियों द्वारा अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान कर दिया गया है। शेष पोलिंग पार्टियों के प्रस्थान की कार्यवाही गतिमान है। बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत पोलिंग पार्टियों के साथ पुलिस बल तैनात है। साथ ही जिन स्थानों में वन क्षेत्र हैं वहां स्थानीय वन रेंजर भी तैनात किए गए हैं। इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है कि वापसी के समय भी पोलिंग पार्टियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने बताया कि 07-केदारनाथ विधान सभा में इस बार 90 हजार, 875 मतदाता हैं। जिनमें 44 हजार, 919 पुरुष तथा 45 हजार, 956 महिला मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आज 166 पोलिंग पार्टियों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया है। बताया कि 07-केदारनाथ विधान सभा को 02 जोनल एवं 27 सेक्टर में बांटा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्र में क्षेत्रीय वन अधिकारियों को तथा संवेदनशील बूथों पर सीपीएफ टीम भेजी गई है। साथ ही 130 मतदान बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा संबंधित क्षेत्र के राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, बीएलओ को भी तैनात किए गया है ताकि मतदाताओं को आने-जाने में तथा निर्वाचन संबंधी अन्य व्यवस्थाओं में किसी तरह की कोई परेशानी न हो। इसके साथ ही पूर्व में भी सभी संबंधित सेक्टर अधिकारियों से मतदान बूथों में आवश्यक व मूलभूत सुविधाओं के लिए बैठक कर उन्हें सभी व्यवस्थाओं को दूरस्थ रखने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कल होने वाले मतदान के लिए सभी सेक्टर व जोनल सेक्टर अधिकारी अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हो चुके हैं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्याम सिंह राणा, रिटर्निंग अधिकारी 07-केदारनाथ विधान सभा/उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष चंद्र घिल्डियाल, परियोजना निदेशक प्रदीप कुमार पांडेय, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी धीरज कुमार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

 

 

सरकार के विकास कार्यों के बदौलत जनता देगी बंपर वोट: आशा

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रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कहा कि जनता विकास कार्यों को लेकर वोट देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता केदारनाथ विस का विकास है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जनता का जो समर्थन मिला, वह उन्हें बंपर मतों से जीत दिलाएगा।
मंगलवार को घर-घर जाकर चुनाव प्रचार के उपरांत भाजपा प्रत्याशी ने कहा ने बीते 9 जुलाई को विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ विस विधायक विहीन हो गई थी। ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक अ​भिभावक के तौर पर स्वयं को यहां का विधायक मानते हुए क्षेत्र के प्रति जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कहा कि उन्होंने बीते चार माह में विस में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जनता से संवाद करते हुए 700 करोड़ से अ​धिक लागत की विकास योजनाओं की घोषणा की है, जिसमें कई के शासनादेश भी जारी हो चुके हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृ​ष्टि के बाद प्रदेश सरकार ने त्वरित रेस्क्यू कर हजारों लोगों को सकुशल उनके घरों तक पहुंचाया। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि आगामी केदारनाथ यात्रा को भव्य व सुव्य​स्थित बनाने के लिए सरकार अभी से कार्ययोजना बनाने में जुट गई है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ से जुड़े एक-एक व्य​क्ति को रोजगार से ​जोड़ने के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे। केदारनाथ यात्रा में टेंट व अन्य कारोबार करने वाले व्यवसायियों के लिए अलग से कार्ययोजना बनाई जाएगी, जिससे उन्हें प्रतिवर्ष कारोबार के लिए आवेदन की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन है और केदारनाथ मंदिर पर राजनीति कर रही है। कांग्रस के पास केदारनाथ विस के विकास का कोई रोडमैप नहीं है।