आज दिनांक 07-06-2021 को थाना रायपुर क्षेत्राअंतर्गत पुरोहित बारात घर निकट लोवर तुन वाला में समय लगभग 0800 बजे एक डम्पर uk07cb 8012 जो रायपुर से मियांवाला की तरफ खनन सामग्री लेकर जा रहा था, द्वारा एक स्कूटी सवार व्यक्ति विजय प्रसाद सेमवाल उम्र लगभग 52 वर्ष पुत्र स्व श्रीधर सेमवाल निवासी कृष्ण विहार मोहकमपुर थाना नेहरू कालोनी को टक्कर मार दी गई। स्कूटी सवार विजय प्रसाद सेमवाल उपरोक्त की मौके पर ही मौत हो गई है। मृतक के शव को 108 की मदद से आवश्यक कार्यवाही हेतु अस्पताल रवाना किया गया। डम्पर चालक मौके से फरार हो गया है। पुलिस द्वारा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
आज उत्तराखंड में कोरोना के 446 मामले, 23 की मौत
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन उत्तराखंड में कोरोना
मरीजों का आंकड़ा पहुंचा: 334024
वहीं उत्तराखंड मे लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुय: 305339
अभी भी उत्तराखंड में केस एक्टिव: 16125
आज उत्तराखंड में कोरोना के मामले सामने आये: 446
- देहरादून: 121
- हरिद्वार: 67
- पौड़ी: 20
- उतरकाशी: 23
- टिहरी: 54
- बागेश्वर: 06
- नैनीताल: 25
- अलमोड़ा: 07
- पिथौरागढ़: 61
- उधमसिंह नगर: 26
- रुद्रप्रयाग: 09
- चंपावत: 04
- चमोली: 23
आज कोरोना से मरने वालों की संख्या है 23 देहरादून से
दादा-पोते को करंट लगने के प्रकरण में जेई निलंबि
4 जून को अलमस गांव में खेत मे काम करते वक्त हुई थी दुर्घटना
नई टिहरी, 6 जून (स. ह.) : जौनपुर ब्लॉक के अलमस गांव में खेत में काम करते वक्त बिजली का तार टूटने से दादा और पोते की कंरट लगने से हुई मौत के मामले में विधुत विभाग ने एक जेई को निलंबित कर दिया गया। मामले में प्रथम दृष्टि जेई की लापरवाही सामने आई है।
विधुत विभाग की जांच रिपोर्ट में मिला कि खेतों के ऊपर से गुजर रही 11 केवी की विद्युत लाइन का तार बहुत नीचे की ओर झुका हुआ था। बिजली के पोल पर लगा पिन इंसुलेटर टूटी हुई थी। विभाग ने अवर अभियंता को थत्यूड़ से हटाकर विद्युत वितरण खंड कार्यालय नई टिहरी अटैच कर दिया गया है। बता दें कि अलमस गांव में चार जून को खेत में काम करते वक्त बिजली का तार टूटने से गिरीश पुंडीर (22) पुत्र कृति सिंह और उसके दादा कुंवर सिंह (68) की दर्दनाक मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि खेतों के ऊपर 11 केवी विद्युत लाइन के तार झूल रहे है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे ऊर्जा निगम के अधिकारियों को ग्राम प्रधान नागेंद्र लेखवार ने बताया कि शिकायत दर्ज करने के बावजूद झूलते तारों की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। जिस कारण यह हादसा हुआ। घटना की जांच के लिए ऊर्जा निगम ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता डीएस खाती ने बताया कि खेत में बिजली का तार टूटने के मामले में प्रथम दृष्टया जेई की लापरवाही सामने आई है। इसलिए थत्यूड़ क्षेत्र के जेई सूरत सिंह गुसाईं को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
बड़ी खबर: १५ जून तक बड़ा कवीड कर्फ्यू, शराब सहित इन दुकानों को मिल सिमित छूट
देहरादून। उत्तराखंड में कुछ रियायतों के साथ कोविड कर्फ्यू सात दिनों तक और बढ़ाया गया है। राज्य में अब 15 जून सुबह 6 बजे तक कोविड कर्फ्यू रहेगा।
ये रहेंगी रियायतें:
- राशन, किराने की दुकाने और जनरल स्टोर 9 जून ,14 जून को सुबह 8 से 1 बजे तक खुलेंगे
- स्टेशनरी शॉप्स 9 जून ,14 जून को सुबह 8 से 1 बजे तक खुलेंगी।
- कपड़ा ,रेडीमेट ,दर्जी की दुकाने, चश्मे की दुकाने, साईकल स्टोर, ड्राईक्लीनर्स और मोटरपार्ट्स की दुकाने 11 जून को सुबह 8 से एक बजे तक खुलेंगी।
- फोटोकॉपी, टिंबरमर्चेंट की दुकानें 9 जून को सुबह 8 से दोपहर एक बजे तक खुलेंगी।
- शराब की दुकान 9, 11, 14 जून को 8 बजे से 1 बजे तक खुलेंगी।
- फल सब्जी डेरी दूध की दुकाने हर रोज 8 से 12 बजे तक खुलेंगी।
कोरोना महामारी मैं व्यापारी वर्ग की आर्थिक दुर्दशा पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु महायज्ञ
आज दिनांक 6 जून 2021 को प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल समिति (उत्तराखंड) रजिस्टर्ड के तत्वाधान में सभी सहयोगी संस्थाओं द्वारा संयुक्त रुप से प्रदेश की राजधानी देहरादून स्थित शिवाजी धर्मशाला में प्रातः 11:00 बजे कोरोना महामारी की शांति हेतु तथा प्रदेश के व्यापारी वर्ग की आर्थिक दुर्दशा की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु महायज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें सभी व्यापारी साथियों ने एकत्र होकर शंख एवं घंटा-घड़ियाल बजाकर राज्य सरकार को व्यापारी वर्ग की पीड़ा से अवगत कराने का प्रयास किया। इस अवसर पर हवन यज्ञ का भी आयोजन किया गया। संस्था के प्रदेश संयोजक श्री राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण कर्फ्यू लगाए जाने से व्यापारी वर्ग की कमर टूट गई है। परंतु राज्य सरकार से कोई भी राहत अथवा आर्थिक सहायता व्यापारी वर्ग को प्रदान नहीं की गई है।
व्यापारी वर्ग की अपने दैनिक खर्चे, बिजली के बिल, पानी के बिल, कर्मचारियों के वेतन, इत्यादि के कारण आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। खाद्यान्न के व्यापार को सप्ताह में दो बार सीमित समय के लिए खोले जाने के कारण भीड़ का दबाव बढ़ने से कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा भी हो सकता है। गढ़वाल प्रभारी श्री विनोद गोयल ने बताया कि कोरोना की प्रथम वेव के दौरान केंद्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी को संपूर्ण देश में राज्य सरकारों के माध्यम से एक समान गाइडलाइंस का पालन कराते हैंडल किया गया था। परंतु दूसरी वेव के दौरान राज्य सरकारों द्वारा अपनी-अपनी व्यवस्था लागू किए जाने के कारण सही प्रकार से कोरोना पर कंट्रोल नहीं हो पाया है। इस दौरान व्यापारी वर्ग ने अपने कई साथियों को अपने बीच से खोया है। जिनके परिवारों पर आर्थिक मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
राज्य सरकार को ऐसे व्यापारियों को चिन्हित कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए । इसके अतिरिक्त परिवार के किसी भी व्यक्ति को कोरोना हो जाने के कारण उसको मेडिकल सहायता में भारी-भरकम बिलों का भुगतान करने के पश्चात भी जीवित बचने की संभावना बहुत कम ही रही है। दूसरी ओर व्यापार पूर्ण रूप से बंद है। इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री जी से कुछ समय पहले मुलाकात कर अनुरोध किया गया था कि सभी व्यापारी वर्गों को विभिन्न श्रेणियों में विभक्त करते हुए ऑड इवन फार्मूला अपनाकर सीमित-सीमित समय के लिए खुला रखा जा सकता है। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा व्यापारी वर्ग की मांगों पर उचित निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया गया था। परंतु ना जाने किन कारणों से उक्त मांगों पर राज्य सरकार द्वारा निर्णय नहीं लिया गया। महानगर दून के महामंत्री श्री विवेक अग्रवाल ने बताया कि जिस समय व्यापारी वर्ग प्रदेश सरकार से लॉकडाउन लगाने का अनुरोध कर रहा था उस समय राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन नहीं लगाया गया। जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई तब लॉकडाउन लगाया गया जिसका खामियाजा प्रदेशवासियों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा है। परंतु आज जब व्यापारी वर्ग लॉकडाउन में छूट की मांग कर रहा है तो प्रदेश सरकार व्यापारियों की मांग को अनसुना कर रही है। राज्य सरकार द्वारा फ्लिपकार्ट,अमेज़न जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। अतः महायज्ञ का आयोजन कर राज्य सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए शंख एवं घंटा-घड़ियाल का प्रयोग किया गया है।
इस अवसर पर भगवान बद्री विशाल, केदार बाबा सहित देवभूमि स्थित चारों धामों के चरणों में प्रार्थना कर देश एवं प्रदेश को कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की गई। साथ ही साथ 101 गायत्री मंत्र का उच्चारण करते हुए हवन यज्ञ में आहुति दी गई।
इस संबंध में माननीय माननीय मुख्यमंत्री जी को व्यापारी वर्ग की मांग से संबंधित एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया जिसमें राज्य सरकार से मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की अपेक्षा भी की गई है प्रमुख मांगे निम्न प्रकार हैं।
1. आवश्यक सेवाओं एवं खाद्यान्न से संबंधित थोक व परचून के प्रतिष्ठानों को दैनिक रूप से कम से कम 8 घंटे के लिए खुला रखा जाए तथा अन्य व्यापारी वर्ग के लिए अलग-अलग श्रेणियां बनाकर ऑड इवन फार्मूला अपनाते हुए सीमित-सीमित समय के लिए खुला रखा जा सकता है।
2.संपूर्ण व्यापारी वर्ग को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करते हुए वैक्सीनेशन प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
3.जिन व्यापारी साथियों को कोरोना काल में अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा है। ऐसे व्यापारियों के परिवार को कम से कम 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
4.कोरना काल में लॉकडाउन अथवा कर्फ्यू रहने के कारण जिन व्यापारियों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। ऐसे व्यापारियों को व्यापार संगठनों के सहयोग से चिन्हित कर आर्थिक मदद प्रदान की जाए।
5.आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए सभी व्यक्तियों को राज्य सरकार द्वारा कोरोना वारियर घोषित किया जाए।
6.केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार द्वारा लगाए गए सभी प्रकार के टैक्स अथवा रिटर्न जैसे कि इनकम टैक्स रिटर्न जीएसटी रिटर्न व टीडीएस रिटर्न इत्यादि को बिना किसी विलंब शुल्क के अगले 6 माह तक के लिए स्थगित किया जाए।
कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री श्री विनय गोयल, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री पुनीत मित्तल, प्रदेश संयोजक श्री राजेंद्र प्रसाद गोयल, गढ़वाल प्रभारी श्री विनोद गोयल, महानगर दून महामंत्री श्री विवेक अग्रवाल, श्री राजकुमार अरोड़ा, श्री महावीर प्रसाद, श्री देवेश अग्रवाल, श्री भुवन सिंगल, श्री मुकुल गुप्ता, श्री अनुज गोयल, श्री अजय गर्ग, श्री अजय गुप्ता, श्री मुनीश विरमानी, श्री सुधीर अग्रवाल, श्री राजेश सिंघल, श्री अशोक ठाकुर, श्री अंकित अग्रवाल, श्री आयुष जैन, श्री राकेश महेंद्रु ,श्री जसवंत राय गाबा ,श्री पवन सिंघल, श्री अनुराग अग्रवाल, श्री नरेश गोयल, श्री कुणाल गोयल, श्री विजेंद्र गोयल, श्री रचित गोयल, श्री अमित गोयल के अतिरिक्त सभी व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
सरदार महिपाल राजेन्द्र स्नातक महाविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस पर ऑनलाइन बैठक, जरूरतमंदों को दिया जायेगा निशुल्क प्रवेश
आज सरदार महिपाल राजेन्द्र स्नातक महाविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के अवसर पर प्रबंध कार्यकरणी एवं महाविद्यालय प्रशासन की ऑनलाइन बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन अनिल सिंह तोमर ने की इस अवसर पर सलाहकार निदेशक शक्ति सिंह बर्त्वाल ने महाविद्यालय के तीन वर्ष सफलता पूर्वक पूर्ण होने पर सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया।
प्राचार्या डॉ रेनू गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 महामारी के साथ चल रही लड़ाई से हम सभी को मिलकर लड़ना है इसके लिये शासन द्वारा जारी एसओपी का सभी को कड़ाई से पालन करना है और सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को वैक्सीन अवश्य लगवानी है।
चेयरमैन अनिल सिंह तोमर ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रदेश में कई छात्र अनाथ गए है और अधिकांश लोग प्रभावित हुए है।
कोविड-19 से उतपन्न लॉक डाउन के कारण हमारा जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र जौनसार बावर भी अछूता नही है जौनसार बावर का प्रत्येक परिवार आर्थिक रूप से प्रभावित हुआ है ऐसे समय मे सरदार महिपाल राजेन्द्र स्नातक महाविद्यालय प्रबंध समिति ने आगामी सत्र 2021-22 में चकराता व कालसी ब्लॉक के 227 ग्राम पंचायतों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले 227 छात्र-छात्राओं को स्नातक पाठ्यक्रम बी.ए. प्रथम वर्ष में निःशुल्क प्रवेश देने का निर्णय लिया है।
निःशुल्क प्रवेशार्थी को ग्राम पंचायत प्रधान से अभिभावक का सरकारी सेवा में कार्यरत न होने का घोषणा प्रमाण पत्र जमा कराना अनिवार्य होगा।
श्री तोमर ने कहा कि प्रबंध समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग ओर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के ऐसे प्रवेशार्थी जिनके अभिभावक सरकारी सेवा में कार्यरत है या कोई अन्य सरकारी सहायता प्राप्त करते है ऐसे प्रवेशार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित वार्षिक शुल्क ₹12000/- प्रतिवर्ष में 75% की छूट दी जाएगी ऐसे सभी प्रवेशार्थी को मात्र 25% ₹3000/- वार्षिक शुल्क जमा करने पर प्रवेश दिया जाएगा।
इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक दीपक बहुगुणा, जसपाल सिंह चौहान, परिमुक्ता रावत, प्रशासनिक अधिकारी सुनील शर्मा, गम्भीर सिंह चौहान लेखाकार कमल सिंह नेगी, शिक्षणेत्तर कर्मचारी सुरेश चौहान, नितिन तोमर, रीता तोमर, अक्षय तोमर, किरन चौहान, प्रियंका तोमर, पूनम पंवार आदि उपस्थित रहे।
खेत में काम करते वक्त दादा और पोते की करंट लगने से दर्दनाक मौत
अलमस गांव की घटना, तकनीकी जांच में जुटा विधुत विभाग
थत्यूड़, 4 जून : धनौल्टी तहसील के अलमस गांव में खेत में काम करने के दौरान बिजली का करंट लगने से दादा-पोते की दर्दनाक मौत हो गई। घटना से गांव में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि विधुत विभाग की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। 11 केवी की बिजली का तार खेतों के ऊपर झूल रहा था। ऊर्जा निगम के अधिकारी तकनीकी जांच में जुट गए हैं।
जौनपुर ब्लॉक के अलमस गांव निवासी गिरीश पुंडीर (22) पुत्र कीर्ति सिंह और उसका दादा कुंवर सिंह (68) खेतों में काम कर रहे थे। सांय सवा 6 बजे के करीब खेत किनारे तारबाढ़ के लिए गिरीश लकड़ी काट रहा था इसी दौरान लकड़ी का डंडा वहां खेतों के ऊपर से गुजर रही 11 केवी लाइन से जा टकराया। गिरीश की चीख सुनकर पास ही काम कर रहे दादा उसे बचाने के लिए गए तो वह भी करंट की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर मौत हो गई। ग्राम प्रधान नागेंद्र लेखवार ने बताया कि खेत के ऊपर बिजली का तार झूल रहा था। जिस कारण यह हादसा हुआ है। हादसे के लिए उन्होंने ऊर्जा निगम को जिम्मेदार बताया है। पीडिता परिवार को जल्द मुआवजा देेने की मांग की है। बताया गिरीश दिल्ली होटल में काम करता था। पिछले दो-तीन माह से घर में खेतीबाड़ी का काम कर रहा था। सूचना पर थानाध्यक्ष अंशुल अग्रवाल मौके पर पहुंचे।
थानाध्यक्ष ने बताया कि ऊर्जा निगम के अधिकारी भी मौके पर आ रहे है। ऊर्जा निगम के ईई राकेश कुमार ने बताया कि बिजली के तार से करंट लगने से दो लोगों की मौत की सूचना ग्राम प्रधान से मिली है। जेई और लाइनमैने मौके लिए रवाना हो चुके है। मामले की तकनीकी जांच की जाएगी। झूलते तारों से करंट लगने की बात जांच में पाई जाती है तो परिजनों को को चार-चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
5 जून से 12 जून तक आईएमए परेड कार्यक्रम के दौरान यातायात डाइवर्ट, निम्नवत रहेगा प्लान
1- परेड के दौरान आईएमए की ओर कोई भी यातायात नहीं जायेगा तथा आईएमए की तरफ जीरो जोन रहेगा।
2- बल्लूपुर से आने वाले समस्त यातायात रांगणवाला चौकी आईएमए के पास से डायवर्ट कर मीठी बैरी से होकर प्रेमनगर की ओर मुख्य मार्ग पर जा सकेगा।
3- प्रेमनगर की ओर से आने वाले यातायात को आईएमए एमटी सेक्शन गेट की ओर डाइवर्ट कर रांगणवाला बैरियर की ओर निकाला जायेगा। उक्त यातायात रांगणवाला बैरियर से बल्लूपुर पण्डितवाडी की ओर जा सकेगा।
4- विकासनगर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को हर्बटपुर चौक से धर्मावाला चौक की ओर डाइवर्ट किया जायेगा। उक्त यातायात धर्मावाला चौक से शिमला बाई पास होते हुए शहर की ओर आ सकेगा।
5- सेलांकुई / भाऊवाला से आने वाले समस्त वाहनों को धूलकोट तिराहे से सिंघनीवाला होते हुये नया गांव की ओर भेजा जायेगा
6- देहरादून से विकासनगर हर्बटपुर होते हुए दिल्ली जाने वाले भारी वाहनों को शिमला बाईपास से डाइवर्ट कर विकासनगर धर्मावाला की तरफ भेजा जायेगा।
7- देहरादून की ओर से विकासनगर जाने वाले समस्त यातायात को बल्लूपुर से बल्लीवाला होते हुए जीएमएम रोड होते हुए कमला पैलेस की ओर से शिमला बाईपास की ओर निकाला जायेगा। उक्त यातायात शिमला बाईपास से विकासनगर की ओर जा सकेगा।
8- समस्त भारी वाहनों को पूर्णतः हर्बटपुर, शिमलाबाईपास चौक तथा बल्लूपुर चौक से जीएमएस रोड की ओर डायवर्ट किया जायेगा ।
उक्त स्थानों पर निम्न तिथियों में उनके सम्मुख समयावधि पर यातायात डायवर्ट किया जायेगाः-
दिनांक 05.06.2021
05.15 बजे से 11.00 बजे तक ।
समस्त भारी वाहन प्रातः 05.00 बजे से 11.30 बजे तक डायवर्ट किये जायेगें।
दिनांक 08.06.2021
05.15 बजे से 11.00 बजे तक ।
समस्त भारी वाहन प्रातः 05.00 बजे से 11.30 बजे तक डायवर्ट किये जायेगें।
दिनांक 10.06.2021
05.15 बजे से 11.00 बजे तक ।
समस्त भारी वाहन प्रातः 05.00 बजे से 11.30 बजे तक डायवर्ट किये जायेगें।
दिनांक 11.06.2021
07.00 बजे से 09.30 बजे तक ।
समस्त भारी वाहन प्रातः 06.45 बजे से 10.00 बजे तक डायवर्ट किये जायेगें।
दिनांक 12.06.2021
05.15 बजे से 11.00 बजे तक ।
समस्त भारी वाहन प्रातः 05.00 से 11.30 बजे तक डायवर्ट किये जायेगें।
उक्त तिथियों में आमजन से अपील है, कि असुविधा से बचने के लिए चौपहिया वाहनों का प्रयोग कम से कम करते हुये दोपहिया वाहनों का प्रयोग करें, यातायात व्यवस्था बनाने रखने में जनपद पुलिस को अपना सहयोग प्रदान करें।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने विभिन्न समाचार एजेंसियों के प्रतिनिधियों से किया संवाद।
- आपदा की स्थिति में आम जनता तक पहुंचे तथ्यपरक सही जानकारी।
- मीडिया से की सहयोग की अपेक्षा।
सचिव आपदा प्रबन्धन श्री एस.ए. मुरूगेशन द्वारा गुरूवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र सचिवालय में आपदा के दृष्टिगत प्रदेश में मानसून पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में दूरदर्शन, आकाशवाणी, सूचना विभाग सहित विभिन्न न्यूज एजेंसियों एवं सामुदायिक रेडियो के प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श किया गया।
सचिव आपदा प्रबंधन श्री एस.ए.मुरूगेशन ने बताया कि प्रदेश में समय-समय पर उत्पन्न होने वाली आपदा की परिस्थितियों का कारगर ढंग से सामना करने के लिये आपदा प्रबन्धन तंत्र की मजबूती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा से सम्बन्धित घटनाओं की तथ्यपरक वास्तविक जानकारी आम जनता को समय पर उपलब्ध हो इसके लिये भी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी तथा गैर सरकारी समाचार एजेंसियों की भी आम जनता तक सही जानकारी उपलब्ध कराने में बड़ी भूमिका रहती है। इसके लिये उन्होंने आपसी समन्वय एवं सहयोग की अपेक्षा की है।
सचिव आपदा प्रबंधन श्री मुरूगेशन ने बताया कि उनके द्वारा इसी प्रकार का विचार-विमर्श प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों से भी किया जायेगा तथा इस सम्बन्ध में उनके बहुमूल्य सुझावों की जानकारी प्राप्त की जायेगी। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास घटनाओं की त्वरित सूचना संचार माध्यमों को उपलब्ध कराने का रहता है ताकि इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की भ्रांति की स्थिति उत्पन्न न होने पाये।
उन्होंने कहा कि जन जागरूकता के प्रसार में मीडिया का अहम रोल रहता है, चूंकि दैवीय आपदा जैसी घटनायें आकस्मिक रूप से होती है अतः इन घटनाओं में कम से कम जान-माल का नुकसान हो इसके लिये जन जागरूकता के साथ तथ्यों की सही जानकारी आम जनता तक पहुंचे इसके लिये आपसी समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न संस्थाओं से भी बेहतर समन्वय बनाये जाने का प्रयास किया गया है।
सचिव आपदा प्रबंधन श्री एस.ए.मुरूगेशन ने बताया कि आपदा प्रबन्धन द्वारा यह भी प्रयास किया जा रहा है कि आपदा के विभिन्न विषय विशेषज्ञों के माध्यम से आकाशवाणी, दूरदर्शन, सामुदायिक रेडियो आदि के माध्यम से आपदा से एवं इसके प्रभाव को कम करने से सम्बन्धित जानकारी आम जनता तक पंहुंचे। उन्होंने कहा कि चाहे व्यवस्था पूर्व मानसून की हो, या लैंड स्लाइड, बाढ़, क्लाउड बर्स्ट, भूकंप, फॉरेस्ट फायर या स्कूल सेफ्टी की हो सभी मामलों में जन जागरूकता से हम इससे होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।
इस अवसर पर श्री आनन्द श्रीवास्तव अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबन्धन प्रधिकरण, डॉ. पीयूष रौतेला सहित अन्य उपस्थित थे।
धनौल्टी तहसील की अगलाड़ नदी पर किए जा रहे खनन के विरुद्ध प्रशासन की कार्रवाई।
- पट्टाधारक, तीन डंपर और एक यूटीलिटी चालक पर जुर्माना
- अवैध खनन और भंडारण के खिलाफ तहसील प्रशासन ने की कार्रवाई
नई टिहरी, 3 जून (स. ह.) : धनोल्टी तहसील प्रशासन ने ग्राम पंचायत दाबला क्षेत्र की अगलाड़ नदी में अवैध रूप से खनन करने पर खनन पट्टाधारक, तीन डंपर और एक यूटीलिटी चालक पर जुर्माना लगाने की संस्तुति डीएम को भेजी है।
धनौल्टी की तहसीलदार मंजू राजपूत ने बताया कि बुधवार सायं को क्षेत्र भ्रमण के दौरान अगलाड़ नदी पर कुछ लोग खनन पट्टे की आड़ में जेसीबी मशीन से नदी में अवैध खनन करते हुए मिले।
नदी में अवैध रूप से रेत-बजरी का भंडारण भी पाया गया। तहसीलदार ने बताया कि खनन कर रही पट्टाधारक कैलाश रावत की जेसीबी मशीन को सील कर रायल्टी के रूप में दो लाख रुपये, तीन डंपर पर 30-30 हजार और एक यूटीलिटी पर 5 हजार 973 रुपये की रॉयल्टी वसूलने की संस्तुति की गई है। उन्होंने बताया कि नदी में अवैध रूप से रेत का भंडारण करने पर भी कुंडी गांव के तीन लोगों पर जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि भरत सिंह पर दो लाख 72 हजार 938, मुकेश सिंह तीन लाख 36 हजार 150 रुपये और संदीप सिंह पर दो लाख 38 हजार 900 रुपये रॉयल्टी/जुर्माना वसूलने की डीएम को सस्तुति भेजी गई है। बताया कि अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।