बता दें, गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (GCMMF) ने इससे पहले जुलाई 2021 में दूध के दाम बढ़ाए थे। अमूल ने लगभग आठ महीने के बाद कीमतों में बढ़ोतरी की है। कंपनी ने कहा कि उत्पादन लागत में वृद्धि कीमतों में इजाफे का कारण है। कीमत वृद्धि पर कंपनी ने सफाई देते हुए कहा है कि यह औसत खाद्य महंगाई से बहुत कम है। कंपनी ने कहा कि दो रूपये की बढ़ोतरी का मतलब होता है चार फीसदी की बढ़ोतरी।

कंपनी ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में अमूल ने अपने फ़्रेश दूध श्रेणी की कीमतों में प्रति वर्ष केवल 4 प्रतिशत की वृद्धि की है। इसकी विज्ञप्ति में बताया गया है कि एनर्जी, पैकेजिंग, परिवहन, पशु आहार की लागत में वृद्धि के कारण दूध उत्पादन खर्च में वृद्धि हुई है।