बड़ी खबर :उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश, चार के विरूद्ध मुकदमा दर्ज, आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें गठित
देहरादून /रूद्रपुर । राज्य के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रची जा रही थी। इस हत्या के लिए बदमाशों को सुपारी भी दे दी गई थी। खनन के मामले में जेल गये एक व्यक्ति ने ये साजिश रची थी। आरोपी अपने जेल जाने के लिए सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता था। पुलिस ने इस मामले में चार के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
पुलिस ने भी कहा कि शुरुआती जांच में कैबिनेट मंत्री की हत्या की योजना की पुष्टि हुई है। पुलिस की तीन टीमें अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गठित की गई हैं।
इस सनसनीखेज़ मामले का खुलासा एक व्यक्ति द्वारा पुलिस को सौंपी गई तहरीर से हुआ है। सितारगंज बाईपास कालोनी निवासी उमाशंकर द्विवेदी पुत्र मुन्नीलाल द्विवेदी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि ग्राम कोटाफार्म निवासी हीरा सिंह पुत्र चंबा राम पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। वह बड़े पैमाने पर अवैध खनन भी करता है। आरोपित जेल के लिए सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। इसलिए वह उनसे रंजिश रखने लगा।
उमाशंकर का कहना है कि हीरा सिंह की सितारगंज केंद्रीय जेल में रहने के दौरान सतनाम सिंह पुत्र बलविंदर सिंह निवासी सिरसा फार्म, जिला बरेली उत्तर प्रदेश से मुलाकात हुई। सतनाम सिंह मादक पदार्थ के मामले में वहां बंद था। कहा जाता है कि जेल में ही हीरा सिंह ने सतनाम सिंह से कैबिनेट मंत्री को मारने के लिए कहा। यही से कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को मारने की पूरी योजना का खाका तैयार किया जाने लगा।
सतनाम ने हीरा को बताया कि किच्छा निवासी मोहम्मद अजीज उर्फ गुड्डू उसका दोस्त है और बड़ा अपराधी है।अजीज के संबंध उत्तर प्रदेश के शूटरों से हैं, वह काम करा देगा। सतनाम ने हीरा से कहा कि जेल से बाहर आने पर हरभजन निवासी सितारगंज उसे गुड्डू से मिलवा देगा। उमाशंकर ने बताया कि सूचना के आधार पर जेल से छूटने के बाद उनके साथी हीरा सिंह पर नजर रखने लगे। इस बीच दो अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री सितारगंज आए। विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान हीरा सिंह उनके आसपास ही दिखा।