15 सुरक्षित उत्तरकाशी पहुचे,16 बेस कैम्प में सुरक्षित,27 अब भी मिसिंग,4 की मौत।
देश के सर्वोच्च संस्थान जिज़ हाई एटीट्यूड में रेस्क्यू ट्रेनिंग और वॉर महारत हासिल गुलमर्ग स्थित वार फेयर स्कूल के 16 सदस्य टीम अब रेस्क्यू करेगी
इंडियन आर्मी वॉर फेयर स्कूल के 15 सदस्य दल देहरादून से आज सुबह उत्तरकाशी के लिए चौपर से रवाना हुए,
वेलफेयर स्कूल के का यह दल अब उत्तरकाशी के द्रौपदी डांडा-0 2 अभियान में फसे पर्वतारोहियों के दल का रेस्क्यू करेंगे,
सूत्रों की माने तो नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग ने रेस्क्यू अभियान में रेस्क्यू करने से हाथ खड़े कर दिए हैं नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के पास सिर्फ ट्रेनिंग से लेकर ही संसाधन है , जिसके बाद रक्षा मंत्रालय से अनुरोध करने पर गुलमर्ग स्थित भारतीय सेना के वॉर फेयर स्कूल की मदद ली जा रही है,इस संस्थान को ट्रेनिंग और रेस्क्यू ही नहीं हाई एटीट्यूड में युद्ध में भी महारत हासिल है