उत्तराखंड में भर्ती मामले को लेकर प्रदेश बनने के बाद बारी बारी से सत्ता में रही कांग्रेस हो या फिर बीजेपी सभी के शासनकाल में हुई भर्तियों में गड़बड़ी के खुलासे के बाद जनता में दोनों ही दलों के खिलाफ आक्रोश है वंही अब सत्ता धारी पार्टी के विधायक भी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है और अपने दल के नेताओं को भी नसीहत देने से नही चूक रहे है, जँहा इससे पहले पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत , व धर्मपुर से भाजपा विधायक विनोद चमोली भी भर्ष्टाचार में संलिप्त नेताओ को नसीहत दे चुके है । लैंसडाउन से भाजपा विधायक महन्त दिलीप रावत ने ऐसे नेताओं को नसीहत देते हुए कहा मैं किसी व्यक्तिगत दल के नही कहूंगा लेकिन जनता ने हमे सेवा करने के लिए भेजा है डकैती करने के लिए नही भेजा है जनता हम लोगो पर विश्वास करती है तभी हमें चुनती है, इसलिए हमे नैतिकता व आचरण का भी ध्यान रखना चाहिए जनता के प्रति समर्पित भाव से काम करना चाहिए न कि उनके अधिकारों का हनन करना चाहिए।