तमाम बाधाओं से पार कर केदारनगरी में उमड़ रहे बाबा केदार के भक्त, आपदा की यादों को पीछा भुलाकर यात्रियों के मन में नहीं है कोई खौफ, पहली बार बरसाती सीजन में प्रत्येक दिन 10 से 12 हजार से अधिक यात्री पहुंच रहे हैं केदारनाथ
एंकर – सावन मास में केदारनाथ धाम में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। मानसून सीजन के बावजूद धाम आने वाले तीर्थयात्रियों में इजाफा हो रहा है। अब प्रत्येक दिन 10 से 12 हजार भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं।
रुद्रप्रयाग-केदारनगरी में भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है। भक्तों को काफी इंतजार के बाद बाबा के दर्शन हो रहे हैं। पूरी केदारनगरी इन दिनों जय केदार के उदघोषों से गुंजायमान है। कांवर भक्तों के साथ ही अन्य भक्त भी बाबा के दर्शनों के लिये पहुंच रहे है – विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा पर रिकार्ड संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। अभी केदारनाथ धाम के कपाट खुले तीन माह का समय भी पूरा नहीं हुआ है और 9 लाख 41 हजार 794 तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। सोमवार को सावन के दूसरे सोमवार के अवसर पर 12 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। पिछले वर्षों की तुलना करे तो बरसाती सीजन में बहुत कम संख्या में यात्री केदारनाथ धाम पहुंचते थे, लेकिन इस बार कभी आठ हजार से अधिक भक्त तो किसी दिन 10 से 12 हजार के करीब भक्त केदारनाथ पहुंच रहे हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग और केदारनाथ हाईवे पर तीर्थ यात्रियों को बारिश-भूस्खलन, ठंड आदि का भी सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यात्रियों के हौसले बुलंद हैं। वह कठिनाईयों से पार पाते हुये बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद तीसरे वर्ष शुरू हुई केदारनाथ यात्रा पूरी तरह से बदल गई है। बारिश, भूस्खलन सहित 2013 की आपदा को पीछे छोड़ते हुये भक्त केदारनाथ पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ धाम भले ही भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है, लेकिन 16-17 जून 2013 की विनाशकारी आपदा के समय केदारनाथ का पूरा स्वरूप ही बदल गया था। कुछ वर्षों तक केदारनाथ धाम में बहुत कम संख्या में भक्त पहुंचे। खासकर जुलाई, अगस्त और सितम्बर बरसाती महीनों में यहां भक्तों की संख्या ना के बराबर रहती थी, लेकिन इस बार स्थिति बदल गई है। पुरानी यादों को पीछे छोड़ते हुये इस बार केदारनाथ यात्रा का स्वरूप बदल गया है। यात्री भारी संख्या में केदारनाथ पहुंच रहे हैं।