गौचर / चमोली। अशासकीय सहायता प्राप्त शिक्षक संघ जनपद चमोली और रूद्रप्रयाग जिले के संयुक्त जिला सम्मेलन में सर्वसम्मति से अशासकीय विद्यालयों को प्रान्तीयकरण करने का प्रस्ताव पारित किया गया। गौचर चमोली में संपन्न हुऐ सम्मेलन का शुभारंभ कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल ने किया। इस मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि बद्रीनाथ विधायक लखपत सिंह बुटोला और भाजपा जिला चमोली के अध्यक्ष रमेश मैखुरी आदि उपस्थित थे। बतौर मुख्य अतिथि विधायक नौटियाल ने कहा कि सम्मेलन में सर्वसम्मति से पारित हुऐ प्रस्ताव से शासन को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार शासकीय विद्यालयों के प्रान्तीयकरण पर विचार कर रही है। अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों की समस्यायों के समाधान के प्रति भी सरकार द्वारा उचित कदम उठाया जाएगा।सम्मेलन में अशासकीय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की विषम भौगोलिक एवं आर्थिक स्थिति के कारण सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में राजकीय विद्यालयों के समान सुविधा न होने कारण छात्र छात्राओं के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इन क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों के कारण सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों में इन विद्यालयों के संचालन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कहा गया है कि वर्तमान समय में इन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन भत्तों का व्ययभार सरकार वहन करती है। यदि इन विद्यालयों का सरकार प्रान्तीयकरण करती है तो सरकार पर अधिक व्ययभार नहीं पड़ेगा।
सम्मेलन में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में प्रदेश सरकार से जनपद चमोली और रूद्रप्रयाग जिले के शिक्षकों ने निवेदन करते हुऐ चमोली और रूद्रप्रयाग के अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों को प्रान्तीयकरण करने की मांग की है। सम्मेलन में अशासकीय सहायता प्राप्त शिक्षक संघ चमोली के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत, रूद्रप्रयाग जिले के अध्यक्ष बलवीर सिंह रौथाण, जिला महामंत्री चमोली दीपचंद्र सती, रूद्रप्रयाग के बीरेंद्र सिंह बर्त्वाल, चमोली के कोषाध्यक्ष गौरव पुरोहित और रूद्रप्रयाग के कोषाध्यक्ष दिगम्बर पंवार के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधायक नौटियाल जी के माध्यम से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को प्रस्तुत किया गया।