अलमस गांव की घटना, तकनीकी जांच में जुटा विधुत विभाग
थत्यूड़, 4 जून : धनौल्टी तहसील के अलमस गांव में खेत में काम करने के दौरान बिजली का करंट लगने से दादा-पोते की दर्दनाक मौत हो गई। घटना से गांव में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि विधुत विभाग की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। 11 केवी की बिजली का तार खेतों के ऊपर झूल रहा था। ऊर्जा निगम के अधिकारी तकनीकी जांच में जुट गए हैं।
जौनपुर ब्लॉक के अलमस गांव निवासी गिरीश पुंडीर (22) पुत्र कीर्ति सिंह और उसका दादा कुंवर सिंह (68) खेतों में काम कर रहे थे। सांय सवा 6 बजे के करीब खेत किनारे तारबाढ़ के लिए गिरीश लकड़ी काट रहा था इसी दौरान लकड़ी का डंडा वहां खेतों के ऊपर से गुजर रही 11 केवी लाइन से जा टकराया। गिरीश की चीख सुनकर पास ही काम कर रहे दादा उसे बचाने के लिए गए तो वह भी करंट की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर मौत हो गई। ग्राम प्रधान नागेंद्र लेखवार ने बताया कि खेत के ऊपर बिजली का तार झूल रहा था। जिस कारण यह हादसा हुआ है। हादसे के लिए उन्होंने ऊर्जा निगम को जिम्मेदार बताया है। पीडिता परिवार को जल्द मुआवजा देेने की मांग की है। बताया गिरीश दिल्ली होटल में काम करता था। पिछले दो-तीन माह से घर में खेतीबाड़ी का काम कर रहा था। सूचना पर थानाध्यक्ष अंशुल अग्रवाल मौके पर पहुंचे।
थानाध्यक्ष ने बताया कि ऊर्जा निगम के अधिकारी भी मौके पर आ रहे है। ऊर्जा निगम के ईई राकेश कुमार ने बताया कि बिजली के तार से करंट लगने से दो लोगों की मौत की सूचना ग्राम प्रधान से मिली है। जेई और लाइनमैने मौके लिए रवाना हो चुके है। मामले की तकनीकी जांच की जाएगी। झूलते तारों से करंट लगने की बात जांच में पाई जाती है तो परिजनों को को चार-चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा।