रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग 125 किमी नई ब्रॉड गेज (बीजी) रेलवे लाइन में रेलवे को एक और सफलता हासिल हुई है। सुमेरपुर से नरकोटा के बीच 9.46 किमी स्केप टनल का सफलता पूर्वक ब्रेक थ्रू कर दिया गया है। जल्द ही मुख्य टनल भी आर-पार कर दी जाएगी।
रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी एवं मजदूरों की कड़ी मेहनत के चलते पीके-7बी ने रात 11:35 बजे पोर्टल-1 नरकोटा छोर से पोर्टल-1 तक संचालित सुरंग-13 (एस्केप सुरंग) में 9.46 किमी की भूमिगत खुदाई का काम पूरा करके प्रतिष्ठित परियोजना में एस्केप सुरंग की अंतिम सफलता हासिल की है। सुमेरपुर से नरकोटा के बीच टनल का सफलता पूर्वक ब्रेक थ्रू किया गया जो आरवीएनएल, पीएमसी (मैसर्स एईसीओएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) के संयुक्त प्रयास से हासिल किया गया है।
मेगा कम्पनियों के मजदूर, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने जताई खुशी।चार धाम परियोजना के हिस्से के रूप में भारतीय रेलवे ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग 125 किमी नई बीजी लाइन के निर्माण का काम रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा किया जा रहा है। आरवीएनएल ने निर्माण गतिविधियों के उद्देश्य से परियोजना को 10 निर्माण पैकेजों में विभाजित किया है। परियोजना के पैकेजों में से एक, मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (ठेकेदार) और मेसर्स को प्रदान किया गया है। एईसीओएम इंडिया प्रा. सीमित (पीएमसी) में सुरंग-13 और तिलणी स्टेशन यार्ड का निर्माण कार्य शामिल है। सुरंग-13 का समरेखण रुद्रप्रयाग पुनाड़ गदेरे और औण गांव के पास कम ओवरबर्डन क्षेत्र से होकर गुजर रहा है, जहां नियंत्रित विस्फोट और घरों के नीचे यांत्रिक खुदाई की गई। एस्केप सुरंग का निर्माण कार्य चार अलग-अलग चेहरों के रूप में किया गया। सुरंग में पहले नरकोटा, दूसरा सुमेरपुर, तीसरा एडिट 7 जवाड़ी बाईपास और चौथा पीके-7बी पर बीती रात 11:35 बजे सुमेरपुर से नरकोटा के बीच सुरंग-13 (एस्केप सुरंग) 9.46 किमी की भूमिगत खुदाई का सफलता पूर्वक ब्रेक थ्रू हुआ है। मेगा कंपनी के महाप्रबंधक एचएन सिंह ने बताया कि सुमेरपुर से नरकोटा एस्केप टनल का सफलतापूर्वक ब्रेक थ्रू कर दिया गया है।