प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में मानसून सत्र कराने के लिए विधानसभा सचिवालय में तैयारी शुरू कर दी है। अगस्त में मानसून सत्र होगा, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तारीख तय नहीं की है। कैबिनेट ने सत्र का समय व स्थान तय करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अधिकृत किया है। गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में हर साल बजट सत्र आयोजित किया जाता है, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने 2024-25 का बजट सत्र देहरादून में कराया। इस पर विपक्ष ने भी प्रदेश सरकार पर गैरसैंण की उपेक्षा करने के आरोप लगाए थे। इसे देखते हुए अगस्त में मानसून सत्र गैरसैंण में कराने के लिए सरकार की प्राथमिकता है।हालांकि सत्र की तारीख तय नहीं हुई है। बीते दिनों हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मानसून सत्र को लेकर चर्चा हुई थी। सत्र गैरसैंण में कराना है या देहरादून में, इस पर निर्णय लेने के लिए कैबिनेट ने मुख्यमंत्री धामी को अधिकृत किया है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा मानसून सत्र कहां करना है, इस पर सरकार को निर्णय लेना है। सत्र के लिए हमारी तैयारी गैरसैंण व देहरादून दोनों स्थान पर चल रही है। गैरसैंण विधानसभा भवन में एक टीम तैयारियों में लगी है। अब तक 423 से अधिक प्रश्न आ चुके हैं।
विस अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार ने ई-विधानसभा के लिए बजट जारी किया था जिसमें राज्य सरकार ने भी मदद की है। इससे पहले चरण में देहरादून स्थित विधानभवन को ई-विधानसभा के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह काम 31 जुलाई तक पूरा हो जाएगा। डिजिटाइज तो नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उसमें विधायकों की भी ट्रेनिंग होनी है। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर पूर हो जाएगा। उन्होंने बताया कि परिसर के भीतर नई बिल्डिंग भी तैयार हो रही है जिससे जल्द ही विधायकों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
गैरसैंण में भी ई-विधानसभा का काम कराया जाएगा। विस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी टीम पूरी तैयारी में जुटी है।